खर्राटे की समस्या को कंट्रोल करने के लिए करें ये 6 उपाय 
प्रतीकात्मक तस्वीर (File photo)

कई लोग सोते समय नींद में खर्राटे लेने की समस्या से पीड़ित हैं, बावजूद इसके अधिकतर लोग इस समस्या को एक साधारण प्रक्रिया समझकर नजरअंदाज कर देते हैं. हालांकि कई लोग इस बात से बेखबर होते हैं कि खर्राटे स्लिपिंग डिसऑर्डर का हिस्सा भी हो सकता है. दरअसल, कई बार सोते समय गले के पीछे का हिस्सा थोड़ा संकरा हो जाता है. ऐसे में जब ऑक्सीजन संकरी जगह से होकर अंदर जाती है तो आस-पास के टिशूज वायब्रेट होने लगते हैं और खर्राटे आने लगते हैं. कई बार सोते समय व्यक्ति के खर्राटों की आवाज इतनी तेज आती है कि उसके आस-पास मौजूद लोगों की नींद हराम हो जाती है.

हालांकि खर्राटे की समस्या के लिए एलर्जी, नाक की सूजन, जीभ मोटी होना, स्मोकिंग, अल्कोहल जैसी कई चीजें जिम्मेदार हो सकती हैं. ऐसे में यह समस्या और गंभीर न हो जाए इसके लिए समय रहते इसके कारणों को जानकर इससे बचाव के उपाय करने चाहिए.

1- वजन कंट्रोल करें

अगर आपके शरीर का वजन ज्यादा है तो आपको खर्राटे की समस्या हो सकती है. दरअसल, मोटापे और शरीर के अत्यधिक वजन के कारण कई बार गले के आस-पास फैट जमा हो जाता है, जिससे सोते समय खर्राटे की समस्या पैदा हो सकती है. बता दें कि सोते समय गले के जरिए शरीर में जाने वाली हवा गले के टिशू में कंपन पैदा कर सकती है, जिससे आपको खर्राटे आ सकते हैं. हालांकि अपने वजन को कंट्रोल में रख कर आप इस समस्या से काफी हद तक निजात पा सकते हैं. यह भी पढ़ें: आ जाएंगे मोटापे की गिरफ्त में,अगर जरूरत से ज्यादा करेंगे इन फलों का सेवन

2- नशे से रहें दूर

स्मोकिंग और अल्कोहल से खर्राटों की समस्या बढ़ सकती है. एक ओर जहां स्मोकिंग से नाक और गले में हवा पास होने में अवरोध उत्पन्न होता है तो वहीं ज्यादा शराब पीना आपको खर्राटे की परेशानी दे सकता है. अगर आप अपने खर्राटों से दूसरों की नींद में खलल नहीं डालना चाहते तो शराब और सिगरेट का सेवन कम से कम करें. बेहतर तो यही होगा कि आप इससे दूरी ही बना लें.

3- भरपूर पानी पीएं

जब शरीर में पानी की कमी होती है तो नाक के रास्ते की नमी सूख जाती है. ऐसे में साइनस हवा की गति को श्वास तंत्र में पहुंचने में पूरी तरह से सहयोग नहीं कर पाता, जिससे सांस लेने में परेशानी होती है. अगर आप खर्राटों की समस्या से बचना चाहते हैं तो भरपूर मात्रा में पानी पीएं.

4- अच्छी नींद है जरूरी

भागदौड भरी जिंदगी और अत्यधिक तनाव के कारण अधिकांश लोगों की नींद पूरी नहीं हो पाती है. नींद की कमी या सोने के अनियमित समय की वजह से भी खर्राटे की समस्या हो सकती है. ऐसे में खर्राटों की समस्या से बचने के लिए समय पर सोने की आदत डालें और 7-8 घंटे की भरपूर नींद लें. यह भी पढ़ें: छोटी-मोटी स्वास्थ्य समस्याओं के लिए अपने फर्स्ट एड बॉक्स में रखें ये जरूरी चीजें

5- नमक कम खाएं

अत्यधिक मात्रा में नमक का सेवन करने से शरीर में ऐसे तरल पदार्थ का निर्माण होता है, जिससे नाक के छिद्र में बाधा पैदा होती है और रात में सोते समय खर्राटे आने लगते हैं. हालांकि डायट में नमक की मात्रा को घटाने से गले के भीतर की सूजन कम होती है और खर्राटे को रोकने में मदद मिलती है.

6- सर्दी, दमा का कराएं इलाज

कई बार सर्दी-जुकाम और दमा की वजह से भी खर्राटे की समस्या होती है, क्योंकि इन स्वास्थ्य समस्याओं की वजह से पीड़ित की श्वास नली संकरी हो जाती है और सोते समय खर्राटे आने लगते हैं. अगर आपको सर्दी-जुकाम या अस्थमा की वजह खर्राटे की परेशानी हो रही है तो इसका इलाज कराएं.