Sikkim Day Wishes 2022: पूर्वोत्तर भारत में यह राजकीय अवकाश 16 मई को मनाया जाता है. यह 1975 में उस दिन को चिह्नित करता है जब सिक्किम भारत का 22 वां राज्य बना. सिक्किम का साम्राज्य 17वीं शताब्दी का है जब इसकी स्थापना नामग्याल वंश ने की थी. यह बौद्ध पुजारी-राजाओं के एक राजशाही द्वारा शासित था जिसे चोग्याल के नाम से जाना जाता था. सिक्किम 1890 में ब्रिटिश भारत के भीतर एक रियासत बन गया. 1947 में भारत और पाकिस्तान की स्वतंत्रता के बाद, सिक्किम को भारत गणराज्य के भीतर संरक्षित दर्जा प्राप्त रहा. यह भी पढ़ें: Sikkim Day 2022: सिक्किम कैसे बना भारत का 22वां राज्य? जानें पूर्वोत्तर के इस प्रदेश के गठन का इतिहास और महत्व
1975 में चोग्याल के शासन के खिलाफ बढ़ती अशांति, जिसमें भारतीय मदद के लिए सिक्किम के प्रधान मंत्री की सीधी अपील शामिल थी, ने भारतीय सेना को चोग्याल को पदच्युत करने और सिक्किम के राजशाही को समाप्त करने के लिए प्रेरित किया. तब एक जनमत संग्रह हुआ जिसमें 97.5% मतदाताओं ने राजशाही के उन्मूलन का समर्थन किया और सिक्किम को भारत के 22वें राज्य के रूप में शामिल किया. हिमालय के भीतर बसा, सिक्किम सबसे कम आबादी वाला और सभी भारतीय राज्यों में दूसरा सबसे छोटा है. भारत के सबसे बड़े पर्वत की चोटी, कंचनजंगा - दुनिया की तीसरी सबसे ऊंची चोटी - सिक्किम के भीतर स्थित है. सिक्किम दिवस पर हम आपके लिए आए हैं, कुछ ग्रीटिंग्स और विशेज, जिन्हें भेजकर आप सिक्किम डे की शुभकामनाएं भेज सकते हैं.
1-अनुपम प्राकृतिक सौंदर्य से अलंकृत,
सिक्किम प्रदेश स्थापना दिवस की,
सभी सिक्किम वासियों को शुभकामनाएं
सिक्किम दिवस की हार्दिक बधाई
2- भगवान बुद्ध की रमणीय स्थली एवं,
अद्भुत प्राकृतिक सौंदर्य से परिपूर्ण,
सिक्किम राज्य के स्थापना दिवस के अवसर पर,
आप सभी को ढेरों शुभकामनाएं.
सिक्किम दिवस की हार्दिक बधाई
3- भारत के सबसे खूबसूरत राज्यों में से एक,
सिक्किम स्थापना दिवस की शुभकामनाएं.
सिक्किम दिवस की हार्दिक बधाई
4- ताजी हवा, खूबसूरत पहाड़ियां और,
घने जंगल सिक्किम की पहचान है.
सिक्किम दिवस की हार्दिक बधाई
5- सिक्किम की स्वच्छता और,
इसकी आबो हवा इसे विशेष बनाती है.
सिक्किम दिवस की हार्दिक बधाई
बता दें कि सिक्किम को लेकर एक बड़ा विवाद चीन के साथ भी था और चीन ने सिक्किम को भारत का राज्य मानने से इनकार कर दिया था. इसके बाद साल 2003 में तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की अगुवाई वाली सरकार के समय में चीन सिक्किम को भारत का हिस्सा मानने पर सहमत हुआ और इसे अटल बिहारी वाजपेयी सरकार की एक बड़ी उपलब्धि के तौर पर देखा गया.