भगवान शनि के प्रकोप से बचने के लिए इन नियमों का करें पालन

भगवान शनिदेव को हिन्दू धर्म में मनुष्यों के कर्मो का दंड देने वाले न्यायाधीश कहा जाता हैं. कहते हैं  वे मनुष्य के अच्छे या बुरे कर्मों का फल देते हैं. हर कोई शनि देव की प्रकोप से बचना चाहता है. लेकिन आप नहीं जानते होंगे कि शनि देव को बड़ी आसानी से प्रसन्न किया जा सकता है. आपको बता दें कि शनि देव की दो तरह से पूजा की जाती है. जिसमें पहला तांत्रिक और दूसरा वैदिक विधि है. शनि देव को प्रसन्न करने के लिए आप इन मंत्रो का जाप कर सकते हैं.

इन मंत्रो से शनिदेव को करें प्रसन्न

1. ॐ शन्नोदेवीरभिष्टय आपो भवन्तु पीतये शन्योरभिस्त्रवन्तु न:

2. ॐ प्रां प्रीं प्रौं स: शनैश्चराय नम:

3. मंत्र- ॐ ऐं ह्लीं श्रीशनैश्चराय नम:।

4. कोणस्थ पिंगलो बभ्रु: कृष्णो रौद्रोन्तको यम:।

5. सौरि: शनैश्चरो मंद: पिप्पलादेन संस्तुत:।।

शनिवार के दिन ये करें

शनिवार के दिन अपने हाथ की लंबाई के अनुसार काला धागा लें और उसका माला बनाकर गले में पहन लें.

काले कुत्ते को तेल में चुपड़ी रोटी और बंदर को भुना हुआ चना खिलाने से फायदा होता.

एक लोहे की कटोरी में सरसों का तेल भरकर उसमें तांबे का सिक्का डालकर घर के किसी अंधेरे कोने वाली जगह पर रखें.

जीवन में तकलीफ ज्यादा हो तो शराब, मांस जैसी तामसी चीजों को न ग्रहण करें.

महामृत्युंजय मंत्र- 'ॐ त्र्यंबकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्द्धनं उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्' का जप भी शुभ होता है