शनि देव (Shani Dev) नौ ग्रहों में एक ऐसे ग्रह हैं जिन्हें दंडाधिकारी कहा जाता है. कर्मफलदाता होने के कारण शनि देव व्यक्ति को उसके कर्मों के हिसाब से फल प्रदान करते हैं. यही वजह है कि अधिकांश लोग शनि देव से भयभीत रहते हैं, लेकिन शनि देव कभी ऐसे व्यक्ति को दंड नहीं देते हैं जो सच्चाई और ईमानदारी के रास्ते पर चलता है, पर वो ऐसे लोगों को दंड जरूर देते हैं जो बुरे कर्म करते हैं. दरअसल, शनिवार (Saturday) का दिन शनि देव को समर्पित है, इसलिए इस दिन अधिकतर लोग उन्हें प्रसन्न करने के लिए और उनकी कृपा प्राप्त करने के लिए विशेष पूजा-अर्चना (Puja Worship) करते हैं.
शनि देव अपने भक्तों की भक्ति से प्रसन्न होकर उनपर अपनी कृपा बरसाते हैं, लेकिन उनकी पूजा के दौरान अगर किसी से अनजाने में भी कोई गलती हो गई तो शनि देव उसे अपने कोप का भाजन बना लेते हैं. चलिए जानते हैं ऐसी ही 5 जरूरी बातें, जिनका पालन शनि देव की पूजा के दौरान जरूर करना चाहिए.
1- पूजा में न करें इन रंगों का इस्तेमाल
शनि देव की पूजा के दौरान रंगों का विशेष तौर पर ख्याल रखना चाहिए. उनकी पूजा में सिर्फ नीले या काले रंग का प्रयोग करना चाहिए. लाल रंग या लाल फूलों का इस्तेमाल उनकी पूजा में करना वर्जित है. माना जाता है कि लाल रंग मंगल का प्रतीक है, जबकि मंगल और शनि एक-दूसरे के शत्रु हैं, इसलिए उनकी पूजा में लाल रंग की चीजों का इस्तेमाल करने से बचें. यह भी पढ़ें: शनि देव के प्रकोप से बचना है तो, भूलकर भी शनिवार को न खरीदें ये चीजें...
2- न करें तांबे के बर्तन का प्रयोग
अगर आप शनिवार के दिन शनि देव की पूजा करते हैं तो इस दौरान आपको तांबे के बर्तनों का इस्तेमाल करने से बचना चाहिए. दरअसल, तांबा सूर्यदेव से संबंधित है, जबकि सूर्यपुत्र होने के बावजूद शनि देव सूर्य के शत्रु माने जाते हैं. अगर उनके कोप से बचना है और उनकी कृपा प्राप्त करनी है तो उनकी पूजा में हमेशा लोहे के बर्तनों का इस्तेमाल करें.
3- काले तिल व खिचडी का भोग लगाएं
शनि देव की पूजा के दौरान साफ-सफाई का ख्याल रखना जरूरी है, अन्यथा वो नाराज भी हो सकते हैं. इसके अलावा शनि देव को प्रसन्न करने के लिए उनकी पूजा के दौरान उन्हें काले तिल और उड़द के दाल की खिचड़ी का ही भोग लगाना चाहिए.
4- शनिदेव की आंखों में न देखें
अगर आप शनि देव के कोप का भाजन नहीं बनना चाहते है तो उनकी पूजा के दौरान उनकी आंखों में देखने से बचें. इसके अलावा उनकी प्रतिमा के सामने खड़े होकर कभी प्रार्थना नहीं करनी चाहिए. जो इन बातों को नजरअंदाज करता है वो जाने अंजाने में की गई इस गलती के लिए शनि देव के कोप का शिकार हो सकता है. यह भी पढ़ें: भगवान शनि के प्रकोप से बचने के लिए इन नियमों का करें पालन
5- दिशा का ध्यान रखना है जरूरी
शनि देव को पश्चिम दिशा का स्वामी माना जाता है, इसलिए उनके पूजन के दौरान दिशा का ध्यान रखना बेहद जरूरी है. अगर आप शनि देव की कृपा प्राप्त करना चाहते हैं तो जब भी उनकी पूजा करें, पूजन के दौरान आपका मुख पश्चिम दिशा की ओर ही होना चाहिए.