International Bikini Day 2019: हर साल 5 जुलाई को अंतर्राष्ट्रीय बिकनी दिवस (International Bikini Day) मनाया जाता है. ग्लैमर इंडस्ट्री की अभिनेत्रियों को आपने कई बार फिल्मी पर्दे पर बिकनी (Bikini) में कहर बरपाते हुए तो देखा ही है, लेकिन आज की युवा पीढ़ी के लिए भी बिकनी एक फैशन स्टेटमेंट (Fashion Statement) बन गया है. कई अभिनेत्रियां और मॉडल्स भी बिकनी में फोटोशूट कराती हैं, जिन्हें काफी पसंद भी किया जाता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि बिकनी पहनने की शुरुआत कैसे हुई थी और पहली बार बिकनी किसने डिजाइन किया था.
आइए बिकनी दिवस (International Bikini Day) के मौके पर जानते हैं कि बिकनी पहनने की शुरुआत कैसे हुई थी और इसे बनाने का श्रेय किसे जाता है.
लुईस लेअर्द ने बिकनी किया था डिजाइन
अगर आप सोचते हैं कि किसी फैशन डिजाइनर ने ही बिकनी डिजाइन किया होगा तो आप बिल्कुल गलत हैं, क्योंकि इसका श्रेय किसी फैशन डिजाइनर को नहीं बल्कि फ्रांस के लुईस लेअर्द नाम के इंजीनियर को जाता है. पहली बार 5 जुलाई 1946 को बिकनी बनाई गई थी और यही वजह है कि 5 जुलाई को दुनिया भर में अंतर्राष्ट्रीय बिकनी दिवस मनाया जाता है.
बिकनी नाम के पीछे है दिलचस्प कहानी
युवा महिलाओं के फैशन स्टेटमेंट के तौर पर जानी जाने वाली बिकनी के नाम के पीछे भी एक दिलचस्प कहानी है. दरअसल, पहली बार जिस जगह पर बिकनी बनाई गई थी. उस जगह का नाम बिकनी अटोल था, जो कि प्रशांत महासागर में स्थित है. उस दौरान इस जगह पर अमेरिका के न्यूक्लियर एटम और हथियारों का परीक्षण किया जाता था. माना जाता है कि इस स्थान की वजह से ही इसका नाम बिकनी पड़ा. यह भी पढ़ें: बिना कंडोम और गर्भनिरोधक गोलियों के उठाएं सेक्स का आनंद, अनचाही प्रेग्नेंसी को रोकने के लिए आजमाएं ये उपाय
डांसर मिशेलाइन ने किया था इसका विज्ञापन
बिकनी को बनाए जाने के काफी समय बाद तक इसका कोई प्रचार नहीं हो पाया था. दरअसल, बिकनी का विज्ञापन करने के लिए कोई मॉडल तैयार नहीं होती थी, लेकिन कुछ समय बाद 19 साल की मिशेलाइन नाम की एक डांसर ने इसके विज्ञापन के लिए हामी भर दी.
गौरतलब है कि एक दौर ऐसा भी था जब स्पेन और इटनी में बिकनी पर प्रतिबंध लगा दिया गया था. हालांकि कुछ समय बाद इस बैन को हटा लिया गया. इसके बाद धीरे-धीरे अमेरिका के बाजारों में बिकनी ने अपनी मजबूत पकड़ बनानी शुरु कर दी और यह तेजी से प्रचलन में आ गया.