बहुत आम बात है कि कई बार एक पार्टनर को सेक्स करने की इच्छा होती है, लेकिन उस समय दूसरे पार्टनर का मन नहीं होता. इस वजह से उनके बीच कभी-कभी तनाव भी बढ़ जाता है. इस समस्या से कैसे निपटा जा सकता है? जर्मनी की राजधानी बर्लिन में रहने वाली अंद्रेया नाम की एक महिला बेन नाम के लड़के के साथ डेट कर रही थीं. बेन काफी सहयोगी, दयालु और रचनाशील इंसान था. अंद्रेया ने महसूस किया कि उनके विचार काफी मेल खाते थे और दोनों के बीच काफी अच्छी बातचीत होती थी. इसके बावजूद, दोनों के बीच एक बड़ी दिक्कत थी कि अंद्रेया की तुलना में बेन, यौन संबंध बनाने में कम दिलचस्पी दिखाता था.
शुरुआत में अंद्रेया ने सोचा कि इसका मतलब है बेन की उसमें कोई दिलचस्पी नहीं है, लेकिन बेन ने जोर दिया कि उसकी प्राथमिकताओं की सूची में सेक्स थोड़ा नीचे था. अंद्रेया कहती हैं, "हमारे बीच इंसानों की तरह का गहरा रिश्ता नहीं बन पाया था.” वह रिश्ते में अकेलापन महसूस करती थीं, मानो कोई कमी रह गई हो.
यह एक असली कहानी है. डीडब्ल्यू ने इस जोड़े की निजता को ध्यान में रखते हुए उनके नाम बदल दिए हैं. सिर्फ अंद्रेया और बेन ही इस तरह की समस्याओं से परेशान नहीं हैं, बल्कि यह एक आम दिक्कत बन चुकी है. हमने यह पता लगाने की कोशिश की है कि दो पार्टनरों के बीच सेक्स करने की इच्छा अलग-अलग क्यों होती है. साथ ही, आप या आपके पार्टनर अपना रिश्ता खुशहाल बनाए रखने के लिए किस तरह इस दिक्कत से निबट सकते हैं.
अलग-अलग होती है सेक्स से जुड़ी दिलचस्पी
यूनिवर्सिटी ऑफ मिनेसोटा मेडिकल स्कूल में 'सेक्स एंड रिलेशनशिप' शोधकर्ता और पारिवारिक चिकित्सा व सामुदायिक स्वास्थ्य की प्रोफेसर क्रिस्टन मार्क ने कहा, "रिश्तों में सेक्स से जुड़ी एक जैसी दिलचस्पी न होना लंबे समय से आम बात है. इसका मतलब है कि दोनों पार्टनर की यौन इच्छा हमेशा एक जैसी नहीं होती और कभी-कभी एक चाहता है और दूसरा नहीं चाहता, या उतनी बार नहीं चाहता.”
रिश्तों में सेक्स से जुड़ी दिलचस्पी एक जैसी न होने की कई वजहें हो सकती हैं. मार्क कहती हैं कि इस बारे में जानने के लिए सबसे पहले यह समझना जरूरी है कि यौन इच्छा एक समान नहीं रहती. इसे अंद्रेया और बेन के उदाहरण से समझा जा सकता है.
मार्क कहती हैं, "पहले हम सोचते थे कि सेक्स की इच्छा एक स्थायी चीज है, जो समय के साथ नहीं बदलती. जैसे कि कोई ये कहता हो कि ‘मैं ऐसा इंसान हूं, जिसकी दिलचस्पी सेक्स में काफी कम है.' जबकि हकीकत इससे अलग है. सेक्स से जुड़ी इच्छा समय के साथ बदलती रहती है.”
मार्क बताती हैं, "अगर आपके पास दो लोग हैं, जिनकी सेक्स से जुड़ी इच्छा में पूरी जिंदगी उतार-चढ़ाव होता है, तो ऐसे मौके आएंगे. कभी-कभी लंबे समय तक ऐसा हो सकता है कि एक पार्टनर की इच्छा सेक्स करने की हो और दूसरे की न हो.”
सेक्स की इच्छा में क्यों होता है उतार-चढ़ाव
मार्क कहती हैं कि सेक्स से जुड़ी दिलचस्पी तीन वजहों से प्रभावित हो सकती है: व्यक्तिगत, पारस्परिक (रिश्तों के अंदरूनी पहलू) और सामाजिक. तनाव, सेहत दुरुस्त न होना या नींद की कमी को व्यक्तिगत वजह माना जाता है. मार्क ने बताया, "तनाव की वजह से कुछ लोगों में सेक्स करने की इच्छा कम हो जाती है. वहीं, कुछ में बढ़ जाती है.”
मार्क रेखांकित करती हैं कि रिश्तों के अंदरूनी पहलू, यानी आपका आपसी रिश्ता कैसा है, आप खुश हैं या एक-दूसरे के प्रति आकर्षण कम हो गया है, ये पहलू भी सेक्स से जुड़ी दिलचस्पी को प्रभावित करते हैं. ये काफी सामान्य कारण हो सकते हैं. उन्होंने कहा, "बहुत से लोग हमें बताते हैं कि उनकी सेक्स में कम दिलचस्पी है, जबकि बात सिर्फ इतनी सी होती है कि, ‘नहीं, असल में मुझे अपना पार्टनर उतना पसंद नहीं है.”
अगर सेक्स के बारे में सही तरह से बातचीत न की जाए, तो खुशहाल रिश्तों में भी ऐसी दिक्कतें हो सकती हैं. मार्क बताती हैं, "लंबे समय से चले आ रहे रिश्तों में, खासकर कुछ जोड़े सेक्स शुरू करने के लिए खास तरीका अपना लेते हैं, जो बाद में संवेदनशील मुद्दा बन सकता है. उदाहरण के लिए, अगर आपको एक-दो बार मना कर दिया जाता है, तो इसका आपकी यौन इच्छा पर बहुत नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है. मुमकिन है कि आप फिर इनकार किए जाने के डर से कोशिश ही ना करना चाहें.”
आंद्रेया ने बेन के साथ अपने रिश्ते में ऐसा ही महसूस किया. उन्होंने कहा कि इनकार किए जाने के डर से कई बार उन्होंने सेक्स की पहल नहीं की.
मार्क कहती हैं कि लैंगिक असमानता जैसे सामाजिक कारक भी सेक्स से जुड़ी दिलचस्पी को प्रभावित कर सकते हैं. घर के अधिकांश काम करने वाली महिलाएं अपने पार्टनर के साथ सेक्स करने में कम दिलचस्पी महसूस कर सकती हैं. खासकर, अगर उन्हें लगता हो कि उनका साथी घर के कामों में हाथ नहीं बंटा रहा है या उसके तनाव को और बढ़ा रहा है.
सेक्स की इच्छा हमेशा स्वाभाविक नहीं होती
मार्क यह भी कहती हैं कि जोड़ों के लिए ये समझना जरूरी है कि यौन इच्छा अक्सर वैसी नहीं होती, जैसा हम सोचते हैं. अचानक सेक्स करने की इच्छा कभी-कभी ही होती है. जबकि, ज्यादातर समय ऐसा होता है कि किसी वजह से उत्तेजित होने के बाद सेक्स करने की चाहत बढ़ने लगती है.
वह बताती हैं, "हो सकता है कि सेक्स शुरू करने से पहले आपको ऐसा करने की इच्छा न हो, लेकिन एक बार जब आप सेक्स करने लगते हैं, तो आपको अच्छा लगता है. आपको इससे सुख मिलता है. फिर ऐसा बार-बार होने लगता है, जो आपके लिए काफी फायदेमंद होता है.”
सेक्स में कम दिलचस्पी को दूर करने का तरीका
मार्क कहती हैं कि अगर किसी साथी की सेक्स में दिलचस्पी काफी ज्यादा हो और दूसरे की कम, तो पहला साथी अकेलापन महसूस कर सकता है. वहीं, कम इच्छा रखने वाले साथी को ‘समस्या वाला' माना जा सकता है, यानी उसके बारे में सोचा जा सकता है कि उसे कोई दिक्कत है.
नतीजतन, सेक्स में कम दिलचस्पी रखने वाले साथी पर अपनी इच्छा को बढ़ाने के लिए काफी ज्यादा दबाव पड़ता है. जबकि, दूसरे पर अपनी इच्छा को घटाने के लिए बहुत कम या कोई दबाव नहीं पड़ता है. मार्क ध्यान दिलाती हैं, "जो जोड़े इस समस्या को अच्छी तरह से हल कर पाते हैं, वे बीच की राह तलाशते हैं.”
मार्क ने बताया कि ऐसे जोड़े जो सेक्स से जुड़ी दिलचस्पी के बीच सामंजस्य नहीं बना पा रहे हैं और उनके रिश्ते में दिक्कतें आ रही हैं, उन्हें खुलकर सेक्स से जुड़ी जरूरतों के बारे में बातचीत करनी चाहिए. यह पता लगाने की कोशिश करनी चाहिए कि ऐसा क्या करें जिससे दोनों की जरूरतें पूरी हो सकें.
मार्क के अनुसार, कई लोगों के लिए सेक्स की इच्छा वास्तव में अपने साथी के करीब आने और गहराई से जुड़ने के लिए होती है. रिश्ते में अच्छा सेक्स इस बात की पुष्टि करता है कि आपका साथी आपको चाहता है. कई जोड़े इस दूरी को खत्म करने के लिए बातचीत के जरिए एक-दूसरे का भरोसा मजबूत करते हैं और बिना सेक्स के ही शारीरिक स्पर्श बनाए रखते हैं. जैसे- गले लगना, हाथ पकड़ना, चूमना या सार्वजनिक तौर पर प्यार दिखाना.
अंद्रेया ने बेन के साथ सेक्स को लेकर जो महसूस किया, वह उनके लिए पहला ऐसा अनुभव नहीं था. सालों पहले अंद्रेया ने एक ऐसे शख्स को डेट किया था, जो स्वास्थ्य कारणों से यौन संबंध नहीं बना सकता था, लेकिन तब उन्हें ऐसी दिक्कत महसूस नहीं हुई थी.
अंद्रेया बताती हैं, "उसने महसूस कराया कि वह मुझे बहुत प्यार करता है. उसने मेरी काफी तारीफ की. मुझे पता था कि वह मेरी ओर आकर्षित था. वह मुझे खूबसूरत मानता था. कई तरीकों से मुझे संतुष्ट करने की कोशिश करता था. मुझे खुश रखने की कोशिश करता था.”
सेक्स करने की कोई तय सीमा नहीं
मार्क कहती हैं कि हर हफ्ते अपने साथी के साथ सेक्स करने की कोई तय सीमा नहीं होती है. मार्क अपने काम के दौरान जोड़ों को इस दबाव से उबरने में मदद करती हैं कि उनका सेक्स जीवन ‘असामान्य' है या उनके पड़ोसियों से ‘बुरा' है.
मार्क के मुताबिक, कुछ शोध बताते हैं कि हर हफ्ते एक बार सेक्स करना सबसे अच्छा है. हालांकि, असलियत में हर इंसान और रिश्ते में ये अलग-अलग होता है.