Ganesh Jayanti 2021 Wishes: माघ माह में आज यानी 15 फरवरी 2021 को माघी गणेश जयंती का त्योहार देशभर में बड़े ही धूमधाम के साथ मनाते हैं. माघी गणेश जयंती को माघ शुक्ल चतुर्थी, तिलकुंड चतुर्थी और वरद चतुर्थी के नाम से भी जानते हैं. खासकर महाराष्ट्र में इस त्योहार की धूम देखने को मिलती है. पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, इसी पावन तिथि पर भगवान गणेश का जन्म हुआ था. गणेश चतुर्थी के दिन गणेश भगवान की आराधना करते हुए उनकी स्थापना की जाती है. गणेश भक्त इस दिन उपवास रखते हैं. बप्पा के विराजमान के बाद उन्हें लाल फूल, लाल वस्त्र और लाल चंदन लगाकर पूजा पाठ किया जाता हैं.
गणेश जयंती का शुभ अवसर हो और आप अपने दोस्तों या प्रियजनों को इस दिन की बधाई न दें, ऐसा कैसे हो सकता है. भगवान गणेश के इन प्यारे मैसेजेस, ग्रीटिंग्स, एसएमएस, जीआईएफ, विशेज और वॉलपेपर्स को सोशल मीडिया के जरिए अपने प्रियजनों तक भेजकर माघी गणेश जयंती की प्यार भरी शुभकामनाएं दें और अपनों के लिए इस गणेश जयंती को और भी खास बनाएं. यह भी पढ़े: Ganesh Jayanti 2020 Wishes: इन भक्तिमय हिंदी Messages, Greetings, SMS, GIF, Images, WhatsApp Stickers, Facebook Status और वॉलपेपर्स के जरिए दें प्रियजनों को माघी गणेश जयंती की शुभकामनाएं
1- मोदकांचा प्रसाद केला, लाल फुलांचा हार सजवला
मखर नटून तयार झाले, वाजत गाजत बाप्पा आले
गुलाल फुले अक्षता उधळे, बाप्पाच्या स्वागतासाठी जमले सगळे
माघी गणेश जयंती निमित्त मन:पूर्वक शुभेच्छा!
2- श्रींच्या चरणी कर माझे जुळले
तुझ्या दर्शनाने सर्व काही मिळाले
हर्ष, उल्हास, सुख, समृध्दी, ऐश्वर्य लाभले
अशीच कृपा सतत राहू दे...
माघी गणेश जयंती च्या मंगलमय शुभेच्छा!
3- बाप्पा आला माझ्या दारी, शोभा आली माझ्या घरी
संकट घे देवा तू सामावून, आशीर्वाद दे भरभरुन
गणपती बाप्पा मोरया, मंगल मूर्ती मोरया!
माघी गणेश जयंती निमित्त हार्दिक शुभेच्छा!
4- तुझे नाम ओठी, तुझा ध्यास चित्ती|
तुझ्या दर्शनाने मिळे आत्मशांती||
माघी गणेश जयंतीच्या हार्दिक शुभेच्छा!
5- सजली अवघी धरती, पाहण्यास तुमची कीर्ती..
नसानसात भरली स्फुर्ती..
गणपती बाप्पा मोरया!
माघी गणेश जयंती च्या शुभेच्छा!
माघी गणेश जयंती जीआईएफ
माघी गणेश जयंती जीआईएफ
दक्षिण भारत में माघ शुक्ल की गणेश चतुर्थी को तिल कुंड चतुर्थी या माघ विनायक चतुर्थी के नाम से जाना जाता है. पौराणिक मान्यता के अनुसार , इस दिन भगवान गणेश की तरंगे पृथ्वी पर आई थीं, इसलिए इस दिन को गणेश जयंती के रूप में मनाया जाता है.