Rare Case of Human Plague: ओरेगॉन में ह्यूमन प्लेग के दुर्लभ मामले की पहचान, स्वास्थ्य अधिकारियों ने पालतू बिल्ली से संक्रमण फैलने की जताई संभावना
प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credits: Pixabay)

Rare Case of Human Plague Identified in Oregon: डेसच्यूट्स काउंटी (Deschutes County), ओरेगॉन (Oregon) में एक व्यक्ति में बुबोनिक प्लेग (Bubonic Plague) संक्रमण का मामला सामने आया है, जिसके बाद यह साल 2015 के बाद इस दुर्लभ जीवाणु संक्रमण का पहला पुष्ट मामला बन गया है. स्वाथ्य विशेषज्ञों ने संक्रमित व्यक्ति में पालतू बिल्ली (Pet Cat) से संक्रमण फैलने की संभावना व्यक्त की है. डेसच्यूट्स काउंटी के स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. रिचर्ड फॉसेट (Dr. Richard Fawcett) ने अपने एक बयान में कहा कि मानव प्लेग के इस दुर्लभ मामले के सामने आने के बाद पीड़ित व्यक्ति के सभी करीबी संपर्कों से, उसके पालतू जानवरों से संपर्क किया गया है और बीमारी को रोकने के लिए दवा प्रदान की गई है. यूएस सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के अनुसार, जेंटामाइसिन (Gentamicin) और फ्लोरोक्विनोलोन (Fluoroquinolones) जैसे सामान्य एंटीबायोटिक्स प्लेग के लिए प्रथम-पंक्ति उपचार हैं.

बयान के अनुसार, बीमारी के शुरुआती चरण में संक्रमित व्यक्ति का इलाज किया गया, लेकिन इस दुर्लभ बीमारी से समुदाय में जोखिम के खतरे से इनकार नहीं किया जा सकता है. इस मामले के बाद इस बात पर सवाल उठ रहा है कि मध्य युग के दौरान यूरोप में लाखों लोगों की जान लेने वाला प्लेग आधुनिक समय में कैसे फैल सकता है. यह भी पढ़ें: New Deadly Bat Virus: थाईलैंड में मनुष्यों में फैलने की क्षमता वाला नया घातक चमगादड़ वायरल पाया गया: रिपोर्ट

सेंटर फॉर वायरोलॉजी एंड वैक्सीन रिसर्च के निदेशक डॉ. डैन बारोच ने कहा कि इसे खत्म नहीं किया जा सका, जिसकी वजह वहां मौजूद पशु जलाशय है. बैक्टीरिया जानवरों को संक्रमित कर सकता है, हम जंगली जानवरों का इलाज नहीं कर सकते हैं, इसलिए यह प्रकृति में बना रहता है और इस प्रकार कभी-कभी सीमित संख्या में मानव मामलों का कारण बनता है. सीडीसी के अनुसार, संयुक्त राज्य अमेरिका में हर साल लगभग सात मानव प्लेग के मामले सामने आते हैं, मुख्य रूप से ग्रामीण दक्षिण-पश्चिम और उत्तर-पश्चिमी क्षेत्रों में.

प्लेग जीवाणु यर्सिनिया पेस्टिस के कारण होता है. इंसान आमतौर पर बैक्टीरिया ले जाने वाले पिस्सू द्वारा काटे जाने या किसी संक्रमित जानवर से मिलने के बाद इसे प्राप्त करते हैं. इसके लक्षण आमतौर पर मनुष्यों में संपर्क के दो से आठ दिनों के बाद उभरते हैं, लक्षणों में दर्दनाक, सूजी हुई लिम्फ नोड्स, बुखार, सिरदर्द, ठंड लगना और कमजोरी शामिल है. डेसच्यूट्स काउंटी हेल्थ सर्विसेज के बयान के अनुसार, यदि स्थिति का शीघ्र निदान नहीं किया जाता है तो यह रक्तप्रवाह या फेफड़ों के संक्रमण में बदल सकता है. इसके लक्षण गंभीर हो जाने के बाद इसका इलाज कर पाना काफी मुश्किल हो सकता है.

नॉर्थवेल हेल्थ के एक संक्रामक रोग विशेषज्ञ डॉ. हरीश मूरजानी, जो ओरेगॉन मामले में शामिल नहीं हैं, उन्होंने कहा कि आजकल एंटीबायोटिक दवाओं से प्लेग को आसानी से पहचाना जा सकता है, आसानी से निदान किया जा सकता है और आसानी से इलाज किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि मध्य युग की तुलना में लोगों को हर चीज को परिप्रेक्ष्य में रखना चाहिए, यह एक अलग युग है. वहीं डॉ. डैन बारोच का मानना ​​है कि यह बहुत असंभावित है कि प्लेग ओरेगॉन में व्यक्ति से परे फैल सकता है.

उन्होंने कहा कि जब संक्रमित व्यक्ति और उसके तत्काल संपर्कों को पहचान कर उनका इलाज किया जाता है, तो संक्रमण के आगे फैलने की संभवना कम हो जाती है, इसलिए मुझे लगता है कि लोगों को चिंतित नहीं होना चाहिए, लेकिन अगर लोग अपने जोखिम को कम करना चाहते हैं, तो उन्हें कृंतक (Rodents), पिस्सू (Fleas) और बीमार जानवरों (Sick Animals) के संपर्क से बचना चाहिए. यह भी पढ़ें: What is Disease X: दुनिया में तबाही मचाएगी नई महामारी, कोरोना से 20 गुना खतरनाक होगी डिजीज एक्स; हो सकती हैं 5 करोड़ मौतें

बारोच ने आगे कहा- यह पता चला है कि बिल्लियां बहुत आसानी से संक्रमित हो सकती हैं, क्योंकि बिल्लियों को बैक्टीरिया को नियंत्रित करने में कठिनाई होती है. कुत्ते भी संक्रमित हो सकते हैं, लेकिन बिल्लियां और भी आसानी से संक्रमित हो सकती हैं. गिलहरी, चिपमंक्स, कृंतक आमतौर पर ऐसे जानवर हैं जो जंगल में संक्रमित होते हैं. मध्य युग में प्लेग के कारण ‘ब्लैक डेथ’ नामक महामारी फैली और माना गया कि यह चूहों द्वारा लाए गए पिस्सू से फैला था.

हालांकि यह एक गंभीर बीमारी हो सकती है, लेकिन आमतौर पर इसका इलाज एंटीबायोटिक दवाओं से आसानी से किया जा सकता है, बशर्ते कि इसका जल्दी पता चल जाए. आज के समय में यह एक बहुत ही इलाज योग्य बीमारी है, इसलिए इससे वह डर पैदा नहीं होना चाहिए जो लोगों में ब्लैक डेथ के मध्य युग में था. उन्होंने कहा कि अगर किसी में प्लेग के अनुरूप लक्षण विकसित होते हैं तो फौरन चिकित्सा पर ध्यान देना चाहिए, क्योंकि प्लेग का इलाज प्रारंभिक चरण में एंटीबायोटिक दवाओं की मदद से आसानी से किया जा सकता है.