भारत में कोरोना वायरस (Coronavirus) से संक्रमण के मामले 600 से ऊपर पहुंच गए हैं और इससे 10 लोगों की मौत भी हो चुकी है. पूरी दुनिया से कोरोना वायरस के कई मामले आ रहे हैं और इसे 20 हज़ार से ज्यादा जानें भी जा चुकी हैं. इसे लेकर भारत (India) सहित कई देशों ने लॉकडाउन का भी फैसला किया है. लोगों में इसे लेकर दहशत का माहौल भी है. कोरोना वायरस को लेकर कई अफवाहें भी जंगल की आग की तरह फैल रही हैं. सोशल मीडिया पर कई तरह के आर्टिकल, वीडियो वायरल हो रहे हैं, जिसमें अलग-अलग तरह के दावे किए गए हैं. हालांकि इस मुश्किल वक्त में कोई भी गलत जानकारी आप पर भारी पड़ सकती है. लोगों को सतर्क करने के लिए राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA) ने बुधवार को ट्वीट कर कई अफवाहों को खारिज किया. कई सारे ट्वीट कर उन्होंने झूठे दावों की सच्चाई बताई.
NDMA ने ट्वीट में कोरोना वायरस से जुड़े 6 दावों का फैक्ट चेक किया और उनके बारे में सही जानकारी दी. जानें क्या है वो दावे और उनकी सच्चाई...
1- दावा: अगर आपका गला नम रहता है तो आप कोरोना वायरस से बचे रहेंगे.
झूठ: इस दावे के समर्थन के लिए कोई वैज्ञानिक सबूत नहीं हैं.
Claim: A moist throat can ensure protection from corona infection.
Fact: False. There is no scientific evidence to support this claim#coronavirusindia #coronavirus #IndiaFightsCorona #Mythbuster pic.twitter.com/ByXhjKAMQs
— NDMA India (@ndmaindia) March 25, 2020
2- दावा: ज्यादा मात्रा में विटामिन C खाने से कोरोना संक्रमण ठीक हो जाएगा.
तथ्य: नियमित मात्रा में विटामिन C का सेवन करने से रोग प्रतिरोधक क्षमता सही हो ती है. इसे ज्यादा मात्रा में लेने की ज़रूरत नहीं है.
Claim: Heavy intake of Vitamin-C can help in curing corona infection.
Fact: Regular intake of Vitamin-C boosts immunity. However, excessive intake is not recommended. #coronavirusindia #coronavirus #IndiaFightsCorona #Mythbuster pic.twitter.com/6je3aa1GFX
— NDMA India (@ndmaindia) March 25, 2020
3- दावा: अगर आप बिना किसी परेशानी के अपनी सांस 10 सेकेंड तक रोक सकते हैं तो आप कोरोना वायरस से संक्रमित नहीं हैं.
तथ्य: 10 सेकेंड तक बिना परेशानी के सांस रोकने का यह मतलब नहीं है कि आप कोरोना वायरस से संक्रमित है या नहीं.
Claim: If you can hold your breath for 10 sec without discomfort, you don’t have COVID-19.
Fact: Holding your breath for more than 10 seconds without discomfort does not prove whether you are infected or not. #coronavirusindia #coronavirus #IndiaFightsCorona #Mythbuster pic.twitter.com/8MSc6xcMVF
— NDMA India (@ndmaindia) March 25, 2020
4- दावा: एंटी मलेरिया ड्रग Chloroquine/hydroxychloroquine कोरोना वायरस को ठीक कर सकता है.
तथ्य: झूठ. कोरोना वायरस का इलाज कर रहे डॉक्टर या स्वास्थ्य या परिवार कल्याण मंत्रालय के निर्देशों के अनुसार ही तय हो सकता है कि ड्रग कितना प्रभावशाली है.
Claim: Chloroquine/hydroxychloroquine, an anti-malarial drug, is effective in curing COVID-19.
Fact: False.#coronavirusindia #coronavirus #IndiaFightsCorona #MythBusters pic.twitter.com/nUj4y7m5Xc
— NDMA India (@ndmaindia) March 25, 2020
5- दावा: सोशल मीडिया के एक वायरल पोस्ट में कहा गया है कि देश की एक राज्य सरकार ने COVID-19 से बचने के लिए करेला का जूस पीने की सलाह दी है.
तथ्य: झूठ. यह दावा पूरी तरह गलत है.
Claim: A viral post on social media claims a State government in the country has recommended that the juice of bitter gourd is an effective treatment for COVID-19
Fact: This claim is absolutely false#coronavirusindia #coronavirus #IndiaFightsCorona #Mythbuster pic.twitter.com/Nrb5FVOk8V
— NDMA India (@ndmaindia) March 25, 2020
6- दावा: पेरासिटामॉल से कोरोना वायरस संक्रमण ठीक हो सकता है.
तथ्य: पेरासिटामॉल से कोरोना वायरस का एक लक्षण-बुखार ठीक हो सकता है. हालांकि यह COVID-19 का इलाज नहीं है. किसी भी मरीज का इलाज मेडिकल प्रोफेशनल ही तय कर सकता है.
Claim: Paracetamol can treat Coronavirus infection.
Fact: Paracetamol can treat one of the symptoms like fever. However, it is not a definitive treatment for COVID-19.#coronavirusindia #coronavirus #CoronaStopKaroNa #IndiaFightsCorona #SocialDistancing #StayHome#Mythbuster pic.twitter.com/hMYTrYfTes
— NDMA India (@ndmaindia) March 25, 2020
इसके साथ ही गृह मंत्रालय ने बताया कि उन्होंने हेल्पलाइन बनाया है, जिससे लोगों की परिवहन की समस्या का हल निकाला जा सके. गृह मंत्रालय ने यह भी कहा कि वो ई-कॉमर्स कंपनी के साथ भी काम कर रहे हैं, जिससे किसी भी राज्य या केंद्र शासित प्रदेश में लोगों को ई-कॉमर्स के ज़रिए सेवाएं पहुंचती रहें.