प्रत्येक वर्ष 14 नवंबर को विश्व मधुमेह दिवस मनाया जाता है, जो स्वास्थ्य पर मधुमेह के प्रति जागरूकता बढ़ाने का अवसर है. यह मधुमेह की रोकथाम, निदान और उपचार को समझने के अवसरों को उजागर करने का भी प्रयास करता है. ताजे आंकड़े दर्शाते हैं कि दुनिया भर में हर 10 व्यक्तियों में 1 वयस्क व्यक्ति मधुमेह का शिकार है. कहने का आशय 90% से अधिक लोग टाइप-2 मधुमेह से ग्रस्त हैं, और यह तब है, जब करीब पचास फीसदी का निदान नहीं हुआ है. यद्यपि कुछ मामलों में, हेल्दी खानपान और अनुशासित आदतों को अपनाने से टाइप-2 मधुमेह एवं इसकी जटिलताओं पर नियंत्रण रखा जा सकता है. इसलिए इस पर रोकथाम, शीघ्र निदान और समय पर उपचार में सहायता के लिए तमाम जोखिमों और गतिविधियों पर नजर रखना महत्वपूर्ण है. विश्व मधुमेह दिवस के अवसर पर इससे जुड़ी ज्ञानवर्धक जानकारियां...
विश्व मधुमेह दिवस का महत्व
इंटरनेशनल डायबिटीज फाउंडेशन (IDF) के अनुसार, साइलेंट किलर कहे जाने वाले मधुमेह से 2021 में विश्व में करीब 67 लाख लोगों की मौत हुई. अनुमानतः प्रति वर्ष करीब 53.7 करोड़ लोग मधुमेह ग्रस्त जीवन जी रहे हैं. विशेषज्ञों की मानें तो 2030 तक यह संख्या लगभग 64.3 करोड़ तथा 2045 तक 78.3 करोड़ हो जाएगी. मधुमेह विशेषज्ञों के अनुसार मधुमेहग्रस्त 24 करोड़ (44 %) लोगों का इलाज नहीं हो पाता. इनमें ज्यादातर टाइप-2 मधुमेह से पीड़ित थे, जिसे मरीज की लाइफ स्टाइल, खानपान आदि में आवश्यक सुधार करके नियंत्रित किया जा सकता है. गौरतलब है कि मधुमेह के संकेत और लक्षणों को समझने और तत्काल इलाज में उचित जानकारी और गाइडलाइन के अभाव से करीब 54.01 करोड़ वयस्कों को टाइप-2 मधुमेह के विकसित होने का खतरा रहता है. विश्व मधुमेह दिवस पर किशोरों और वयस्कों में मधुमेह टाइप-2 मधुमेह के विकास पर अंकुश लगाया जा सकता है. यह भी पढ़ें : Diwali Padwa 2023 Wishes & Greetings: शुभ दिवाली पड़वा! प्रियजनों को भेजें ये शानदार WhatsApp Messages, GIF Images, HD Wallpapers और Photo SMS
विश्व मधुमेह दिवस का इतिहास
विश्व मधुमेह दिवस की स्थापना 1991 में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के सहयोग से अंतर्राष्ट्रीय मधुमेह फाउंडेशन (IDF) द्वारा की गई थी, लेकिन संयुक्त राष्ट्र संकल्प 61/225 के तहत साल 2006 में इसे आधिकारिक रूप से विश्व मधुमेह दिवस के रूप में मान्यता मिली. दरअसल विश्व मधुमेह दिवस 1922 में चार्ल्स बेस्ट के साथ इंसुलिन का खोज करनेवाले सर फ्रेडरिक बैंटिंग के जन्मदिन 14 नवंबर को रखा गया. इस दिवस पर आयोजित अभियानों को ‘ब्लू सर्कल लोगो’ से दर्शाया जाता है, जिसे वर्ष 2007 में संयुक्त राष्ट्र द्वारा आधिकारिक तौर पर मान्यता दिए जाने के तुरंत बाद घोषित किया गया था. तभी से ब्लू सर्कल को मधुमेह जागरूकता का वैश्विक प्रतीक माना जाता है.
डायबिटीज़ के लक्षण
* अधिक भूख एवं प्यास लगना
* बार-बार पेशाब आना
* हमेशा थका महसूस करना
* वजन बढ़ना तथा घटना
* मुंह का बार-बार सुखना
* संक्रमण के प्रति शरीर का ज्यादा संवेदनशील होना
* आँखों के सामने धुंधला सा दिखना
* शरीर पर किसी भी तरह के घाव लगने पर जल्दी से उसका न भरना
* छोटे-मोटे घाव का शीघ्र पकना
* महिलाओं में बार-बार कैंडिड इन्फेक्शन होना
मधुमेह को नियंत्रित करने के सहज उपाय
* चीनी और रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट के सेवन से बचें
* एक समय में भोजन का थोड़ा-थोड़ा हिस्सा खाने का अभ्यास करें
* खाने में ऐसे फाइबर और भोजन शामिल करें, जिनमें ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम हो.
* धूम्रपान की आदत है तो इसे तत्काल छोड़ दें, ये इंसुलिन प्रतिरोध को बढ़ावा देता है.
* दिन में कम से कम 30 मिनट नियमित व्यायाम करने की आदत बनाएं.
* अपने रक्त कोलेस्ट्रॉल के लेबल पर नजर रखें. जाने लें कि (आदर्श स्तर 200 से नीचे होता है)
* कोल्ड ड्रिंक और अतिरिक्त चीनी वाले पेय पदार्थों के सेवन से बचें, जो टाइप-2 मधुमेह के जोखिम को बढ़ा सकते हैं.
* सामान्य पानी पीने की आदत डालें.