सर्दी अपनी चरम पर है, उत्तर भारत के अधिकांश प्रदेश शीत लहर की चपेट में हैं. हाथ पैर मानो सुन्न हो गए हों. देखा जाये तो सर्दी के मौसम में यह सामान्य बात हो सकती है. लेकिन कभी-कभी कुछ लोगों को आम लोगों की तुलना में ज्यादा ठंड लगती है, हलका सा तापमान में कमी आई, और उन्हें स्वेटर या कंबल की जरूरत होने लगती है. यह बात आपने भी महसूस की होगी, लेकिन क्या आपको पता है कि ऐसा क्यों होता है? इस संदर्भ में दिल्ली के चिकित्सक डॉ. जितेंद्र सिंह से बात होती है, तो वे काफी कुछ जानकारियां शेयर करते हैं, जो हर किसी को जानना चाहिए. डॉ जितेंद्र सिंह के अनुसार, मनुष्य के शरीर में जब किसी तत्व विशेष की कमी होती है, तो वह आम लोगों की तुलना में जल्दी और ज्यादा ही ठंड महसूस करता है. आइये जानते हैं इस बारे में विस्तार से.
पुरुष की तुलना में स्त्री को लगती है ज्यादा ठंड!
शोध के रिपोर्ट बताते हैं कि महिलाओं को पुरुषों की तुलना में ज्यादा ठंड का सामना करना पड़ता है, इसकी मुख्य वजह है, एस्ट्रोजन है. एस्ट्रोजन बॉडी में रक्त का संचार को मद्धिम करता है. एक अन्य शोध के अनुसार महिलाओं को पीरियड्स के दौरान भी अतिरिक्त ठंड महसूस होती है, क्योंकि पीरियड के दरम्यान स्त्रियों की बॉडी में एस्ट्रोजन का स्तर बढ़ जाता है.
पर्याप्त नींद न लेना!
अक्सर शोधों में यह खुलासा हुआ है कि जो लोग विभिन्न कारणों से पर्याप्त नींद नहीं ले पाते, उनका शारीरिक कम होता है, क्योंकि ऐसे लोगों का नर्वस सिस्टम और मस्तिष्क में रेगुलेटरी मैकेनिज्म को बुरी तरह से प्रभावित करती है, जिसकी वजह से शरीर का तापमान नियंत्रित रहता है. एक सामान्य व्यक्ति को 7 से 8 घंटे की नींद अवश्य लेनी चाहिए.
ज्यादा स्लिम ट्रिम बनना!
अक्सर लोग अतिरिक्त चर्बी तथा मोटापा घटाने के लिए जरूरत से ज्यादा स्लिम-ट्रिम बनने की कोशिश में जरूरत से ज्यादा व्यायाम करते हैं. ध्यान रखिये अगर आपका BMI 18.5 या उससे भी कम हो जाता है, तब सामान्य ठंड में भी शरीर में ठिठुरन महसूस होती है. क्योंकि आपकी मसल्स युक्त बॉडी शरीर को सर्दी से बचाती है. मसल्स मेटाबॉलिज्म को बढ़ाने और बॉडी के टेंपरेचर को मैनेज करने में अहम भूमिका निभाते हैं. मसल्स बॉडी में 25 प्रतिशत नेचुरल गर्मी पैदा करते हैं.
रक्त संचार का सुचारु ना होना
अगर आपकी हथेलियों अथवा पैर के तलवों में ज्यादा ठंड लगती है तो इसकी वजह रक्त संचार का सुचारु नहीं होना भी हो सकता है, क्योंकि रक्त में असंतुलन होने की स्थिति में धमनियां (arteries) संकुचित हो जाती हैं, इस वजह से रक्त का प्रवाह अपेक्षाकृत कम हो जाता है. लिहाजा आपको अन्य लोगों की तुलना में ज्यादा ठिठुरन लगती है.
रक्त में आयरन का कम होना!
रक्त में सबसे महत्वपूर्ण होता है आयरन, क्योंकि आयरन की मुख्य भूमिका लाल रक्त कोशिकाओं को शरीर में चारों ओर ले जाना है. ताकि कोशिकाएं सक्रियता से कार्य कर सकें. लेकिन शरीर में जब आयरन की कमी होती है तो कोशिकाएं अपना कार्य सक्रियता से नहीं कर पातीं, परिणाम स्वरूप रक्त संचार सुचारु नहीं होता, और व्यक्ति विशेष को अपेक्षाकृत ज्यादा ठंड लगती है.