आषाढ़ मास की पूर्णिमा को गुरु पूर्णिमा कहते हैं. सनातन धर्म के लोग इस दिन महर्षि वेद व्यास जी की जयंती के रूप में देखते हैं. इस दिन गुरु की विशेष पूजा-अर्चना की जाती है.
भारतीय संस्कृति एवं पौराणिक ग्रंथों में गुरु को ईश्वर से श्रेष्ठ माना जाता है, क्योंकि गुरु की शिक्षा ही व्यक्ति के जीवन को सार्थक बनाता है. आषाढ़ मास की पूर्णिमा के दिन समस्त भारत में गुरु पूर्णिमा का पर्व बड़ी सादगी के साथ मनाया जाता है. पौराणिक ग्रंथों के अनुसार इसी दिन संस्कृत के महान ज्ञाता, चार वेद एवं 18 पुराणों के रचयिता महर्षि वेद व्यास जी का जन्म हुआ था. ऐसी मान्यता है कि अगर आपकी कुंडली में स्थित गुरु में दोष है, जिसकी वजह से आप लगातार समस्याओं से घिरे हुए हैं तो गुरु पूर्णिमा के दिन ये छह उपाय में से कोई दो उपाय करने से व्यक्ति के भाग्य के सारे दरवाजे खुल सकते हैं. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कुछ ऐसे ही उपायों का जिक्र हम यहां कर रहे हैं. इस वर्ष 13 जनवरी 2022 को गुरु पूर्णिमा का दिन मनाया जायेगा.
* गुरु पूर्णिमा के दिन अपने गुरु को घर पर आमंत्रित करें. शुभ मुहूर्त में उनकी पूजा करें. शुद्ध एवं सात्विक (लहसुन-प्याज रहित) भोजन कराएं. इसके बाद गुरु दक्षिणा देकर उनका आशीर्वाद प्राप्त करें. करियर, शिक्षा, दाम्पत्य जीवन, आर्थिक जीवन में अनुकूल सुधार होगा. आय के कई क्षेत्र खुलेंगे. नौकरी में तरक्की और व्यवसाय में उन्नति होगी.
* अगर आपकी कुंडली में गुरु दोष है, और इससे आपका बृहस्पति प्रभावित हो रहा है तो गुरू पूर्णिमा के दिन स्नान-ध्यान के पश्चात चंदन का धूप जलाकर पूरे घर में चंदन की खुशबू फैलाएं. कपूर जलाकर पूरे घर में उसका धुआं करें, और इस दिन पीली वस्तुओं का सेवन करें. गुरू दोष का असर कम होगा, और रुके हुए कार्य सफलता के साथ पूरे होंगे.
* गुरू पूर्णिमा के दिन घर में पूजा के पश्चात करीब लक्ष्मी नारायण मंदिर में भगवान विष्णु जी को नारियल का गोला के साथ पीला फल, पीली मिठाई चढ़ाएं. जरूरतमंदों को उनकी जरूरत के अनुरूप वस्तुएं दान करें एवं बड़े-बुजुर्गों से आशीर्वाद प्राप्त करें. जिसकी कुंडली में गुरु दोष के कारण आर्थिक समस्याएं चल रही हैं, उपयुक्त उपाय से धन का नया स्रोत प्राप्त हो सकता है. यह भी पढ़ें : Guru Purnima in Shirdi 2022: शिरडी में गुरु पूर्णिमा समारोह 12 जुलाई को होगा शुरू, यहां देखें पूरी डिटेल्स
* अगर आप विद्यार्थी हैं, और आपकी पढ़ाई में तमाम तरह की बाधाएं आ रही है, पढ़ाई के लिए मन एकाग्र नहीं हो पा रहा है, तो इसका सर्वोत्तम उपाय है कि आप गुरु पूर्णिमा के दिन पूजा के समय गीता का पाठ करें, और गाय को हरा चारा खिलाएं. ऐसा करने से आपके मार्ग में आ रही सारी बाधाएं दूर होंगी. परीक्षा में बहुत अच्छे नंबर भी आ सकते हैं.
* कुंडली में गुरु के कमजोर होने का असर विवाह पर भी पड़ता है, अगर आपके विवाह में अड़चनें आ रही हैं, अथवा आपको वैवाहिक जीवन में किसी तरह की कठिनाइयां आ रही हैं, तो गुरु पूर्णिमा के दिन मंदिर में गुरु-यंत्र का विधिवत तरीके से स्थापित करने से सारी कठिनाइयां यथासंभव दूर हो सकती हैं. आपको मनपसंद जीवन साथी मिल सकता है तथा आपको वैवाहिक जीवन में पुनः मधुरता आयेगी.
* कुंडली पर गुरु दोष होने की स्थिति में आप एक और उपाय कर सकते हैं. इस दिन सुबह-सवेरे तांबे के लोटे में जल लेकर पीपल के पेड़ की जड़ में चढ़ाएं. इसके बाद जड़ के नीचे ही घी का दीपक जलाकर भगवान विष्णु का ध्यान करें. आपका गुरु मजबूत होगा, तथा सारी समस्याओं का समाधान हो सकता है.