Happy New Year 2022: नए साल के स्वागत के साथ करें ये पांच उपाय! आप पर पूरे साल मां लक्ष्मी की कृपा बरसती रहेगी!
लक्ष्मी माता (Photo Credits:File Photo)

साल 2021 की विदाई के साथ ही हर कोई नववर्ष 2022 के स्वागत की तैयारियों के लिए कुछ ना कुछ संकल्प ले रहा है ताकि आने वाला नववर्ष उनके लिए सुख एवं समृद्धि का द्योतक हो. हम यहां किसी संकल्प की बात तो नहीं करने जा रहे हैं, मगर हमारे ज्योतिषाचार्य पंडित रवींद्र पाण्डेय कुछ ऐसे उपाय जरूर बता रहे हैं, जिसे साल के पहले दिन किये जायें तो पूरे साल माँ लक्ष्मी की कृपा बरसती है. चूंकि पिछले दो वर्षों से कोरोना के कारण हर कोई आर्थिक तंगी से परेशान रहा है, ऐसे में धन-ऐश्वर्य की चाहत हर किसी को होगी. आइये जानें साल के पहले दिन ऐसा क्या करें कि पूरे साल धन और ऐश्वर्य की बरसात होती रहे.

* कुबेर की प्रतिमा की स्थापना करें

नववर्ष के पहले दिन घर की अच्छे से साफ-सफाई करें. बेहतर होगा कि अगर मंदिर को उचित स्थान पर स्थापित करें. वास्तुशास्त्र के अनुसार उत्तर-पूर्व की दिशा का स्वामी बृहस्पति होते हैं, इसे ईशान कोण कहते हैं. इस दिशा में मंदिर स्थापित करने के पश्चात अगर मंदिर में कुबेर देव की प्रतिमा स्थापित कर इनकी नियमित पूजा करें तो धन के अवरुद्ध होने वाला मार्ग खुल जाता है औऱ आपकी आय में दिनों-दिन वृद्धि होती है.

* माता-पिता से प्राप्त सिक्के का उपयोग इस तरह करें

हिंदू धर्म में माता-पिता को ईश्वर-तुल्य माना जाता है. मान्यता है कि जिस संतान को माता-पिता का आशीर्वाद मिलता है तो उस पर माँ लक्ष्मी की भी कृपा रहती है. ज्योतिषाचार्य के अनुसार नववर्ष की सुबह उठते ही माता-पिता के चरण स्पर्श कर उनके आशीर्वाद के साथ कुछ सिक्के अगर प्राप्त करते हैं तो उसे सहेजकर तिजोरी अथवा धन रखनेवाले स्थान पर रखें. इस छोटी सी मुद्रा के कारण आपका धन के भंडार में कभी भी धन की कमी नहीं रहेगी.

* गरीबों को दान दें

ध्यान रखें दान-पुण्य दुनिया का सबसे कल्यार्थ कार्य है. दान-पुण्य का फल कभी व्यर्थ नहीं जाता. नये साल के पहले दिन गरीबों को भोजन, कंबल, जूते इत्यादि का दान करें. अथवा किसी कन्या की शिक्षा में मदद करें. दान को हर धर्म में सर्वोपरि बताया गया है. कहते हैं कि दान देने से आपके कोष में कई गुना वृद्धि होती है. क्योंकि माँ लक्ष्मी उस पर सदा प्रसन्न रहती हैं. यह भी पढ़ें : Margshirsh Purnima 2021: कब है मार्गशीर्ष पूर्णिमा? जानें क्यों कहते हैं इसे ‘बत्तीसी पूर्णिमा’? और क्या है इसका महात्म्य, पूजा विधि एवं मूहूर्त?

* महिलाएं लाल वस्त्र पहनकर लक्ष्मीजी की पूजा करें

हिंदू धर्मशास्त्रों में स्त्रियों को माँ लक्ष्मी का स्वरूप माना जाता है. रवींद्र पाण्डेय का मानना है कि साल के पहले दिन स्त्री को लाल परिधान पहनकर माँ लक्ष्मी की पूजा के साथ-साथ उन्हें केसर की खीर का भोग लगाएं. बाद में यह प्रसाद घर के सभी सदस्यों को वितरित करें. ऐसा करने से घर की दरिद्रता दूर होती है और लक्ष्मी का प्रभाव घर पर बना रहता है.

* निम्न तरीके से लक्ष्मीजी की पूजा करें

नये साल के पहले दिन ईशान कोण में गाय के गोबर से लीपें. इसी स्थान पर अनार की डंठल की कलम बनाकर एक त्रिकोण खींचें. इस त्रिकोण के भीतर अपनी जिस कंपनी में कार्य कर रहे हैं अथवा व्यवसाय कर रहे हैं तो प्रतिष्ठान का नाम लिखें. इस पर चुटकी भर सिंदूर अर्पित कर इसी पर आसन बिछाकर बैठ जायें. अपने सामने गाय के शुद्ध घी का दीप जलाकर माँ लक्ष्मी का निम्न मंत्र का जाप करें. 1 से 9 जनवरी तक इसी स्थान पर निरंतर पूजा करें. आपका घर पूरे साल धन-धान्य से भरा रहेगा.