
सातारा, 27 मई: सतारा और सोलापुर जिलों की आस-पास की तहसीलों के साथ-साथ मान तहसील भी सूखाग्रस्त है. हालांकि, मानसून की असामान्य शुरुआत के कारण मानदेश के नाम से मशहूर इस क्षेत्र की नदियों में बाढ़ आ गई है. सातारा के मान तहसील के कुलकजई गांव के 25 वर्षीय किसान के बेटे से जुड़ी एक उल्लेखनीय घटना ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर काफी चर्चा बटोरी है. विनय घोरपड़े ने अपने 120 किलो वजनी मोटरसाइकिल को अपने कंधों पर उठाया और पानी से भरे खेतों से लगभग आधा किलोमीटर पैदल चलकर एक पारगम्य सड़क तक पहुंचे. "सुबह मैं कुछ किलोमीटर दूर शेंडगेवाड़ी गांव गया. वहां भारी बारिश हो रही थी और बारिश जल्दी रुकने वाली नहीं थी. इसलिए मैंने घर लौटने का फैसला किया. मैंने देखा कि खेतों से होकर जाने वाली कच्ची सड़क पूरी तरह से जलमग्न थी. मेरे आस-पास कोई रिश्तेदार भी नहीं था, जिसके साथ मैं रह सकता था और मुझे अपने माता-पिता की देखभाल के लिए घर वापस जाना था," घोरपड़े ने कहा. यह भी पढ़ें: Mumbai Mansoon 2025: मुंबई में टूटा 75 साल का मानसून का रिकॉर्ड, पहली बार इतनी जल्दी आई बारिश
एक किसान के रूप में जो अपने कंधों पर भारी खाद की बोरियाँ और चारे के बंडल ढोने का आदी है, घोरपड़े ने इस ताकत का अपने फ़ायदे के लिए इस्तेमाल किया. उसने मोटरसाइकिल के पिछले हिस्से को ज़मीन पर रखा और उठाने से पहले उसे अपने कंधों पर टिकाया. "मेरे दोस्त ने वीडियो शूट किया. बाइक को कंधे पर रखकर चलते समय खुद को संतुलित रखना मुश्किल था," घोरपड़े ने कहा, जो ग्रेजुएट है.
किसान के 25 वर्षीय बेटे ने कंधे पर उठाई बाइक
In Kulakjai, 25-yr-old Vinay Ghorpade carried a 120kg motorcycle on his shoulders through knee-deep water after rains submerged roads. A viral moment of rural resilience amid shifting monsoon patterns. #Mandesh #Solapur #Satara #Floods2025 #MonsoonImpact #RuralIndia… pic.twitter.com/XUCZPsOXhE
— Punekar News (@punekarnews) May 27, 2025
मानदेश क्षेत्र में आमतौर पर मानसून की वापसी के दौरान बारिश होती है. वर्तमान में भारी बारिश के कारण नदियों में बाढ़ आ गई है, जिसमें मानगंगा और चंद्रभागा शामिल हैं, जिन्हें नीरा नदी से पानी मिलता है. नीरा नदी की बाढ़ के कारण लगभग 35,000 क्यूसेक पानी नीचे की ओर बहने वाली नदियों में बहा दिया गया है.