National Doctors' Day 2020: डॉ. बिधान चंद्र रॉय को समर्पित है नेशनल डॉक्टर्स डे, जानें उनके जीवन से जुड़े रोचक तथ्य
डॉ. बिधान चंद्र रॉय (Photo credits: File Image)

Dr. Bidhan Chandra Roy Birth Anniversary: डॉ. बिधान चंद्र रॉय की जयंती (जो संयोग से उनकी पुण्यतिथि भी है) के सम्मान में हर साल 1 जुलाई को भारत में नेशनल डॉक्टर्स डे यानी राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस (National Doctors' Day) मनाया जाता है. डॉ. बिधान चंद्र रॉय (Dr Bidhan Chandra Roy) एक भारतीय चिकित्सक, शिक्षाविद, स्वतंत्रता सेनानी और राजनेता थे. चिकित्सा के पेशे में अपना पूरा जीवन समर्पित करने वाले बिधान चंद्र रॉय पश्चिम बंगाल के दूसरे मुख्यमंत्री (Second Chief Minister of West Bengal) भी थे. उनका जन्म 1 जुलाई 1882 को हुआ था और 1 जुलाई 1962 को उनका निधन हो गया था, इसलिए उनकी जयंती और पुण्यतिथि एक ही दिन मनाई जाती है.

रॉय को आधुनिक पश्चिम बंगाल का निर्माता भी माना जाता है. वे ऐसे चंद लोगों में से एक हैं, जिन्होंने रॉयल कॉलेजेस ऑफ सर्जन (Royal Colleges of Surgeons (FRCS) और मेंबरशिप ऑफ द रॉयल कॉलेजेस ऑफ फिजिशियन्स ऑफ द यूनाइटेड किंगडम (Membership of the Royal Colleges of Physicians of the United Kingdom (MRCP) की सदस्यता प्राप्त की थी. चिकित्सा क्षेत्र में उनके व्यापक योगदान के कारण उन्हें 4 फरवरी 1961 को भारत रत्न से सम्मानित किया गया था. यह भी पढ़ें: National Doctors' Day 2020 Messages: नेशनल डॉक्टर्स डे पर इन शानदार हिंदी WhatsApp Stickers, Facebook Greetings, GIFs, HD Images, Quotes और SMS के जरिए चिकित्सकों से कहें Thank You

डॉ. बिधान चंद्र रॉय से जुड़े रोचक तथ्य

1- उन्होंने कोलकाता (कलकत्ता) में आर. जी. कर मेडिकल कॉलेज, जादवपुर टीबी अस्पताल, विक्टोरिया इंस्टीट्यूशन, चित्तरंजन कैंसर हॉस्पिटल, चित्तरंजन सेवा सदन जैसे कुछ प्रमुख चिकित्सा संस्थानों की स्थापना की.

2- डॉ. रॉय ने कोलकाता में संक्रामक रोग अस्पताल, इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मेंटल हेल्थ, फर्स्ट पोस्टग्रेजुएट मेडिकल कॉलेज की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी.

3- जब बिधान चंद्र रॉय कोलकाता (कलकत्ता) के मेयर थे तो उन्होंने मुफ्त चिकित्सा सहायता, मुफ्त शिक्षा और बेहतर सड़कों को बढ़ावा दिया.

4- उन्होंने पश्चिम बंगाल में कल्याणी, दुर्गापुर, अशोक नगर, बिधान नगर और हावड़ा जैसे पांच प्रमुख शहरों की नींव रखी.

5- साल 1961 में उन्होंने पश्चिम बंगाल के लोगों को अपना घर उपहार में दिया. उन्हें भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से सम्मानित किया गया था. यह भी पढ़ें: नेशनल डॉक्टर्स डे 2020: समर्पण, निष्ठा, ईमानदारी, लगन को सलाम करने का दिन

गौरतलब है कि डॉक्टरों द्वारा किए गए कार्यों के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए हर साल भारत में 1 जुलाई को राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस मनाया जाता है. वर्तमान में नोवेले कोरोना वायरस संक्रमण के खिलाफ जारी लड़ाई में डॉक्टर फ्रंटलाइन वॉरियर के तौर पर सामने आए हैं. यह दिवस मरीजों की जिंदगी बचाने के लिए डॉक्टरों द्वारा किए जा रहे प्रयासों को पहचानने और उनकी सराहना करने का मौका प्रदान करता है.