International Condom Day 2020: सेफ सेक्स का सबसे आसान विकल्प है कंडोम, अगर आप भी करते हैं इसका इस्तेमाल तो जान लें ये जरूरी बातें
अंतरराष्ट्रीय कंडोम दिवस 2020 (Photo Credits: Facebook)

International Condom Day 2020: दुनिया भर में हर साल 14 फरवरी को वैलेंटाइन डे (Valentine's Day) मनाया जाता है और उससे ठीक एक दिन पहले यानी 13 फरवरी को अंतरराष्ट्रीय कंडोम दिवस  (International Condom Day) मनाया जाता है. अनचाही प्रेगनेंसी (Unwanted Pregnancy) और यौन संचारित रोगों (Sexually Transmitted Disease) से बचाव के लिए कंडोम  (Condom) के इस्तेमाल को सबसे सुरक्षित विकल्प माना जाता है. वैलेंटाइन डे से ठीक एक दिन पहले मनाए जाने वाले इस दिन के पीछे का मकसद कंडोम के इस्तेमाल को बढ़ावा देना और सुरक्षित सेक्स के प्रति लोगों में जागरूकता पैदा करना है. हालांकि आज भी कई लोग सेक्स के दौरान कंडोम का इस्तेमाल करना पसंद नहीं करते हैं, जिसके चलते अनचाहे गर्भ और यौन संचारित रोगों के होने का खतरा हरदम बना रहता है.

मार्केट में पुरुष कंडोम के अलावा महिला कंडोम के भी कई विकल्प मौजूद हैं. लोग सुरक्षित सेक्स के लिए कंडोम का इस्तेमाल करें, इसके लिए मार्केट में अलग-अलग फ्लेवर के कंडोम भी मिलते हैं. अगर आप भी कंडोम का इस्तेमाल करते हैं तो आपको उससे जुड़ी कुछ जरूरी बातें पता होनी चाहिए.

क्या है कंडोम ?

कंडोम एक बेहद पतली रबर की खोल होती है, जिसका इस्तेमाल अनचाही प्रेगनेंसी और यौन संचारित रोगों से बचने के लिए पुरुष अपने प्राइवेट पार्ट पर करते हैं. ज्यादातर कंडोम का निर्माण लेटेक्स से होता है. अगर इसका इस्तेमाल सही तरीके से किया गया तो यौन रोगों और अनचाहे गर्भ का खतरा 85 से 98 फीसदी तक कम हो जाता है. कंडोम का इस्तेमाल सुरक्षित सेक्स के लिए बेहतर विकल्प माना जाता है, लेकिन यह 100 फीसदी कारगर नहीं है.  यह भी पढ़ें: International Condom Day 2019: चिकन टिक्का मसाला से लेकर गांजे तक ये 8 अजीब कंडोम फ्लेवर आपको कर देंगे खुश

कंडोम का सही साइज

सेफ सेक्स के लिए सही साइज के कंडोम का इस्तेमाल करना बेहद आवश्यक है, क्योंकि गलत साइज के कंडोम के इस्तेमाल से उसके फटने का खतरा अधिक होता है. सही साइज का कंडोम अनचाही प्रेगनेंसी और यौन संचारित रोगों के खतरे को 98 फीसदी तक कम करता है. सही साइज का कंडोम सेक्स के दौरान आपके कंफर्ट लेवल को बढ़ाता है, जबकि गलत साइज का कंडोम आपकी असुविधा को बढ़ा सकता है और उसके फटने की संभावना भी अधिक होती है. कंडोम कंपनियां पुरुषों की सहुलित के हिसाब से अलग-अलग साइज के कंडोम बना रही हैं, ताकि अपने पेनिस के आकार के हिसाब से आप परफेक्ट साइज के कंडोम को खरीद सकें.

कंडोम की एक्सपायरी डेट

दूसरी चीजों की तरह कंडोम की भी एक्सपायरी डेट होती है, इसलिए जब भी आप कंडोम खरीदें उसके पैकेट पर एक्सपायरी डेट जरूर चेक कर लें. दरअसल, कंडोम की एक्सपायरी जैसे-जैसे नजदीक आने लगती है, उसकी इलास्टिसिटी और असर दोनों ही कम होने लगते हैं. इसके साथ ही इस बात का भी ख्याल रखना जरूरी है कि अगर कंडोम की एक्सपायरी डेट निकल गई है, फिर भी कंडोम देखने में सही लग रहा है तो भी इसका इस्तेमाल करने से बचें. हो सकता है कि सेक्स के दौरान कंडोम फट जाए.

सही तरीके से करें हैंडल

कंडोम बेहद नाजुक होता है और यह उंगलियों के नाखूनों, अंगूठी या किसी भी नुकीली चीज के संपर्क में आने पर आसानी से फट सकता है. कंडोम के पैकेट को खोलने के लिए कैंची का इस्तेमाल न करें, वरना पैकेट खोलने के दौरान ही वो फट सकता है. अगर छोटी सी लापरवाही के चलते कंडोम डैमेज हो गया हो तो उसका इस्तेमाल करने से बचें, क्योंकि ऐसा करना रिस्की हो सकता है.

क्वालिटी भी है जरूरी 

अगर आप कंडोम का इस्तेमाल अनचाही प्रेगनेंसी और यौन संचारित रोगों से बचने के लिए करते हैं तो हमेशा अच्छी क्वालिटी का कंडोम ही खरीदें. दरअसल, सस्ते कंडोम का इस्तेमाल करने से सेक्स के दौरान उसके फटने की संभावना अधिक होती है और सस्ते कंडोम से प्राइवेट पार्ट में संक्रमण भी हो सकता है. यह भी पढ़ें: Condom Mistakes: गलत तरीके से पहन रहे हैं कंडोम, इस बात से आप भी हैं अनजान

इस बातों का रखें ख्याल

कंडोंम का इस्तेमाल करते समय इस बात का ख्याल रखना बेहद जरूरी है कि एक बार में महिला या पुरुष में से एक ही व्यक्ति कंडोम का इस्तेमाल करे. फीमेल और मेल कंडोम का इस्तेमाल एक साथ करने से बचें. कंडोम का इस्तेमाल करने के बाद उसे तुरंत कूड़ेदान में फेंक दें. इसे पर्स में नहीं रखना चाहिए और न ही सूरज की रोशनी के संपर्क में आने देना चाहिए. एक कंडोम का इस्तेमाल एक ही बार करें, उसे दोबारा पहनने की गलती न करें. मार्केट में कई फ्लेवर के कंडोम उपलब्ध हैं, इसलिए अपना पार्टनर के पसंदीदा फ्लेवर वाले कंडोम का इस्तेमाल करें.