जब जीवन लक्ष्यों के बारे में बात की जाती है, तो सबसे सामान्य उत्तर में से एक है अच्छा लाइफ पार्टनर मिलने की इच्छा, जिसके साथ फॅमिली बढ़ा सकते हैं और सेटल्ड हो सकते हैं. आप एक ऐसा लाइफ पार्टनर ढूंढ भी लेते हैं जो आपका हर मुश्किल घड़ी में सपोर्ट करता है, जिसे सही मायने में आपका 'बेटर हाफ' कहा जा सकता है. लेकिन शुरूआती आकर्षण के बाद चीजें धीरे-धीरे धुंधली होने लगती हैं. जैसे ही रिश्ता इस दौर से गुजरने लगता है आपको अपने रिश्ते को बचाने के लिए बहुत सारे प्रयास करने पड़ते हैं. यह भी पढ़ें: World heart day 2020: 'समय पर व्यायाम और पौष्टिक खानपान जरूरी'
बातचीत एक रिश्ते के सबसे महत्वपूर्ण पहलुओं में से एक है. एक दूसरे के साथ हेल्दी रिलेशनशिप मेंटेन करने के लिए दोनों में अंडरस्टैंडिंग होना बहुत जरुरी है, ये तभी पॉसिबल होगा जब दोनों के बीच अच्छी बॉन्डिंग होगी और रोजाना बातचीत होगी. शुरू में तो कपल के बीच रोजाना बातचीत होती है, जब दोनों एक दूसरे को जानने की कोशिश करते हैं. लेकिन जैसे ही रिश्ता आगे बढ़ने लगता है दोनों के बीच सिर्फ महत्वपूर्ण जानकारी पास होती है. दोनों पार्टनर में इंटीमसी बनाए रखने के लिए दोनों को एक दूसरे के बारे में लगातार जानना जरुरी है, जो लगातार बातचीत से ही मुमकिन है.
एक रिश्ते में बातचीत इसलिए भी महत्वपूर्ण माना जाता है क्योंकि यह दोनों पार्टनर के बीच विश्वास बनाने में मदद करता है, ताकि वे अपने जीवन में चल रही अच्छी या बुरी चीजों को शेयर करने में सहजता महसूस करें. जब आप किसी ऐसे व्यक्ति की तलाश करते हैं, जिसके साथ आप अपना पूरा जीवन बिता सकते हैं और ऐसा करने के लिए आपको उस व्यक्ति पर ट्रस्ट होना चाहिए.
कुछ रिश्ते में शुरू होने के कुछ वक्त बाद से परेशानियां शुरू होने लगती हैं, जिसकी वजह से रिश्ता धुंधलाने लगता है. इसलिए अपने रिश्ते में वो स्पार्क वापस लाने के लिए सिंपल रोमांटिक जेस्चर्स आपको करीब ला सकते हैं. डिनर डेट, नयी हॉबी एक्सप्लोर करें या एक हफ्ते के लिए छुट्टियों पर जाएं, आदि आपको बहुत करीब ला सकते हैं.
आमतौर पर किसी लड़ाई के बाद या किसी बात पर असहमति के कारण लड़ाई और बढ़ जाती है. जिसकी वजह से लोग अपने रिश्ते में खुश नहीं रहते हैं. इसलिए कपल को अपने झगड़ों का समाधान जरुर निकालना चाहिए. सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि आपको हमेशा समस्या पर बात करनी चाहिए चाहे वह कितनी भी बड़ी या छोटी क्यों न हो. रिश्ते में कॉनफ्लिक्ट कभी कभी पूरी तरह से स्वस्थ होता है, लेकिन इसे शांत और समझदार तरीके से हल करने की आवश्यकता होती है. एक-दूसरे पर चिल्लाने या दोष देने से झगड़ा और बढ़ेगा, आपके साथी की भावना को चोट भी पहुंच सकती है. अकेले में शान्ति से बात करें और अपनी गलती को स्वीकार करना ही समझदारी है. गलती मान लेने से गुस्सा ख़त्म हो जाता है.