विश्व शाकाहारी दिवस (World Vegetarian Day) की स्थापना 1977 में नॉर्थ अमेरिकन वेजीटेरियन सोसाइटी (NAVS) द्वारा की गई थी और 1978 में अंतर्राष्ट्रीय शाकाहारी संघ (International Vegetarian Union) द्वारा इसका समर्थन किया गया था. तब से यह दिन 1 अक्टूबर को हर साल मनाया जाता है. विश्व शाकाहारी दिवस शाकाहारी भोजन को बढ़ावा देने के लिए जागरूकता फैलाता है. इसे मांसाहारी भोजन की तुलना में अधिक स्वास्थ्यप्रद और अधिक पर्यावरण के अनुकूल माना जाता है. इसके अलावा यह दिन जानवरों और पर्यावरण को बचाने का भी मैसेज देता है. यह भी पढ़ें: वीगन डायट का दुनिया भर में तेजी से बढ़ रहा है चलन, जानें सेहत के लिए इसे क्यों माना जाता है फायदेमंद
शाकाहार के कई समर्थक इस दिन मांस से बने प्रोडक्ट्स न खाने और हरी सब्जियां खाने के लिए प्रोत्साहित करते हैं. उनका मानना है कि मानवता को ध्यान में रखते हुए जानवरों को अपना भोजन बनाने के लिए उन्हें नहीं मारा जाना चाहिए. हर साल विश्व शाकाहारी दिवस की थीम अलग होती है. आज हम आपको विश्व शाकाहारी दिवस पर कुछ ऐसे वेजिटेरियन अपनाने के कुछ टिप्स बताएंगे.
शाकाहारियों के प्रकार:
शाकाहारी: इसका मतलब है कि आप मांस, मुर्गी या मछली नहीं खाते हैं.
लैक्टो-ओवो शाकाहारियों (Lacto-ovo vegetarians): वे पोल्ट्री या मछली नहीं खाते हैं लेकिन अंडे और डेयरी उत्पाद खाते हैं.
लैक्टो शाकाहारी (Lacto vegetarians): वे डेयरी उत्पाद खाते हैं लेकिन अंडे नहीं.
पेस्कारेटेरियन (Pescatarians): वे मछली खाते हैं लेकिन अन्य सभी मांसाहार से बचते हैं
veganism और vegetarianism के बीच एक बड़ा अंतर है जिससे लोग अक्सर भ्रमित होते हैं. वहीं वेगन (Vegan) आहार का पालन करने का मतलब है कि आप मांस, मुर्गी या मछली नहीं खाते हैं, साथ ही डेयरी उत्पाद, अंडे, जिलेटिन या यहां तक कि शहद जैसे जानवरों से आने वाले मांसाहारी उत्पादों का भी सेवन नहीं करते हैं.
शाकाहार के फायदे:
दिल की सेहत में सुधार
कैंसर का खतरा कम
टाइप 2 मधुमेह से दूर रखता है
ब्लड प्रेशर का स्तर निम्न रखता है
हड्डी मजबूत करता है
शाकाहार अपनाने के लिए टिप्स:
तय करें: सबसे पहले, यह सुनिश्चित करें और निर्धारित करें कि आप शाकाहार बनना चाहते हैं या नहीं और किस सीमा तक और कौन से प्रकार के
एक टाइमलाइन बनाएं: धीमी शुरुआत करें और एक बार में एक नॉन-वेज आइटम को कम करें. तले हुए, या प्रोसेस्ड मीट के साथ शुरू करें जिनका पोषण बहुत कम है या नहीं है.
दृढ़ निश्चय रखें: अपने लक्ष्यों के बारे में खुद को याद दिलाएं.
चिकन और मटन की जगह टोफू (tofu), टेम्पेह (tempeh), सीटन (seitan), टेक्सचर्ड वेजिटेबल प्रोटीन (extured vegetable protein), कटहल जैसी चीजों का सेवन करें.