Haryana Formation Day 2023 Messages in Hindi: आज (1 नवंबर 2023) समस्त हरियाणा (Haryana) वासियों के लिए बेहद खास दिन है, क्योंकि आज हरियाणा स्थापना दिवस (Haryana Formation Day) का जश्न मनाया जा रहा है, जिसे हरियाणा महोत्सव (Haryana Mahotsav) के तौर पर भी जाना जाता है. दरअसल, वर्तमान में हरियाणा राज्य (Haryana State) में आने वाले क्षेत्रों को सन 1803 में ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी को सौंप दिया गया था, फिर सन 1858 में यह क्षेत्र पंजाब प्रांत का हिस्सा बन गया, लेकिन भारत की आजादी से काफी पहले यानी सन 1907 से ही अलग हरियाणा राज्य की मांग उठने लगी थी और सन 1960 के दशक की शुरुआत में उत्तरी पंजाब के पंजाबी भाषी सिखों और दक्षिण में हरियाणा क्षेत्र के हिंदी भाषी हिंदुओं द्वारा भाषा के आधार पर राज्यों की स्थापना की मांग उठने लगी. अलग हरियाणा राज्य की मांग के जोर पकड़ने के करीब छह साल बाद सन 1966 में पंजाब पुनर्गठन अधिनियम के पारित होने के साथ ही 1 नवंबर को पंजाब के साथ-साथ हरियाणा भारत का एक अलग राज्य बन गया.
हरियाणा राज्य स्थापना दिवस सभी हरियाणा वासियों के लिए किसी उत्सव से कम नहीं है, इसलिए इस दिन का जश्न मनाने के लिए कई तरह के रंगारंग कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है, ताकि इस राज्य के सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्व से लोगों को रूबरू कराया जा सके. ऐसे में इस खास अवसर पर आप इन हिंदी मैसेजेस, कोट्स, वॉट्सऐप विशेज, फेसबुक ग्रीटिंग्स के जरिए हरियाणा दिवस की शुभकामनाएं दे सकते हैं.
1- गंगा जी की धार में,
सरस्वती कंठार में,
श्री जमुना घग्गर धर में,
म्हारा बसें देश हरयाणा में,
हैप्पी हरियाणा डे
2- दूध-दही का खाना है.
फेमस मेरा हरियाणा है.
हैप्पी हरियाणा डे
3- तरक्की की है राह पे चल रहा मेरा प्रदेश न्यारा,
शिक्षा का है विकास यहां पे, है नंबर वन हरियाणा
हैप्पी हरियाणा डे
4- फेमस है यहां की लस्सी,
जो है सबसे अच्छी,
हरियाणा राज्य स्थापना दिवस की बधाई.
हैप्पी हरियाणा डे
5- हम हैं हरयाणवी जाट,
जहां मन करें वहीं बिछावें अपनी खाट.
हैप्पी हरियाणा डे
बहरहाल, कभी रेतीले और कीकर के जंगलों के लिए पहचाना जाने वाला हरियाणा राज्य अब काफी समृद्ध हो गया है. यह राज्य 1 नवंबर 1966 अस्तित्व में आया था और कांग्रेस पार्टी के भगवत दयाल शर्मा इस राज्य के पहले मुख्यमंत्री बने थे. बताया जाता है कि सन 1857 के संग्राम को दबाने के बाद अंग्रेजी सरकार ने झज्जर और बहादुरगढ़ के नवाब, बल्लभगढ़ के राजा और रेवाड़ी के राव तुकाराम के क्षेत्र को ब्रिटिश शासन में मिला लिया था, जिसके बाद हरिणाया पंजाब प्रांत का हिस्सा बन गया था, लेकिन फिर भारत की आजादी के कई साल बाद 1 नवंबर 1966 को पंजाब प्रांत के पुनर्गठन के बाद हरियाणा को पूर्ण राज्य का दर्ज प्राप्त हुआ.