नौतपा का प्रकोप चरम पर है. उत्तर भारत समेत देश भर में पारा 47 से 50 के बीच बताया जा रहा है. कुछ प्रदेशों में तेज लू और धधकती गर्मी के कारण हाई अलर्ट घोषित किया गया है, जबकि अधिकांश स्कूल आगामी सूचना तक के लिए बंद कर दिये गये हैं. मौसम विशेषज्ञों ने भी एलर्ट जारी किया है कि बहुत जरूरी हो, तभी घर से बाहर निकलें. खबरों के अनुसार झुलसती गर्मी और लू से भारी तादाद में लोग शिकार बन रहे हैं. आहार विशेषज्ञों का भी कहना है कि फास्ट फूड या जंक फूड घातक या जानलेवा भी साबित हो सकता है. इसलिए खानपान में विशेष सावधानी बरतना आवश्यक है. गुड़गांव स्थित एक विख्यात प्राइवेट अस्पताल की आहार विशेषज्ञ (Dietician) डॉक्टर खुशबू के अनुसार गर्मी और गर्म हवाओं (लू) से बचने के लिए अपनी डाइट में इन वस्तुओं को अवश्य शामिल करें. आइये जानें वे कौन-कौन सी वस्तुएं हैं...
संतराः
गरमी के मौसम में संतरे का सेवन नियमित करना चाहिए, क्योंकि इसमें 88 फीसदी पानी तथा प्रचुर मात्रा में विटामिन सी, विटामिन ए, फाइबर और कैल्शियम होता है. इसके साथ ही इसमें पोटेशियम की मात्रा भी है, जो शरीर की तमाम तरह से सुरक्षा करते हैं. डिहाइड्रेशन की स्थिति में यह मांसपेशियों के दर्द को भी कम करता है. यह भी पढ़ें : भारत में कैंसर के 20 प्रतिशत मामलों में 40 वर्ष से कम उम्र के लोग पीड़ित : शोध
तरबूजाः
तरबूज में वसा नहीं होती, कैलोरी की मात्रा भी कम होती है. इसके अलावा विटामिन ए, विटामिन बी-6, विटामिन सी, लाइकोपीन, एंटीऑक्सीडेंट्स और अमीनो एसिड्स भी पर्याप्त मात्रा में उपस्थित होते हैं. तरबूज में इलेक्ट्रोलाइट्स जैसे पोटेशियम की पर्याप्त मात्रा होने से शरीर में पानी की मात्रा को कम नहीं होने देता. इसके नियमित सेवन से तेज गर्मी अथवा लू की स्थिति में रक्त प्रवाह और पाचन तंत्र सुचारू रहता है.
खीरा या ककड़ीः
खीरा या ककड़ी सेहत ही नहीं सौंदर्य के लिए भी महत्वपूर्ण पदार्थ है. खीरा में विटामिन ए, बी और सी होने से शरीर को पर्याप्त ऊर्जा मिलती है. खीरा हाइड्रेटिंग भोजन है, जो पानी की मात्रा से भरपूर और कैलोरी में कम है. यह शरीर के तापमान को नियंत्रित करने और विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में सहायता करती है. खीरा में भी 80 प्रतिशत पानी होता है, जिसकी वजह से शरीर में पानी की कमी नहीं होने पाती. त्वचा कोमल और चमकदार रहती है, यह आंखों को शीतलता प्रदान करता है.
नारियल पानीः
नारियल पानी एक प्राकृतिक पेय है, जिसे ‘तेंदुल’ भी कहते हैं. इसमें तमाम किस्म के औषधीय गुण होते हैं. नारियल पानी में पोटैशियम, सोडियम, मैग्नीशियम भरपूर मात्रा में होते हैं, इसके सेवन से शरीर को तेजी से पुनर्जलीकरण करने में मदद करता है. फाइबर होने से पाचन क्रिया सुचारु रखता है. जिसकी वजह से कब्ज अथवा एसिडिटी की समस्या का समाधान होता है.
नींबू पानी या शिकंजीः
नींबू पानी पर हुए तमाम शोध की रिपोर्ट बताते हैं, कि विटामिन-सी से भरपूर नींबू शरीर के तापमान को कम करने में मदद करता है. यह शरीर को मॉइस्चराइज और ऑक्सीजन प्रदान कर सकता है. इसका नियमित सेवन करने से शरीर की ऊर्जा में सुधार और तरोताजा महसूस करने में मदद मिलती है. यह घरेलू इलेक्ट्रोलाइट के महत्वपूर्ण भागों में एक है. नींबू पानी बनाना बहुत आसान है. एक गिलास ठंडे पानी में आधा नींबू, चुटकी भर नमक और एक चम्मच शक्कर अच्छी तरह मिलाएं. बस शिकंजी तैयार है. बाहर जानें एवं बाहर से आने पर एक गिलास शिकंजी पीने से लू आपको छू भी नहीं सकता.













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