Fact Check: भारत में नवंबर में चरम पर होगी कोरोना महामारी? रिसर्च का दावा- ICU बेड्स और वेंटिलेटर्स की हो जाएगी कमी, PIB से जानें इस खबर की सच्चाई

भारत में कोरोना वायरस (Coronavirus) के मामलों में काफी तेजी देखने को मिल रही है. कोरोना संक्रमितों की संख्या 3.32 लाख के आंकड़े को पार कर चुकी है. इस बीच एक खबर आई जिसमें इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (Indian Council of Medical Research) द्वारा गठित रिसर्च ग्रुप की स्टडी का हवाला देकर कहा गया कि लाकडाउन के कारण कोरोना महामारी भारत में पीक पर नहीं पहुंची है. इस रिपोर्ट में दावा किया गया कि भारत में नवंबर महीने में कोरोना अपने पीक पर पहुंचेगा और कोरोना मरीजे के लिए बेड्स और वेंटिलेटर्स कम पड़ जाएंगे.

भारत में COVID-19 महामारी के मध्य नवंबर तक चरम पर पहुंचने और उस दौरान आईसीयू  बेड्स और वेंटिलेटर्स की कमी वाली खबर का सरकार ने खंडन किया है. PIB फैक्ट चेक ने इस खबर को भ्रामक और आधारहीन बताया है. यह भी पढ़ें- Fact Check: पीएम धन लक्ष्मी योजना के तहत केंद्र सरकार महिलाओं को देने जा रही है 5 लाख रुपये तक का लोन? PIB से जानें इस वायरल हो रहे खबर की सच्चाई . 

PIB फैक्ट चेक ने ट्वीट कर लिखा कि ICMR के हवाले से यह दावा किया गया कि COVID-19 महामारी नवंबर में अपने चरम पर होगी और इस दौरान आईसीयू बेड और वेटिंलेटर कम पड़ जाएंगे. लेकिन यह न्यूज भ्रामक है. जिस स्टडी का रिपोर्ट में जिक्र किया गया है, उसे ICMR ने नहीं किया है. यह सही जानकारी नहीं है.

यहां देखें PIB फैक्ट चेक का ट्वीट-

कथित रिपोर्ट को भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR ) द्वारा गठित 'ऑपरेशंस रिसर्च ग्रुप' के रिसर्चर्स के हवाले से बताया गया था. रिपोर्ट में कहा गया था कि लॉकडाउन के दौरान लगभग 70-97 फीसदी कोरोना के मामलों में कमी रही. लेकिन कोरोना अब जल्द ही अपने पीक पर जा सकता है.

रिपोर्ट में कहा गया है. लॉकडाउन हटने के बाद व ढील दिए जाने के बाद जिस तरह मामले सामने आ रहे हैं उसके मुताबिक नवंबर महीने में कोरोना अपने पीक पर होगा साथ ही इस दौरान देशभर में कोरोना मरीजे के लिए बेड्स और वेंटिलेटर्स की कमी हो सकती है.

Fact check

Fact Check: भारत में नवंबर में चरम पर होगी कोरोना महामारी? रिसर्च का दावा- ICU बेड्स और वेंटिलेटर्स की हो जाएगी कमी, PIB से जानें इस खबर की सच्चाई
Claim :

भारत में COVID-19 महामारी मध्य नवंबर तक चरम पर पहुंच जाएगी. इस दौरान आईसीयू बेड्स और वेंटिलेटर्स की कमी

Conclusion :

PIB फैक्ट चेक ने बताया, जिस स्टडी का रिपोर्ट में जिक्र किया गया है, उसे ICMR ने नहीं किया है. यह सही जानकारी नहीं है.

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