चुनौतियों भरे 2021 को अलविदा कहने और 2022 के स्वागत के लिए पूरी दुनिया तैयार है. नये साल में अच्छी सेहत और फिटनेस सभी की प्राथमिकता होती है. लेकिन कोरोना के नये वैरियंट ओमिक्रॉन ने एक बार फिर पूरी दुनिया को दहशत के साये में ला खड़ा किया है. ऐसे में नये साल में हम सभी को ओमिक्रॉन पर विजय प्राप्त करने और फुल फिटनेस हासिल करने की दिशा में अग्रसर रहने का संकल्प लेना चाहिए. इस लेख में दिल्ली-एनसीआर के अनुभवी फिटनेस एक्सपर्ट गौरव ग्रोवर ने पांच टिप्स सुझाये हैं. उनके अनुसार इन टिप्स को फालो करते हुए आप पूरे साल चुस्त-दुरुस्त रहते हुए कोरोना के किसी भी वैरियेंट को मात दे सकते हैं. आइए जानें वे क्या कहते हैं
1- नियमित व्यायाम एवं जॉगिंग करें!
शारीरिक रूप से चुस्त-दुरुस्त व्यक्ति किसी रोग से आसानी से संक्रमित नहीं होता, और इसके लिए नियमित व्यायाम की भूमिका सबसे महत्वपूर्ण होती है. ग्रोवर बताते हैं कि व्यायाम करने से ह्रदय और मांसपेशियां मजबूती से अपना कार्य करती हैं. व्यायाम शारीरिक थकान और तनाव को दूर कर किसी भी तरह के अवसाद को कम अथवा खत्म करता है. कोविड-19 संक्रमण काल में देखा गया कि व्यायाम, जॉगिंग अथवा एरोबिक्स करनेवाले अपेक्षाकृत कोरोना संक्रमण से सुरक्षित रहे हैं. इसलिए नववर्ष से अगर हम व्यायाम अथवा एरोबिक्स इत्यादि करते हैं तो हमारी मजबूत मांसपेशियां एवं ह्रदय अपना कार्य सुचारु रूप से तो करेंगे ही साथ ही हम चुस्त-दुरुस्त भी रहेंगे. ध्यान रहे कि तीन से चार किमी पैदल चलने से भी अतिरिक्त कैलरी जलती है, जिससे शरीर स्वस्थ रहता है. यह भी पढ़ें : Kharmas 2021: खरमास प्रारंभ! 21 जनवरी तक नहीं हैं विवाह के मुहूर्त! जानें क्या हैं खरमास के नियम?
2- सही और संतुलित भोजन करें
श्री ग्रोवर के अनुसार शरीर के फुल फिटनेस के लिए सही और संतुलित खानपान बहुत जरूरी है. इसके लिए कार्ब्स और प्रोटीनयुक्त भोजन बेहतर होता है. प्रातःकाल उठकर एक गिलास मलाई रहित दूध के साथ 4 भिगोया हुआ बादाम लें. नास्ते में अंकुरित अनाज, मौसमी फल अथवा उपमा आदि ले सकते हैं. दोपहर के भोजन में दाल, रोटी, सब्जी, चावल एवं सलाद लें. साथ ही दही अथवा छाछ जरूर लें. शाम के समय हलका स्नेक्स मसलन जूस, मौसमी फल, ग्रीन टी एवं नट्स लेने से पर्याप्त एनर्जी प्राप्त होती है. रात में बिस्तर पर जाने से आधा घंटे पहले डिनर ले लेना चाहिए. डिनर में हलका भोजन लें मसलन रोटी, सब्जी एवं सलाद इत्यादि ले सकते हैं.
3. पर्याप्त नींद लें!
मानव शरीर की खासियत है कि दिन भर की थकान की भरपाई पर्याप्त नींद से पूरी होती है, अच्छी सेहत के लिए नींद जरूरी है. 30 से 50 वर्ष की आयु वालों को 7 से 8 घंटे की नींद लेनी चाहिए. ब्रिटेन में 1985 से 2016 के बीच 8000 (50 से ज्यादा उम्र के) लोगों पर हुई एक स्टडी में नींद के हर पैमाने पर जांचने के बाद पाया गया, कि जिन लोगों ने 6 घंटे या उससे कम घंटे नींद ली, तीन दशक बाद उनमें डिमेंशिया के लक्षण अपेक्षाकृत ज्यादा दिखे, और जिन लोगों ने 7 घंटे या उससे अधिक समय तक नींद ली, वे 70 साल की उम्र में भी मानसिक रूप से स्वस्थ्य दिखे..
4- खुद को सक्रीय रखें
गुणवत्तापूर्ण जिंदगी जीने के लिए नियमित रूप से किसी ना किसी गतिविधियों में शामिल होना जरूरी है. कोरोना की गाइड लाइन को फालो करते हुए खुद को सक्रीय रखें. चलने-फिरने, रस्सी कूदने अथवा रनिंग करने से शरीर की अतिरिक्त कैलोरी बर्न होने के साथ-साथ ब्लड सर्कुलेशन सुचारु रहता है. इसलिए प्रातःकाल उठने के पश्चात किसी खुली जगह पर 15 मिनट रस्सी कूदें, अथवा पार्क में आधे घंटे सैर करें. अगर संभव है तो योग अथवा व्यायाम करें. इस तरह शारीरिक गतिविधियों से आप ना केवल शारीरिक रूप से बल्कि मानसिक रूप से भी चुस्त-दुरुस्त महसूस करते हैं.
5- अपनी योजनाओं पर टिके रहें
बीते साल काफी चुनौतीपूर्ण एवं संघर्ष भरे रहे हैं. ऐसे में जरूरी है कि आप तनावमुक्त, अच्छी सेहत और चुस्त-दुरुस्त जीवन के लिए स्वयं प्रयासरत रहें. स्वस्थ दिनचर्या, व्यायाम, योगा, पर्याप्त नींद तथा सही और संतुलित भोजन के साथ सक्रियता बने रहने के लिए जो योजनाएं बनाई हैं, उसे अनुशासित तरीके क्रियान्वित करने की कोशिश करें. यकीन मानियें अगर आप अपनी योजनाओं को भली-भांति फालो करते हैं तो आप ताउम्र चुस्त-दुरुस्त एवं अच्छी सेहत के साथ सुखी जीवन जी सकते हैं.