Mahatma Phule Jayanti 2021 HD Images: महात्मा ज्योतिबा फुले जयंती की इन मराठी WhatsApp Stickers, Wallpapers, Messages के जरिए दें शुभकामनाएं
महात्मा ज्योतिबा फुले जयंती (Photo Credits-File Image)

Mahatma Phule Jayanti 2021 HD Images: आज महात्मा ज्योतिबा फुले की जयंती (Mahatma Jyotiba Phule Jayanti) मनाई जा रही है. देश से छुआछुत खत्म करने और समाज को सशक्त बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले महात्मा ज्योतिबा फुले (Mahatma Jyotiba Phule) का जन्म 11 अप्रैल 1827 को महाराष्ट्र के पुणे में हुआ था. ज्योतिबा फुले की माता का नाम चिमणाबाई और पिता का नाम गोविंदराव था. वे बचपन से ही काफी बुद्धिमान थे और उन्हें एक महान क्रांतिकारी, महान विचारक, समाजसेवी, लेखक और दार्शनिक के तौर पर जाना जाता है. उनका विवाह सावित्रीबाई से हुआ था. ज्योतिबा फुले (Mahatma Jyotiba Phule) ने समाज में फैले छूआछूत को दूर करने, नारी-शिक्षा, विधवा–विवाह और किसानों के हित के लिए महत्वपूर्ण कार्य किए.

महात्मा ज्योतिबा फुले की जयंती पर लोग उन्हें और उनके द्वारा किए गए महान कार्यों को याद करते हैं. इसके अलावा लोग शुभकामना संदेशों का आदान-प्रदान भी करते हैं. इस खास अवसर पर आप भी इन मराठी एचडी इमेजेस, वॉट्सऐप स्टिकर्स, वॉलपेपर्स, मैसेजेस को अपने दोस्तों-रिश्तेदारों और करीबियों को भेजकर महात्मा ज्योतिबा फुले जयंती की शुभकामनाएं दे सकते हैं.

1- महात्मा ज्योतिबा फुले जयंती 2021

महात्मा ज्योतिबा फुले जयंती (Photo Credits-File Image)

2- महात्मा ज्योतिबा फुले जयंती 2021

महात्मा ज्योतिबा फुले जयंती (Photo Credits-File Image)

3- महात्मा ज्योतिबा फुले जयंती 2021

महात्मा ज्योतिबा फुले जयंती (Photo Credits-File Image)

4- महात्मा ज्योतिबा फुले जयंती 2021

महात्मा ज्योतिबा फुले जयंती (Photo Credits-File Image)

5- महात्मा ज्योतिबा फुले जयंती 2021

महात्मा ज्योतिबा फुले जयंती (Photo Credits-File Image)

गौरतलब है कि समाज में जब लोग स्त्रियों की शिक्षा को लेकर उदासीन थे, तब ज्योतिबा फुले ने इन कुरीतियों के खिलाफ बड़े पैमाने पर आंदोलन चलाए. उन्होंने महिला शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए पुणे में लड़कियों के लिए भारत का पहला विद्यालय खोला. दरअसल, लड़कियों और दलितों के लिए पहली पाठशाला खोलने का सारा श्रेय ज्योतिबा फुले को ही जाता है. समाज में फैली कुरीतियों के खिलाफ आवाज बुलंद करने वाले ज्योतिराव गोविंदराव फुले का निधन 28 नवंबर 1890 को पुणे में हुआ था.