साल 2022 का आखिरी सूर्य ग्रहण 25 अक्टूबर, को लगने जा रहा है. लेकिन चूंकि यह सूर्य ग्रहण पांच दिवसीय दीपावली पर्व के दरम्यान लग रहा है, ऐसे में यह समझना जरूरी है कि इस धार्मिक पर्व को सूर्य ग्रहण किस तरह प्रभावित कर सकता है, क्योंकि मान्यताओं के अनुसार ग्रहण काल में न केवल पूजा वर्जित होता है, बल्कि देवी-देवताओं की प्रतिमा को स्पर्श करना भी प्रतिबंधित होता है. यहां हमारे ज्योतिषाचार्य पंडित रवींद्र पाण्डेय बता रहे हैं कि सूर्य ग्रहण का असर दीपावली को किस हद तक प्रभावित कर सकता है, तथा किन राशि वालों को सूर्य ग्रहण देखने से बचना चाहिए.
एक तरफ साल के सबसे बड़े आध्यात्मिक पर्व की लोग बेसब्री से प्रतीक्षा कर रहे हैं, वहीं दीपावली के मध्य लगने वाले सूर्य ग्रहण को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है, कि क्या सूर्य ग्रहण मानव जाति के साथ-साथ इस पर्व को भी प्रभावित कर रहा है? असमंजस इसलिए कि दीपावली पर भाग्य एवं समृद्धि की देवी लक्ष्मी एवं देवताओं कुबेर और धन्वंतरि की पूजा करनी चाहिए या नहीं, क्योंकि हिंदू धर्म शास्त्रों में ग्रहण काल में शुभ कार्य वर्जित बताया गया है.
सूर्य ग्रहण से कितनी प्रभावित हो सकती है दीपावली?
दीपावली का मूल पर्व धनतेरस (22 अक्टूबर 2022) से शुरू होगा और कार्तिक मास कृष्ण पक्ष की अमावस्या (24 अक्टूबर 2022) के दिन सूर्यास्त के पश्चात लक्ष्मी पूजन होगी. 25 अक्टूबर को परिवा और 26 अक्टूबर को गोवर्धन पूजा, चित्रगुप्त पूजा एवं भाई दूज का पर्व मनाया जायेगा. विभिन्न पंचांगों के अनुसार 24 अक्टूबर 2022 शाम 04.44 बजे तक चतुर्दशी रहेगी. इसके अनुसार 24 अक्टूबर 2022 की रात शुभ मुहूर्त के अनुसार लक्ष्मी पूजन के साथ दीपावली का पर्व मनाया जायेगा. सूर्य ग्रहण 25 अक्टूबर 2022 मंगलवार को सूर्य ग्रहण लग रहा है. पंडित रवींद्र पांडेय के अनुसार संत समाज सूर्य ग्रहण को सिद्धी काल कहते हैं. मान्यता है कि सूर्य ग्रहण के दरम्यान भगवान श्रीराम ने गुरु वशिष्ठ से दीक्षा प्राप्त की थी, चूंकि हिंदू शास्त्रों के अनुसार सूर्यास्त के पश्चात सूर्य ग्रहण का कोई प्रभाव नहीं पड़ता, इसलिए दीवाली पर्व पर भी कोई नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ेगा. वैसे भी भारत में सूर्य ग्रहण नहीं दिखेगा, लोग निश्चिंत होकर दीपावली की पर्व मनायें.
इन राशि वालों पर सूर्य ग्रहण देखना पड़ सकता है भारी!
सूर्य ग्रहण का समय प्रातः 04.31 बजे से प्रातः 5.57 बजे तक चरम पर रहेगा. शाम 04.31 बजे से सूतक काल शुरू होगा. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार यह सूर्य ग्रहण वृषभ राशि, तुला राशि, मिथुन राशि और कन्या राशि वाले जातकों के लिए शुभ नहीं होगा.