समर सीजन (ग्रीष्म ऋतु) 2019: उत्तरी गोलार्ध में Summer Season की आज से शुरुआत, खास Summer Solstice डूडल बनाकर Google सेलिब्रेट कर रहा है ग्रीष्मकालीन संक्रांति
गूगल डूडल समर सीज़न (ग्रीष्म ऋतु) 2019 (Photo Credits: Google)

Google Doodle Summer Solstice 2019:  21 जून 2019 का दिन बेहद खास है, क्योंकि एक ओर जहां दुनियाभर में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस (International Yoga Day) मनाया जा रहा है तो वहीं दूसरी तरफ उत्तरी गोलार्ध (Northern Hemisphere) में आज से समर सीजन यानी ग्रीष्म ऋतु 2019 (Summer Season 2019) की शुरुआत हो गई है. 21 जून को साल का सबसे लंबा दिन भी माना जाता है, जबकि दक्षिणी गोलार्ध में आज साल का सबसे छोटा दिन है. उत्तरी गोलार्ध में ग्रीष्म ऋतु के आगाज यानी ग्रीष्मकालीन संक्रांति (Summer Solstice) को गूगल एक खास डूडल (Google Doodle) बनाकर सेलिब्रेट कर रहा है.

ग्रीष्मकालीन संक्रांति के इस मौके पर गूगल ने जो डूडल बनाया है उसमें आंखों के साथ नीले रंग की खूबसूरत पृथ्वी को दर्शाया गया है. पृथ्वी के सिर पर एक नारियल का पेड़ और समुद्र तट की एक बेंच दिखाई दे रही है. पृथ्वी का गोल आकार Google में ओ (O) अक्षर का प्रतिनिधित्व कर रहा है. इस डूडल में पृथ्वी के आसपास धब्बे की तरह तारे भी नजर आ रहे हैं.

दरअसल, संक्रांति पृथ्वी पर सर्दियों और गर्मियों के मौसम की शुरुआत को दर्शाती है. ऐसा उस कोण की वजह से होता है, जिस पर पृथ्वी की धुरी घूमती है. यह ग्रह सूर्य के चारों ओर की कक्षा में 23.5 डिग्री पर झुका हुआ है. सूर्य के ओर झुके हुए पृथ्वी के आधे हिस्से में ग्रीष्मकालीन संक्रांति तो वहीं सूर्य से दूरी पर वाले आधे हिस्से में शीतकालीन संक्रांति मनाई जा रही है. यह भी पढ़ें: Google Doodle Earth Day 2019: गूगल ने पृथ्वी दिवस पर बनाया विशेष एनिमेटिड डूडल, 'सबसे लंबे पेड़' से लेकर 'छोटे मेंढक' तक कई अन्य चीजों की दी जानकारी

ग्रीष्मकालीन संक्रांति एक प्रमुख खगोलीय घटना है, जो हर साल होती है. ऐसा तब होता है जब पृथ्वी सूर्य की ओर अपने सबसे बड़े बिंदु पर झुकी होती है. बता दें कि प्रत्येक गोलार्ध सूर्य की तरफ 6 महीने और 6 महीने के लिए सूर्य से दूर झुकाव अनुभव करता है.

संक्रांति को पारंपरिक रूप से चार मौसमों वसंत, ग्रीष्म, शरद और सर्दियों के मौसम को दर्शाने के लिए उपयोग किया जाता है. उत्तरी गोलार्ध में ग्रीष्म ऋतु की शुरुआत 21 जून 2019 से होकर 23 सितंबर 2019 को समाप्त होगी. यह खगोलीय घटना साल में दो बार होती है.