COVID Toes: कोरोना वायरस संक्रमण (Coronavirus Infection) की चपेट में आने वाले लोगों में आमतौर पर बुखार, सूखी खांसी, सांस लेने में तकलीफ जैसे सामान्य लक्षण नजर आते हैं. वायरस की चपेट में आने के बाद व्यक्ति में संक्रमण के लक्षण दिखाई देने में औसतन पांच दिन का समय लगता है, लेकिन कोरोना वायरस महामारी (Coronavirus Pandemic) के बीच अगर आपके पैर के अंगूठों या पैर की उंगलियों में सूजन आ जाए तो इसे नजरअंदाज करना भारी पड़ सकता है, क्योंकि यह कोरोना वायरस के नए लक्षण हो सकते हैं. डॉक्टरों का कहना है कि इंसानी अंगूठों या पैर की उंगलियों का बैंगनी पड़ जाना, ठंडा पड़ जाना या उनमें सूजन आना कोरोना वायरस संक्रमण के नए लक्षण हो सकते हैं. त्वचा विज्ञान समुदाय द्वारा इस लक्षण को 'कोविड टॉज' (COVID Toes) कहा गया है.
वास्तव में भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद यानी आईसीएमआर (ICMR) विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना संक्रमण वाले 100 लोगों में से 80 लोगों में लक्षण दिखाई नहीं देते हैं. हालांकि कोविड टॉज नामक नया रहस्यमय लक्षण कोरोना वायरस संक्रमण का संभावित संकेत हो सकता है. नॉर्थवेस्टर्न यूनिवर्सिटी फीनबर्ग स्कूल ऑफ मेडिसिन में त्वचा विज्ञान विभाग के प्रमुख डॉ. एमी पैलर (Dr Amy Paller) की मानें तो आमतौर पर यह लक्षण बच्चों और युवा वयस्कों में नजर आ सकते हैं. यह भी पढ़ें: कब तक आ सकती है कोविड-19 की वैक्सीन?
शिकागों के एन एंड रॉबर्ट एच चिल्ड्रन्स हॉस्पिटल के बाल रोग विशेषज्ञ पैलर ने कहा कि उन्होंने कोविड-19 महामारी के बीच कई टीनेजर्स और वयस्कों के पैर के अंगूठे या उंगलियों में सूजन और घाव जैसे लक्षण देखे हैं. उन्होंने कहा कि अंगूठों और उंगलियों में सूजन के साथ उनका बैंगनी पड़ जाना इसका लक्षण हो सकता है.
हालांकि कोरोना वायरस लक्षणों के साथ कोविड टॉज का सीधा संबंध ज्ञात नहीं है, लेकिन कोरोना वायरस संक्रमण महामारी के बीच यह लक्षण अधिक स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है. कोविड टॉज अब पहले से कहीं ज्यादा प्रचलित है जो संक्रामक रोगों का अध्ययन करने वाले विशेषज्ञों के लिए अन्वेषण का एक क्षेत्र खोल सकता है. अंगूठों में सूजन के अलावा खुजली और असहनीय दर्द की भी शिकायत हो सकती है. यह भी पढ़ें: क्या है Plasma Therapy, जिससे COVID -19 का इलाज करने में जुटें हैं डॉक्टर्स, कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में कौन डोनेट कर सकता है प्लाज्मा? यहां जानें सब कुछ
हालांकि त्वचा विशेषज्ञों का कहना है कि वे इस बात को लेकर निश्चित नहीं है कि इसका कोविड-19 संक्रमण से कोई सीधा संबंध है, लेकिन उनका यह भी कहना है कि कोविड टॉज वाले कुछ बच्चे ऐसे हैं जिन्होंने सकारात्मक परीक्षण किया है, जबकि कुछ ऐसे बच्चे भी हैं जिन्होंने नकारात्मक परीक्षण किया है. अधिकांश बच्चे जिनका कोई परीक्षण नहीं हुआ है हम उनके एंटीबॉडी परीक्षण का इंतजार कर रहे हैं, ताकि कोविड-19 के साथ इन नए लक्षणों से जुड़े सवालों के जवाब दिए जा सकें.
बहरहाल, त्वचा विशेषज्ञों का यह भी कहना है कि फिलहाल घबराने की जरूरत नहीं है, क्योंकि इसे कोविड-19 के संभावित लक्षण के तौर पर समझा जा रहा है. पैलर ने कहा कि बच्चों में इस तरह के लक्षण नजर आए तो माता-पिता को इन पर गौर करना चाहिए और विशेषज्ञ से सलाह लेनी चाहिए.