Cyclone Yaas: पश्चिम बंगाल के 24 परगना में चक्रवात के दौरान रिहायशी इलाके में फंसा मगरमच्छ, ऐसे किया गया रेस्क्यू (Watch Viral Video)
मगरमच्छ को किया गया रेस्क्यू (Photo Credits: Twitter)

Cyclone Yaas: तूफानी चक्रवात 'तौकते' ने जहां महाराष्ट्र (Maharashtra) और गुजरात (Gujarat) में अपना कहर बरपाया है तो उसके कुछ दिन बाद ही ओडिशा (Odisha) और पश्चिम बंगाल (West Bengal) में चक्रवात 'यास' (Cyclone Yaas) का कहर देखने को मिला. तूफान से मची तबाही के बीच पश्चिम बंगाल के 24 परगना में एक मगरमच्छ (Crocodile) पहुंच गया. तूफान यास के कारण आए तूफान की वजह से एक स्थानीय व्यक्ति के तालाब में अचानक एक मगरमच्छ दाखिल हो गया, जिसे काफी मशक्कत के बाद रेस्क्यू किया गया और उसे उसके अवास में वापस छोड़ दिया गया. मगरमच्छ के इस रेस्क्यू ऑपरेशन का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब सुर्खियां बटोर रहा है. मगरमच्छ की लंबाई द्वारा 9.6 फीट बताई जा रही है.

इस वीडियो को रमेश पांडे नाम के ट्विटर यूजर ने 30 मई को शेयर किया था. इसके साथ कैप्शन लिखा है- पश्चिम बंगाल के 24 परगना जिले में चक्रवात यास के दौरान एक मगरमच्छ फंस गया, जिसे ग्रामीणों और वन कर्मचारियों द्वारा सफलतापूर्वक बचाया गया. इसे बाद में उसके आवास में वापस छोड़ दिया गया. यह भी पढ़ें: पानी में दिखा सांप तो शिकारी मगरमच्छ ने किया जबरदस्त अटैक, ऐसे किया पल भर में काम तमाम (Watch Viral Video)

देखें वीडियो-

वहीं इसी वीडियो को इससे पहले @sherspeak नाम के ट्विटर हैंडल से शेयर किया गया था, जिसके साथ कैप्शन लिखा गया है- पथरप्रतिमा में 24 परगना वन विभाग की टीम द्वारा 9.6 फीट के एक मगरमच्छ को बचाया गया. साइक्लोन यास की वजह से आई बाढ़ के कारण मगरमच्छ एक स्थानीय व्यक्ति के तालाब में घुस गया. उसे रेस्क्यू करने के बाद लोथियन वन्यजीव अभ्यारण्य में छोड़ा गया. यह भी पढ़ें: शिकार करने के लिए मगरमच्छ ने चीते पर मारा झपट्टा, Viral Video में देखें कैसे बाल-बाल बची उसकी जान

देखें वीडियो-

वीडियो में देखा जा सकता है कि एक मगरमच्छ रिहायशी इलाके में मौजूद एक तालाब में फंसा हुआ है. उसके रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान लोगों की भारी भीड़ देखने को मिल रही है. स्थानीय लोग और वन विभाग की टीम एक साथ मिलकर मगरमच्छ को रेस्क्यू करने में जुटे हुए हैं. काफी मशक्कत के बाद आखिरकार उनकी मेहनत रंग लाती है और वो मगरमच्छ को बचाने में कामयाब हो जाते हैं. मगरमच्छ को सुरक्षित बचाने के बाद उसे उसके आवास छोड़ दिया जाता है.