National Twins Day 2023: मां के गर्भ में पल रहे जुड़वा बच्चे किसी आश्चर्य से कम नहीं होते, क्योंकि एक मां तमाम तकलीफें बर्दाश्त करते हुए अपने गर्भ में दो-दो बच्चों की परवरिश करती है. विशेषज्ञ कहते हैं कि अन्य भाई-बहन की तुलना में जुड़वा बच्चे गर्भ में ही आपस में घुलना-मिलना शुरू कर देते हैं, और ज्यों-ज्यों उनका जीवन आगे बढ़ता है, वे एक दूसरे के प्रति ज्यादा संवेदनशील बने रहते हैं. विशेषज्ञ यह भी मानते हैं कि जुड़वा बच्चे हमेशा एक ही शक्ल के होते हैं, यह सही नहीं है, मगर कुछ परिस्थितियों में उनका व्यक्तित्व एवं स्वरूप एक जैसा हो सकता है. आइये जानते हैं जुड़वा बच्चों के बारे में कुछ रोचक और ज्ञानवर्धक जानकारियां...
क्यों होती है मल्टिपल प्रेग्नेंसी?
एक से ज्यादा बच्चों को पैदा करने की प्रक्रिया को मेडिकल भाषा में मल्टिपल प्रेग्नेंसी कहते हैं. इसका आशय यह है कि किसी महिला के गर्भ में दो अथवा ज्यादा बच्चे हैं. ये बच्चे एक ही एग अथवा विभिन्न एक से हो सकते हैं. एक ही एग से उत्पन्न होने वाले बच्चे आइडेंटिकल कहलाते हैं, ऐसा तब होता है, जब एक एग एक स्पर्म से फर्टिलाइज होता है. इसके पश्चात फर्टिलाइज्ड एग दो या ज्यादा हिस्सों में बंट जाते हैं. ऐसा बहुत दुर्लभ होता है. इन बच्चों की शक्ल-सूरत और भाव-व्यवहार में काफी समानता होती है. Sisters' Day 2023 Wishes: हैप्पी सिस्टर्स डे! अपनी बहनों संग शेयर करें ये शानदार WhatsApp Stickers, GIF Greetings, HD Images और वॉलपेपर्स
जब अनोखे उत्सव ने रचा एक इतिहास!
मान्यता है कि एक बार मूसा और आरोन विलकॉक्स नामक जुड़वां बच्चों ने साल 1819 में ओहियो के मिलर्सविले नामक शहर को छह एकड़ जमीन दान में दे दी थी. इसके पीछे उनकी एक शर्त थी कि उनके शहर मिलर्सविले का नाम ट्विन्सबर्ग कर दिया जाए. नाम बदलने से शहर को कोई फर्क पड़ने वाला नहीं था, लिहाजा छह एकड़ जमीन के बदले 1976 में जुड़वा बच्चों की बात मानकर शहर का नाम मिलर्सविले कर दिया गया. इसके बाद मूसा और आरोन विलकॉक्स ने 1976 में इस शहर में जुड़वा थीम वाले उत्सव की मेजबानी की. गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड के अनुसार यह पहला अवसर था, जब किसी एक शहर में करीब 36 जुड़वा बच्चे उपस्थित हुए थे. इस उत्सव ने ही राष्ट्रीय जुड़वा दिवस मनाने के लिए लोगों को प्रेरित किया. यह सिलसिला आज भी जारी है. पिछले दिनों इस अवसर पर दो हजार से अधिक जुड़वा बच्चे उत्सव में शामिल हुए थे.
राष्ट्रीय जुड़वां दिवस पर कुछ रोचक फैक्ट!
- नाइजीरिया के योरूबा जनजातियों में प्रति एक हजार बच्चों में करीब 45 से 50 जुड़वां बच्चे होते हैं. वे लोग जुड़वां बच्चों को आत्मा की दुनिया से जोड़ते हैं, इसलिए उन्हें आत्मिक बच्चे मानते हैं.
- एक शोध के अनुसार, गर्भधारण के 14वें सप्ताह के आसपास, जुड़वां भ्रूण एक-दूसरे के साथ सामाजिक रूप से बातचीत करना शुरू कर देते हैं.
- वैज्ञानिकों के अनुसार भाई-बहनों द्वारा उसी भाषा में संवाद करने की घटना का उल्लेख करते हैं, जिसे वे केवल 'क्रिप्टोफ़ेसिया' के रूप में समझते हैं.
- जानवरों में जुड़वा बच्चों का जन्म आम है, लेकिन कम लोग ही जानते होंगे कि भेड़, फेरेट्स, डॉल्फ़िन, हिरण, हाथी और विशाल पांडा नियमित रूप से जुड़वां बच्चे पैदा करते हैं.
- इंसानों में कभी-कभी जुड़वा बच्चे अलग-अलग दिनों में भी पैदा होते हैं. इस संदर्भ में अब तक दर्ज सबसे लंबा अंतर 63 दिनों का है.