तेलंगाना के बुनकर ने बनाई सिल्क की दुर्लभ साड़ी, माचिस के डिब्बे में हो जाती है फिट, देखें तस्वीरें
तेलंगाना के बुनकर ने बनाई दुर्लभ साड़ी (Photo Credits: ANI)

हैदराबाद: अपने असाधारण बुनाई कौशल का प्रदर्शन करते हुए, तेलंगाना के एक युवा हथकरघा बुनकर ने एक साड़ी बुना है जिसे माचिस की डिब्बी में रखा जा सकता है. जिले के राजन्ना सिरसिला निवासी नल्ला विजय नाम के व्यक्ति ने रेशम की साड़ी बुनी है. हाथों से साड़ी बुनने में उन्हें दो हफ्ते लगते हैं और इसकी कीमत 12,000 रुपये है. अगर इसे मशीन पर बुना जाता है, तो इसमें तीन दिन लगते हैं और इसकी कीमत 8,000 रुपये होती है. प्रतिभाशाली बुनकर अपने पिता नल्ला परांधमुलु से प्रेरणा लेकर पारिवारिक परंपरा को जारी रखे हुए है. वह हथकरघा पर ही साड़ी बुनते रहे हैं. यह भी पढ़ें: Maharashtra: रत्नागिरी में दुर्लभ अटलांटिक वालरस के दांत जब्त, जांच शुरू

विजय ने राज्य के मंत्रियों के. तारका रामा राव, पी. सबिथा इंद्रारेड्डी, वी. श्रीनिवास गौड और एराबेली दयाकर राव के सामने अपनी हाथ से बुनी साड़ी प्रदर्शित की. सभी मंत्रियों ने प्रतिभाशाली युवा बुनकर की प्रशंसा की और उपयोग की जाने वाली सामग्री और बुनाई की प्रक्रिया के बारे में जानकारी ली.

मंत्रियों ने कहा कि उन्होंने इस साड़ी के बारे में सुना था, जो माचिस में फिट हो सकती है लेकिन व्यक्तिगत रूप से इसे पहली बार देख रहे हैं. उन्होंने बुनकर को उसके नवाचारों के लिए हर संभव मदद का आश्वासन दिया. विजय ने सबिता इंद्रारेड्डी को एक साड़ी उपहार में दी.

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बुनकर ने मंत्रियों को बताया कि सिरसिला में हथकरघा क्षेत्र में हाल के दिनों में राज्य सरकार द्वारा प्रदान की गई सहायता के कारण कई बदलाव देखे गए हैं. उन्होंने कहा कि सिरसिला के बुनकर नवीनतम तकनीक और आधुनिक उपकरण अपना रहे हैं. विजय द्वारा बुनी गई साड़ी को पहले 2017 में विश्व तेलुगु सम्मेलन में प्रदर्शित किया गया था. उन्होंने तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की पत्नी मिशेल ओबामा को सुपर फाइन सिल्क से बनी एक साड़ी भी उपहार में दी थी, जब युगल 2015 में भारत आए थे.