हर कपल अपनी स्वतंत्रता एवं पसंद के अनुरूप लवमेकिंग (lovemaking) में यकीन रखता है, और उसी के अनुरूप सेक्स (Sex) का आनंद लेता है. इस दरम्यान दोनों की ही कोशिश रहती है कि उसके साथी को किसी तरह की शारीरिक पीड़ा ना हो. इसके विपरीत कुछ लोग आक्रामक तरीके से सेक्स करना पसंद करते हैं. कुछ लोग इसे रफ अथवा एग्रेसिव सेक्स भी कहते हैं. यद्यपि कुछ लोग इसे उचित नहीं मानते, लेकिन हालिया शोध में पाया गया है कि आज भी 70 प्रतिशत कपल्स रफ (rough) यानी आक्रामक सेक्स (Aggressive Sex) का भरपूर मजा लेते हैं. आइये जानें क्या है एग्रेसिव, रफ अथवा आक्रामक सेक्स. यह भी पढ़ें: Sex के संदर्भ में क्या कहता है आयुर्वेद? किस मौसम में सेक्स जरूरी है और किस मौसम में नहीं? जानें चौंकाने वाले कुछ तथ्य?
क्या है रफ अथवा आक्रामक सेक्स?
बंद कमरे में कपल्स द्वारा किसी भी तरह का सेक्स जो शारीरिक रूप से आक्रामकता का प्रदर्शन करे, उसे रफ, एग्रेसिव अथवा आक्रामक सेक्स कहते हैं. इस प्रक्रिया में पार्टनर को बांधने से लेकर थप्पड़ मारने. बम पर थप्पड़ मारने अथवा किसी अन्य तरह से टॉर्चर करते हुए सेक्स करने को आक्रामक सेक्स कहा जाता है. बिना किसी दबाव के एवं आपसी सहमति होनेवाली यह प्रक्रिया दोनों को ही समान सेक्सुअल आनंद दिलाती है. शोध की रिपोर्ट के अनुसार पुरुष एवं स्त्रियों में आक्रामक अथवा रफ सेक्स का लेबल अलग-अलग होता है. जरूरी नहीं है कि सेक्स के दरम्यान शारीरिक पीड़ा को ही रफ सेक्स कहा जाता है. फोन पर सेक्सुअल बातें करना अथवा पोर्न देखते हुए सेक्स करना भी आक्रामक सेक्स माना जाता है.
सेक्स एक आनंद देनेवाली दैहिक प्रक्रिया है, इसलिए एक कपल आपसी सहमति से बंद कमरे में जब और जिस एक्शन में चाहे सेक्स का आनंद ले सकता है. इसमें किसी को एतराज या विरोध कोई मायने नहीं रखता. विशेषज्ञों की भी यही राय है कि स्वेच्छिक तरीके से सेक्स करने में कपल्स के बीच भी कोई शर्मिन्दगी महसूस नहीं होनी चाहिए. अलबत्ता यहां एक बात पर जरूर ध्यान रखना चाहिए कि रफ सेक्स अथवा एग्रेसिव सेक्स क्रिया में दोनों की सहमति बहुत जरूरी है. क्योंकि आपसी रजामंदी ही सेक्स का भरपूर आनंद दिलाती है. वरना एक पक्षीय आक्रामक सेक्स बलात्कार की श्रेणी में रखा जायेगा. यह भी पढ़ें: Perfect Lingerie Is Game Changer: एक परफेक्ट लिंगरी कैसे आपके रोमांटिक लाइफ में गेम चेंजर हो सकती है
आपसी सहमति से एक कोड वर्ड बना लें
आक्रामक अथवा एग्रेसिव सेक्स का आशय पार्टनर की ‘आह’ या ‘ऊह’ जैसी चीखें ही नहीं होतीं, बल्कि सेक्स केचरमोत्कर्ष के लिए कुछ भी करने की स्वतंत्रता होता है. बशर्ते पार्टनर के साथ जिस भी तरह से सेक्स करना चाहते हैं, उसे पहले से बताना एवं विश्वास में लेना जरूरी होता है. उससे पूछना चाहिए कि वह किन बातों को एक्सप्लोर करना चाहती है. आक्रामक सेक्स करते समय आपको अपनी पार्टनर से पूछते रहना चाहिए कि वह कितनी गहराई तक आनंद लेना चाहती है. अगर खुले शब्दों में कुछ कहने में झिझक होती है तो एक कोड वर्ड बना लें. मसलन स्लो सेक्स के लिए व्हाइट, मध्य के लिए यलो और पीक पर पहुंचने पर रेड कहकर बतायें. असहनीय पीड़ा की स्थिति में नो कहकर सेक्स प्रक्रिया से विराम लिया जा सकता है.
नोट- इस लेख में दी गई सेहत से जुड़ी तमाम जानकारियों को सूचनात्मक उद्देश्य से लिखा गया है. इसे किसी बीमारी के इलाज या फिर चिकित्सा सलाह के लिए प्रतिस्थापित नहीं किया जाना चाहिए और लेख में बताए गए टिप्स पूरी तरह से कारगर होंगे इसका हम कोई दावा नहीं करते हैं, इसलिए लेख में दिए गए किसी भी टिप्स या सुझाव को आजमाने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें.