Sardar Vallabhbhai Patel Jayanti 2023 Quotes: सरदार पटेल की जयंती (Sardar Vallabhbhai Patel Jayanti) 31 अक्टूबर 2023 को मनाई जाएगी. यह एक क्षेत्रीय सार्वजनिक अवकाश है, जो गुजरात में मनाया जाता है और भारत के पहले उप प्रधान मंत्री, वल्लभभाई झावेरभाई पटेल का सम्मान करता है. उनका जन्म 31 अक्टूबर 1875 को गुजरात के एक छोटे से गाँव नडियाद में हुआ था. वह इंग्लैंड में कानून की पढ़ाई करने गए और अपनी डिग्री पूरी करने के बाद 1913 में भारत लौट आए. बाद में, महात्मा गांधी को बोलते हुए सुनने के बाद, उन्होंने राजनीति में प्रवेश किया और जल्द ही भारत में ब्रिटिश शासन के एक शक्तिशाली प्रतिद्वंद्वी बन गए.
पटेल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में आगे बढ़े और अंततः 1931 में पार्टी के अध्यक्ष बने. उन्हें 'सरदार' की उपाधि मिली, जिसका हिंदी, फ़ारसी और उर्दू में अर्थ 'प्रमुख' होता है. 1947 में देश की आजादी के बाद पटेल भारत के पहले गृह मंत्री और उप प्रधान मंत्री बने. पटेल ने स्वतंत्रता के बाद भारतीय डोमिनियन के तहत 500 से अधिक रियासतों के एकीकरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. राष्ट्रीय एकता के प्रति उनकी अडिग प्रतिबद्धता के कारण उन्हें 'भारत के लौह पुरुष' की उपाधि मिली. इस खास अवसर पर आप इन आकर्षक हिंदी जीआईएफ विशेज, एचडी इमेजेस, वॉट्सऐप स्टिकर्स, मैसेजेस, ग्रीटिंग्स और वॉलपेपर्स के जरिए अपने दोस्तों-रिश्तेदारों और करीबियों को सरदार वल्लभ भाई पटेल जयंती की प्यार भरी शुभकामनाएं दे सकते हैं.
1. आपकी अच्छाई आपके मार्ग में बाधक है,
इसलिए अपनी आँखों को क्रोध से लाल होने दीजिए,
और अन्याय का सामना मजबूत हाथों से कीजिए.
सरदार वल्लभ भाई पटेल जयंती की बधाई
2. इस मिट्टी में कुछ अनूठा है,
जो कई बाधाओं के बावजूद हमेशा
महान आत्माओं का निवास रहा है.
सरदार वल्लभ भाई पटेल जयंती की बधाई
3. जब जनता एक हो जाती है,
तब उसके सामने क्रूर से क्रूर शासन भी नहीं टिक सकता.
अतः जात-पांत के ऊंच-नीच के भेदभाव को भुलाकर सब एक हो जाइए.
सरदार वल्लभ भाई पटेल जयंती की बधाई
4. मेरी एक ही इच्छा है कि भारत एक अच्छा उत्पादक हो और
इस देश में कोई अन्न के लिए आंसू बहाता हुआ भूखा ना रहे.
सरदार वल्लभ भाई पटेल जयंती की बधाई
5. आपको अपना अपमान सहने की कला आनी चाहिए.
सरदार वल्लभ भाई पटेल जयंती की बधाई
15 दिसंबर 1950 को पटेल की मृत्यु हो गई. 1991 में उन्हें मरणोपरांत भारत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान, भारत रत्न प्रदान किया गया. 2014 में उनके जन्मदिन को राष्ट्रीय एकता दिवस (राष्ट्रीय एकता दिवस) के रूप में मनाया गया. गौरतलब है कि 31 अक्टूबर 2018 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लौह पुरुष की 182 मीटर ऊंची विशाल प्रतिमा का अनावरण किया था. गुजरात के वड़ोदरा में नर्मदा नदी के तट पर बनी इस प्रतिमा को 'स्टैच्यू ऑफ यूनिटी' (Statue of Unity) कहा जाता है और इसे दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा के तौर पर भी जाना जाता है.