National Youth Day 2020: सम्पूर्ण विश्व का भविष्य युवाओं पर निर्भर करता है. इसी बात को ध्यान में रखते हुए संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 17 दिसंबर 1999 को फैसला लिया कि 12 अगस्त को अंतर्राष्ट्रीय युवा दिवस मनाया जाएगा. देश के भावी कर्णधारों के सतत एवं आर्थिक विकास को सही दिशा एवं दशा देने के इरादे से भारत सरकार ने साल 1984 में राष्ट्रीय युवा दिवस मनाने की घोषणा की थी और 1985 से प्रतिवर्ष 12 जनवरी को हम राष्ट्रीय युवा दिवस मना रहे हैं. इसी दिन स्वामी विवेकानंद की भी जयंती मनायी जाती है. ऐसे में प्रश्न उठना स्वाभाविक है कि विवेकानंद की जयंती के दिन ही राष्ट्रीय युवा दिवस क्यों मनायी जाती है. यह भी पढ़ें: Swami Vivekananda Jayanti 2020: आज के युवाओं के लिए प्रेरणादायी हैं स्वामी विवेकानंद जी के ये अनमोल विचार
विवेकानंद की जयंती पर ही राष्ट्रीय युवा दिवस क्यों
स्वामी विवेकानंद काफी कम उम्र में अपने दर्शन एवं सिद्धातों के लिए दुनिया भर में लोकप्रिय हो चुके थे. भारत सरकार की भी यही विचारधारा थी कि स्वामी जी के दर्शन, उनके जीवन, कार्य शैली एवं उनके आदर्श भारतीय युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत साबित हो सकते हैं. इसलिए भारत में युवा दिवस मनाने के लिए उनकी जयंती से अच्छा समय और कोई नहीं हो सकता. इसी बात को ध्यान रखते हुए 12 जनवरी को राष्ट्रीय दिवस मनाने का फैसला लिया गया.
स्वामी विवेकांनद जी के विचारों को पढ़ने से युवाओं के अंदर कुछ हासिल करने का जोश एवं उम्मीद पैदा होती है. इसीलिए स्वामी जी के विचारों को हर स्कूल और कॉलेज की दीवारों पर लिखा जाता है, ताकि उसे पढ़कर बच्चे अपने जीवन का लक्ष्य तय कर सकें. यही नहीं हर स्कूल कॉलेजों में उनकी तस्वीरें भी लगाई जाती है, ताकि नई पीढ़ी को पता चल सके कि आखिरी कौन थे. स्वामी विवेकानंद के सिद्धांतों के अनुसार हर युवा के पास शारीरिक एवं मानसिक ताकत होती है, जो उसके आनेवाले कल को बेहतर बनाती है. युवाओं को स्कूल कॉलेज में जो शिक्षा दी जाती है, वह उसके भविष्य को एक नई दिशा प्रदान करती है. यह भी पढ़ें: National Youth Day 2020 Wishes: राष्ट्रीय युवा दिवस पर दोस्तों, रिश्तेदारों को ये शानदार हिंदी WhatsApp Stickers, Facebook Greetings, Messages, GIF Images, SMS और Wallpapers भेजकर दें शुभकामनाएं
युवाओं को प्रेरित करने वाले स्वामी जी के विचार
* अगर कोई कार्य करते हुए आपसे कोई गलती हो जाती है, तो इसका ये मतलब नहीं कि आप हार गए हैं. बल्कि इन गलतियों का आशय यह भी है कि आप कुछ पाने की कोशिशों में लगे हुए हैं.
* अगर आप सकारात्मक सोच रखेंगे तो आपके साथ सब कुछ अच्छा ही होगा. सकारात्मक सोच के जरिए आप अपने जीवन में बड़ी सहजता से कुछ भी हासिल कर सकते हैं.
* आप किसी भी लक्ष्य को पाने में तभी नाकाम होते हैं, जब आपके अंदर उसे पाने का जज्बा खत्म हो जाता है. इसलिए आप कभी भी अपने अंदर के जज्बे को खत्म ना होने दें.
* लोग आपके बारे में क्या सोचते हैं इस चीज से ज्यादा महत्वपूर्ण ये है कि आप अपने बारे में क्या राय रखते हैं. क्योंकि आपको आपसे बेहतर कोई ओर नहीं समझ सकता.
* कोई भी मुनष्य अपने आपको सही राह पर चला सकता है. इसलिए जब भी आपको लगे कि आप गलत राह पर चल रहे हैं, तो अपनी दिशा या राह खुद बदल लें.
कैसे मनाते हैं युवा दिवस
इस दिन देश भर के विद्यालयों एवं महाविद्यालयों में भिन्न-भिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं. युवाओं की रैलियां निकाली जाती हैं, योगासन स्पर्धा आयोजित की जाती है, पूजा-पाठ होता है, प्रवचन होते हैं और स्वामी जी के साहित्य की प्रदर्शनी लगती है. इसके अलावा इस दिन वर्ष देश भर में फैले रामकृष्ण मिशन के केन्द्रों एवं बेलूर मठ में भारतीय संस्कृति और परंपरा को समृद्ध करने हेतु तरह-तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं.
विश्व की तुलना में ज्यादा समृद्धि है भारत की युवा शक्ति
भारत को युवाओं का देश माना जाता है. आज संपूर्ण विश्व की तुलना में भारत में सबसे ज्यादा युवा बसते हैं. एक गणना के बाद निकले निष्कर्ष में पाया गया कि भारत में 25 वर्ष से कम आयु के 50 फीसदी से अधिक और 35 वर्ष से कम आयु के 65 फीसदी से अधिक युवा हैं. अर्थात् हमारे देश में श्रमशक्ति की कमी नहीं है. आवश्यकता है देश की इस युवा शक्ति को सही दिशा निर्देशन देकर उन्हें देश की उन्नति में भागीदार बनाने की, उनमें अच्छे संस्कार, उचित शिक्षा एवं प्रोद्यौगिक विशेषज्ञ बनाने की, उन्हें नशा, हिंसा, जुआ और चरित्रहीनता इत्यादि से बचाने की. क्योंकि चरित्र निर्माण ही देश की, समाज की, उन्नति के लिए परम आवश्यक है.