हिंदू कैलेंडर के सातवें महीने कार्तिक में पूर्णिमा तिथि को देव दीपावली का शुभ दिन आता है. देव दीवाली को अक्सर "देवताओं की दीवाली" के रूप में जाना जाता है. इस दिन भक्त गंगा में 'कार्तिक स्नान' (पवित्र स्नान) करते हैं, मिट्टी के दीपक जलाते हैं और भगवान विष्णु और भगवान शिव से प्रार्थना करते हैं. इस साल COVID-19 महामारी के कारण गंगा में 'कार्तिक स्नान' को हरिद्वार में अनुमति नहीं दी गई है. 'कार्तिक स्नान' का अनुष्ठान भक्तों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है. यह त्यौहार काशी में बहुत उत्साह के साथ मनाया जाता है. इस वर्ष यह 29 नवंबर रविवार 2020 को मनाया जाएगा. इस दिन को भगवान शिव की त्रिपुरासुर पर जीत की ख़ुशी में मनाया जाता है. इसलिए इस देव दीवाली को त्रिपुरोत्सव या त्रिपुरारी पूर्णिमा के रूप में भी जाना जाता है. यह भी पढ़ें: Dev Deepawali 2020 Rangoli Design: देव दीपावली के शुभ पर्व पर देवों के आगमन के लिए बनाएं यह खास रंगोली, देखे अनोखे, आकर्षक और लेटेस्ट डिजाइन्स (Watch Tutorial Video)
दीपावली के 15 दिन बाद देव दीवाली त्योहार मनाया जाता है. दीपावली कार्तिक अमावस्या के दिन होती है और देव दीपावली कार्तिक पूर्णिमा के दिन होती है. इस दिन भक्त काशी आते हैं और घाटों को दीपकों से सजाते हैं. इस दिन गंगा पूजन और आरती भी होती है. भक्त काशी में पवित्र गंगा में डुबकी लगाते हैं और भगवान शिव की पूजा करते हैं. यह भी पढ़ें: Dev Diwali 2020 Messages: देव दीपावली पर इन हिंदी Facebook Greetings, GIF Images, Quotes, SMS, WhatsApp Stickers के जरिए अपनों को दें शुभकामनाएं
कार्तिक पूर्णिमा के दिन दान, स्नान, पूजा और यज्ञ का अनंत फल मिलता है. कार्तिक पूर्णिमा पर शाम को एक मत्स्योत्सव होता है, इसलिए इस दिन दान करने से 10 यज्ञों के समान पुण्य प्राप्त होता है. काशी हरिद्वार में इस दिन को बहुत ही धूम धाम से मनाया जाता है. देव दीपावली पर लोग मैसेजेस भेजकर एक दूसरे को शुभ शुभकामनाएं देते हैं, इस दिन अगर आप भी अपने प्रियजनों को शुभकामनाएं देना चाहते हैं तो नीचे दिए गए मैसेजेस भेजकर दे सकते हैं. यह भी पढ़ें: Dev Deepawali 2020 Mehndi Design: देव दीपावली के शुभ पर्व पर अपने हाथों और पैरों पर रचाएं मेहंदी, देखें लेटेस्ट डिज़ाइन्स
1. देव दीवाली की हार्दिक बधाई!
2. आपको और आपके परिवार को देव दीवाली की
हार्दिक शुभकामनाएं!
3. देव दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं!
4. हैप्पी देव दीपावली!
5. शुभ देव दीपावली!
ऐसा माना जाता है कि देव दीपावली पर देवता कार्तिक पूर्णिमा की रात पृथ्वी पर उतरते हैं, जो दिवाली यानी कार्तिक अमावस्या के 15 दिन बाद पड़ता है. कुछ लोग कहते हैं कि देव दीवाली भगवान शिव के पुत्र कार्तिक की जयंती का प्रतीक है, जबकि अन्य लोगों का मानना है कि यह वह दिन है जब भगवान विष्णु ने अपना पहला मत्स्य अवतार लिया था. ये भी कहा जाता है कि भगवान शिव ने इस दिन पराक्रमी राक्षस त्रिपुरासुर को हराया था, इसलिए इस त्योहार को त्रिपुर पूर्णिमा भी कहा जाता है.