Karva Chauth 2018: 27 अक्टूबर, शनिवार के दिन देशभर में करवा चौथ का पर्व मनाया जाएगा. यह व्रत पति की लंबी आयु के लिए रखा जाता है. मान्यताओं के अनुसार, करवा चौथ के दिन सुहागन महिलाओं द्वारा व्रत रखने से सारे पाप नष्ट होते हैं और जीवन में किसी प्रकार का कष्ट नहीं होता और आयु में वृद्धि होती है. इस दिन भगवान गणेश तथा शिव-पार्वती और चंद्रमा की पूजा की जाती है. यह ऐसा व्रत है जिसे पूरे विधि-विधान के साथ करना चाहिए क्योंकि इसमें किसी भी तरह की कमी होने पर व्रत का पूर्ण फल नहीं मिलता है.
करवा चौथ के इस पावन पर्व को लेकर महिलाओं में खासा उत्साह देखने को मिलता है. वो नए-नए कपड़े, साज-श्रृंगार की चीजें और पूजन की सामग्रियों की शॉपिंग करने में जुट जाती हैं. बता दें कि इस पर्व में सबसे ज्यादा महत्व पूजन सामग्री यानी पूजा की थाली का है. तो चलिए जानते हैं उन सामग्रियों की पूरी लिस्ट जो आपकी पूजा की थाली में जरूर होने चाहिए.
करवा चौथ पूजन के लिए आवश्यक सामग्री
भगवान शंकर, मां पार्वती और गणेश जी की प्रतिमा, करवा माता की प्रतिमा, कच्चा दूध, कुमकुम, अगरबत्ती, शक्कर, शहद, पुष्प, देसी घी, दही, मिठाई, गंगाजल, चंदन, चावल, चुनरी, सोलह श्रृंगार की सामग्री, मिट्टी का टोंटीदार करवा और ढक्कन, दीपक, बाती के लिए रूई, गेंहू, शक्कर का बूरा, पानी का लोटा, गौरी बनाने के लिए पिली मिट्टी, लकड़ी का आसन, छननी, आठ पूरियों की अठवारी, हलवा और दक्षिणा के लिए पैसे इत्यादि. यह भी पढ़ें: Karva Chauth 2018: करवा चौथ पर इन तोहफों से जीत सकते हैं आप अपनी पत्नी का दिल
कथा और पूजन के लिए आवश्यक चीजें
करवा चौथ के दिन चांद को अर्घ्य देने से पहले प्रदोष काल में भगवान गणेश, माता पार्वती, भगवान शिव और करवा माता की पूजा की जाती है. उसके बाद करवा चौथ व्रत की कथा या कहानी सुनी जाती है. इस दौरान पूजा की थाली में इन चीजों की आवश्यकता होती है.
- करवा माता की पूजा के लिए उनकी तस्वीर.
- दीपक जलाने के लिए घी और रूई.
- गणेश और शिव जी के लिए जनेउ जोड़ा.
- माता पार्वती के लिए चुनरी वो सोलह श्रृंगार.
- अबीर, गुलाल, कुमकुम, हल्दी, कलावा,चंदन, इत्र, अगरबत्ती और नारियल.
- नैवेद्य के लिए मिठाई और फल.
- खील से भरे करवे.
करवा माता की कथा पढ़ने और पूजन करने के बाद ये सारी सामग्री अपनी सास या घर की किसी बुजुर्ग विवाहित महिला को देनी चाहिए. यह भी पढ़ें: Karva Chauth 2018: करवा चौथ का व्रत खोलने के बाद क्या खाएं, ताकि न हो पाचन से जुड़ी समस्या
चंद्रमा पूजन के लिए जरूरी चीजें
करवा चौथ के पूजन के बाद चंद्रमा के दर्शन, पूजन और अर्घ्य देने के लिए आपकी पूजा का थाली में ये खास चीजें होनी चाहिए.
- अबीर, गुलाल, कुमकुम, हल्दी, कलावा.
- जनेउ जोड़ा , फूल, अक्षत, चंदन और अगरबत्ती.
- घी का दीपक.
- चंद्र दर्शन के लिए छलनी.
- चंद्रमा को अर्घ्य देने के लिए करवे में जल.
- व्रत खोलने के लिए पानी और मिठाई.
करवा चौथ पूजन विधि
- करवा चौथ के दिन सुबह उठकर स्नान आदि कर्मों से निवृत्त होने के बाद स्वच्छ वस्त्र धारण करें और व्रत का संकल्प लें.
- व्रत का संकल्प लेने के लिए ‘‘मम सुखसौभाग्य पुत्रपौत्रादि सुस्थिर श्री प्राप्तये कर्क चतुर्थी व्रतमहं करिष्ये" मंत्र का जप करें.
- घर के मंदिर की दीवार पर गेरू से फलक बनाएं और चावल को पीसकर उससे करवा का चित्र बनाएं. ऐसा मुमकिन न हो तो बाजार से करवा माता की बनी बनाई प्रतिमा खरीद कर स्थापित करें.
- शाम को माता पार्वती और शिव की कोई ऐसी फोटो लकड़ी के आसान पर रखें, जिसमें भगवान गणेश मां पार्वती की गोद में बैठे हों.
- मां पार्वती को चुनरी व श्रृंगार की सामग्री चढ़ाएं और भगवान गणेश व शिव जी को जनेऊ जोड़ा अर्पित करें.
- इसके बाद मां पार्वती, भगवान गणेश, शिव जी और माता करना की आराधना करें, फिर करवा चौथ की कथा पढ़े या सुनें.
- चंद्रोदय के बाद चांद की पूजा करें और अर्घ्य दें. इसके बाद पति के हाथ से पानी पीकर अपना व्रत खोलें.
- पूजन के बाद अपने सास-ससूर और घर के बड़े-बुजुर्गों का आशीर्वाद जरूर लें.