शादी के बंधन में बंधने की कर ली है तैयारी तो जरूर कराएं ये मेडिकल टेस्ट, ताकि दांपत्य जीवन को बना सकें खुशहाल
प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credits: Pixabay)

शादियों का सीजन (Wedding Season) शुरू हो चुका है और अधिकांश जोड़े विवाह के बंधन में बंधने के लिए तैयार भी हैं. आज के इस आधुनिक दौर में शादी से पहले लड़के-लड़कियां (Bride And Groom) एक-दूसरे को अच्छे से जानने और समझने के लिए मिलना-जुलना शुरू कर देते हैं, लेकिन क्या एक-दूसरे के जानने और समझने भर से आप खुशहाल दांपत्य जीवन (Happy Married Life) की नींव रख सकते हैं? शायद नहीं, क्योंकि भले ही आप एक-दूसरे को कितने ही अच्छे से क्यों न जान लें, लेकिन जब तक आप दोनों सेहत के मोर्चे पर खरे नहीं उतरेंगे, तब तक आप अपने वैवाहिक जीवन को खुशहाल नहीं बना पाएंगे.

यही वजह है कि इन दिनों प्री-मैरिटल स्क्रीनिंग (Pre-Marital Screening) का चलन काफी तेजी से बढ़ रहा है. इस टेस्ट का मकसद लड़के और लड़की की हेल्थ संबंधी जानकारी लेना है, ताकि शादी से पहले ही यह पता चल जाए कि लड़के या लड़की को हेल्थ संबंधी कोई समस्या तो नहीं है. अगर आप भी शादी के बंधन में बंधने जा रहे हैं तो आपको ये मेडिकल टेस्ट जरूरी करा लेने चाहिए.

1- ब्लड ग्रुप की जांच

शादी से पहले लड़के और लड़की को अपने-अपने ब्लड ग्रुप की जांच जरूर करानी चाहिए. इससे दोनों के आरएच कम्पैटिबिलिटी का पता लगाया जाता है. अगर दोनों में से एक का आरएच निगेटिव और एक का पॉजिटीव है तो उसका आरएच कम्पैटिबल नहीं होगा. ऐसे में शादी के बाद उनकी होने वाली संतान को एनीमिया जैसी बीमारी हो सकती है. अगर आपको समय रहते इस बात का पता चल जाएगा को गर्भावस्था के दौरान आप इसके लिए उचित डॉक्टरी सलाह लेकर अपने होनेवाले बच्चे को इस बीमारी से बचा सकते हैं. यह भी पढ़ें: ऑनलाइन शॉपिंग की लत है सेहत के लिए घातक, आप हो सकते हैं इस बीमारी के शिकार

2- हीमोग्लोबिन टेस्ट

शादी से पहले लड़के और लड़की को अपना हीमोग्लोबिन इलेक्टोफोरेसिस टेस्ट करवाना चाहिए. इस टेस्ट की मदद से थैलेसीमिया और सिकल सेल डिसीज जैसे आनुवांशिक डिसऑर्डर का पता लगाया जा सकता है. इससे पीड़ित व्यक्ति को हर महीने ब्लड ट्रान्सफ्यूजन जैसी दर्दनाक प्रक्रिया का सामना करना पड़ता है. इस टेस्ट के जरिए वर-वधू ये पता लगा सकते हैं कि वो इससे प्रभावित हैं या नहीं. अगर दोनों इससे प्रभावित हैं तो उन्हें आपस में विवाह नहीं करना चाहिए.

3- वेनेरियल डिसीज टेस्ट

अगर आप शादी करने की तैयारियों में जुटे हैं तो उन तैयारियों के साथ अपना और अपने भावी जीवनसाथी का वीडीआरएल यानी वेनेरियल डिसीज टेस्ट जरूर करवाना चाहिए. इससे यौन रोग के बारे में जानकारी प्राप्त की जा सकता है. बता दें कि इससे प्रभावित व्यक्ति के साथ यौन संबंध बनाने से ये रोग फैलता है और इससे प्रभावित महिला अगर किसी बच्चे को जन्म देती है तो वो सिफलिस का शिकार हो जाता है.

4- एचआईवी टेस्ट

शादी से पहले हर लड़की और लड़के को एचआईवी टेस्ट यानी ह्यूमन इम्यूनोडेफिसिएंसी वायरस टेस्ट जरूर कराना चाहिए. अगर भावी वर-वधू में से कोई भी व्यक्ति इससे प्रभावित है तो उससे विवाह नहीं करना चाहिए. अगर कोई एक पार्टनर एचआईवी से संक्रमित है तो दूसरे को यह गंभीर बीमारी हो सकती है. इतना ही नहीं एचआईवी संक्रमित मां से उसका होनेवाला बच्चा भी प्रभावित हो सकता है.

5- पेल्विस अल्ट्रासाउंड

शादी से पहले लड़कियों को पेल्विस अल्ट्रासाउंड टेस्ट करवा लेना चाहिए. इस टेस्ट की मदद से फायब्रॉइड्स, एंडोमेट्रियोसिस और सर्वाइकल पॉलीप्स का पता लगाया जा सकता है. अगर महिला इनसे पीड़ित होती है तो शादी के बाद इंटरकोर्स और गर्भधारण में समस्या आती है.

6- सीमेन एनालिसिस

शादी से पहले हर लड़के को सीमेन एनालिसिस करवा लेना चाहिए. इस टेस्ट के जरिए सीमेन और स्पर्म का परीक्षण किया जाता है. इस परीक्षण के जरिए सीमाइनल फ्लूइड के पीएच और फ्रक्टोज के स्तर का पता लगाया जाता है. यह टेस्ट खुशहाल दांपत्य जीवन के लिए बेहद जरूरी है. यह भी पढ़ें: सिरदर्द की समस्या को हल्के में लेने की न करें भूल, यह कई घातक बीमारियों का हो सकता है संकेत

7- हेपेटाइटिस और डायबिटीज

शादी से पहले वर-वधू को हेपेटाइटिस बी और सी का टेस्ट जरूर कराना चाहिए. अगर वर-वधू इससे संक्रमित न भी हो तो इसके लिए टीकाकरण करवा कर भविष्य में इस बीमारी से खुद को बचा सकते हैं. इसके अलावा लड़के-लड़की को शादी से पहले डायबिटीज टेस्ट जरूर कराना चाहिए.

गौरतलब है कि शादी से पहले इन जरूरी मेडिकल टेस्ट के जरिए वर-वधू एक-दूसरे की सेहत से जुड़ी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं. ऐसे में अगर किसी को कोई समस्या है तो समय रहते उसका उपचार करवा कर अपने वैवाहिक जीवन को खुशहाल बना सकते हैं.

नोट- इस लेख में दी गई तमाम जानकारियों को केवल सूचनात्मक उद्देश्य से लिखा गया है. इसकी वास्तविकता, सटीकता और विशिष्ट परिणाम की हम कोई गारंटी नहीं देते हैं. इसमें दी गई जानकारियों को किसी बीमारी के इलाज या चिकित्सा सलाह के लिए प्रतिस्थापित नहीं किया जाना चाहिए. इस लेख में बताए गए टिप्स  पूरी तरह से कारगर होंगे या नहीं इसका हम कोई दावा नहीं करते है, इसलिए किसी भी टिप्स या सुझाव को आजमाने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें.