Coronavirus Hoax Message: कर्मचारियों को 5 मार्च से मिलेगी दो हफ्ते की पेड लीव, जानें कोरोना वायरस को लेकर वॉट्सऐप पर वायरल हो रहे इस मैसेज की सच्चाई
कोरोना वायरस फेक वॉट्सऐप मैसेज (File Image)

Coronavirus Hoax Message: चीन के वुहान से फैला नोवेल कोरोना वायरस  (Novel Coronavirus) दुनिया के अधिकांश हिस्सों में तेजी से अपने पैर पसार रहा है. आए दिन कोरोना वायरस संक्रमण (Coronavirus) के नए-नए मामले सामने आ रहे हैं. चीन (China) में अब तक COVID-19 की चपेट में आने से 2,953 लोगों की मौत हो चुकी है. ताजा रिपोर्ट के अनुसार, कोरोना वायरस कम से कम 60 देशों में लोगों को संक्रमित कर चुका है. सोमवार को भारत में दिल्ली, तेलांगाना और राजस्थान से कोरोना वायरस के तीन मामलों की पुष्टि हुई है. कोरोना वायरस का प्रकोप (Coronavirus Outbreak) जितनी तेजी से फैल रहा है उतनी ही तेजी से लोगों में इस जानलेवा घातक वायरस के संक्रमण का डर भी घर करने लगा है. एक ओर जहां इससे बचाव के लिए लोग अजीबो-गरीब हरकते कर रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ कोरोना वायरस को लेकर वॉट्सऐप पर एक मैसेज (WhatsApp Viral Message) तेजी से वायरल हो रहा है.

वॉट्सऐप पर वायरल हो रहे मैसेज (Coronavirus Hoax WhatsApp Message) में दावा किया गया है कि कर्मचारियों को 5 मार्च से दो हफ्ते की पेड लीव दी जाएगी. हालांकि इस मैसेज के वायरल होने के कुछ समय बाद ही यह साफ हो गया है कि COVID-19 को लेकर वॉट्सऐप पर फॉरवर्ड किया जा रहा मैसेज (COVID-19 Viral Message Is Fake) बिल्कुल फेक है. यह भी पढ़ें: Coronavirus: नोएडा के स्कूल में कोरोना वायरस ने दी दस्तक, दो स्कूलों को तीन दिन के लिए किया गया बंद

कोरोना वायरस फेक वॉट्सऐप मैसेज (File Image)

दरअसल, कोरोना वायरस के डर से नोएडा के दो स्कूलों को तीन दिनों के लिए बंद कर दिया गया है. इस खबर के सुर्खियों में आने के बाद से देश भर में कोरोना वायरस को लेकर दहशत फैल गई. उसी दौरान वॉट्सऐप पर एक मैसेज वायरल होने लगा, जिसमें दावा किया गया कि कर्मचारियों को 5 मार्च 2020 से दो हफ्ते की पेड लीव दी जाएगी. मैसेज में लिखा गया है कि नोवेल कोरोना वायरस के प्रसार से बचने के लिए सभी कर्मचारियों को पेड लीव दी जाएगी. इस मैसेज में दिए गए लिंक पर क्लिक करते ही एक गोरिल्ला की तस्वीर दिखाई देती है जो अपनी मध्य उंगली को दिखा रहा है. इससे यह साफ होता है कि इस फेक मैसेज के जरिए झूठी अफवाह फैलाई जा रही है. यह भी पढ़ें: Coronavirus के संक्रमण से घबराए शख्स ने पत्नी को किया बाथरूम में बंद, महिला ने कॉल कर बुलाई पुलिस

गौरतलब है कि जब पहली बार कोरोना वायरस के प्रकोप की खबरें सुर्खियों में आई थीं, तब भी सोशल मीडिया पर फर्जी वीडियोज और मैसेजेस की भरमार लग गई थी, इसलिए सोशल मीडिया यूजर्स को यह सलाह दी जाती है कि वे इंटरनेट पर फैलाई जाने वाली किसी भी प्रकार की अफवाह पर भरोसा न करें. इस तरह के संदेशों का मकसद सिर्फ लोगों में घबराहट पैदा करना है.