Jagannath Rath Yatra 2019: आज (4 जुलाई 2019) से पुरी में भगवान जगन्नाथ (Bhagwan Jagannath) की रथ यात्रा (Rath Yatra) शुरु हो रही है. दअरसल, पुरी स्थित जगन्नाथ मंदिर भगवान विष्णु के कृष्ण अवतार (Krishna Avtaar) को समर्पित है. भगवान जगन्नाथ की मुख्य लीला भूमि उड़ीसा (Odisha) की पुरी (Puri) है, जिसे पुरुषोत्तम पुरी भी कहा जाता है. हिंदूओं के लिए यह रथ यात्रा धार्मिक रूप से बेहद महत्वपूर्ण मानी जाती है. यहां भगवान जगन्नाथ जी की रथ यात्रा (Jagannath Rath Yatra) आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया को आरंभ होती है और दशमी तिथि को इसका समापन होता है. रथ यात्रा में सबसे आगे लाल ध्वज पर श्री बलराम, उसके पीछे पद्म ध्वज पर माता सुभद्रा आखिर में सुदर्शन चक्र लिए गरुण ध्वज पर श्री जगन्नाथ जी चलते हैं.
पूरी में आयोजित भव्य और दिव्य जगन्नाथ रथ यात्रा के इस बेहद खास अवसर पर पीएम नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को बधाई दी है. उन्होंने ट्वीट कर लिखा है- ' हम भगवान जगन्नाथ से सभी के अच्छे स्वास्थ्य, सुख और समृद्धि के लिए कामना करते हैं.
जगन्नाथ रथ यात्रा की पीएम मोदी ने दी शुभकामनाएं-
Best wishes to everyone on the special occasion of the Rath Yatra.
We pray to Lord Jagannath and seek his blessings for the good health, happiness and prosperity of everyone.
Jai Jagannath. pic.twitter.com/l9v36YlUQ5
— Narendra Modi (@narendramodi) July 4, 2019
बता दें कि भगवान जगन्नाथ आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया से दशमी तिथि तक जन सामान्य के बीच रहते हैं. इस दौरान उनकी पूजा और प्रार्थना करना विशेष फलदायी माना जाता है. कहा जाता है कि जो इस रथ यात्रा में शामिल होकर भगवान जगन्नाथ की उपासना करता है उसे सौ यज्ञों के बराबर पुण्य फल प्राप्त होता है. उड़ीसा के जगन्नाथ मंदिर में भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा की काष्ठ की अर्धनिर्मित मूर्तियां स्थापित हैं. यह भी पढ़ें: Jagannath Rath Yatra 2019: पुरी के जगन्नाथ रथयात्रा का सौ यज्ञों के बराबर होता है फल, जानिए इस मंदिर से जुड़ी हैरान करने वाली बातें
गौरतलब है कि ओडिशा सरकार ने भगवान जगन्नाथ की वार्षिक रथ यात्रा के लिए सुरक्षा के चाक-चौबंद इंतजाम किए हैं. इस यात्रा में लाखों लोगों के शामिल होने की संभावना को देखते हुए सुरक्षा के मद्देनजर सरकार की ओर से करीब 10 हजार सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं. बुधवार को इस संबंध में एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि रथ यात्रा में करीब 10 लाख लोग शामिल होंगे, इसलिए विभिन्न क्षेत्रों में भारी तादात में सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है.