Jashne Eid Milad Un Nabi Naat: ‘ईद उल मिलाद’, जिसे ‘ईद मिलाद उन्नबी’ (Mawlid Al-Nabi) भी कहते हैं, पैगंबर मुहम्मद की जन्म-तिथि के अवसर पर मनाया जाता है. इस दिन विशेष रूप से धार्मिक समर्पण और श्रद्धा के साथ विभिन्न प्रकार की रस्में अदा की जाती हैं. नात की परंपरा इस दिन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है. इस संस्कृति का असर विशेष रूप से भारत में खूब देखने को मिलता है. इन नात में धार्मिक प्रेम, भक्ति और पैगंबर के प्रति सम्मान की भावनाएं व्यक्त की जाती हैं. इसके माध्यम से पैगंबर की महानता और उनके जीवन के महत्व को बड़ी खूबसूरती से प्रस्तुत किया जाता है.
नूर वाला आया है, नूर लेकर आया है (Noor Wala Aya Hai Lyrics)
सरकार की आमद मरहबा (Sarkar Ki Aamad Marhaba Owais Qadri)
जश्ने आमदे रसूल (Jashne Amade Rasool Lyrics)
तू कुजा मन कुजा (Tu Kuja Man Kuja Lyrics)
नात में अक्सर पैगंबर मुहम्मद के जीवन के किस्से, उनके उपदेश और उनके द्वारा दिए गए धार्मिक संदेशों के भी दर्शन होते हैं. इस प्रकार, यह न केवल धार्मिक होता है, बल्कि एक शिक्षाप्रद अवसर भी प्रदान करता है.