Daughter's Day 2021 Wishes in Hindi: बेटियों (Daughters) को शक्ति और मां लक्ष्मी का स्वरूप माना जाता है, इसलिए कहा जाता है कि जिस घर में बेटियां नहीं होती हैं, उस घर में लक्ष्मी का वास नहीं होता है. बेटियों की मौजूदगी से घर में चहल-पहल बनी रहती है. जिस घर में बेटियां होती हैं वहां हमेशा रौनक बनी रहती है. मां की जान और पिता की लाड़की कही जाने वाली बेटियां धरती पर ईश्वर का वो वरदान है जो किस्मत वालों को ही मिलता है. ऐसे में बेटियों के प्रति प्यार और सम्मान जाहिर करने के लिए हर साल सितंबर महीने के चौथे रविवार को राष्ट्रीय बेटी दिवस (National Daughter's Day) मनाया जाता है और आज (26 सितंबर) बेटी दिवस यानी डॉटर्स डे (Daughter's Day) मनाया जा रहा है.
मदर्स डे, फादर्स डे, चिल्ड्रेन्स डे, ब्रदर्स डे और सिस्टर्स डे की तरह ही हर साल डॉटर्स डे मनाया जाता है. इस दिन बेटियों को गिफ्ट और सरप्राइज देकर उनके माता-पिता उन्हें स्पेशल फील कराने की कोशिश करते हैं. इसके अलावा इस खास अवसर पर आप इन शानदार हिंदी विशेज, वॉट्सऐप मैसेजेस, फेसबुक ग्रीटिंग्स, जीआईएफ इमेजेस, कोट्स और वॉलपेपर्स को शेयर करके अपनी बेटियों से हैप्पी डॉटर्स डे कह सकते हैं.
1- देवी का रूप हैं बेटियां,
देवों का मान हैं बेटियां,
परिवार के कुल को जो रोशन करें,
वो चिराग हैं बेटियां.
हैप्पी डॉटर्स डे
2- एक बेटी इतनी बड़ी हो सकती है,
कि वह आपकी गोद में न समाए,
लेकिन वह इतनी बड़ी कभी नहीं हो सकती,
कि आपके दिल में न समा सके.
हैप्पी डॉटर्स डे
3- वो शाख है ना फूल,
अगर तितलियां ना हों,
वो घर भी कोई घर है
जहां बच्चियां ना हों.
हैप्पी डॉटर्स डे
4- बेटियां बाप की आंखों में छिपे ख्वाब को पहचानती हैं,
और कोई दूसरा इस ख्वाब को पढ़ ले तो बुरा मानती हैं.
हैप्पी डॉटर्स डे
5- बेटी की हर ख्वाहिश पूरी नहीं होती,
फिर भी बेटियां कभी भी अधूरी नहीं होतीं.
हैप्पी डॉटर्स डे
वैसे तो दुनिया भर में बेटियों के सम्मान में डॉटर्स डे को सेलिब्रेट किया जाता है, लेकिन भारत में इस दिवस को मनाने का मकसद बेटियों के महत्व और उनके अधिकारों के प्रति लोगों को जागरूक करना है. दरअसल, आधुनिकता के इस दौर में भी बेटियों को जन्म लेने से पहले ही उन्हें कोख में मारने का सिलसिला पूरी तरह से खत्म नहीं हुआ है. इतना ही नहीं आज भी न जाने कितनी ही बेटियां घरेलू हिंसा, अशिक्षा, दुष्कर्म और बाल विवाह जैसी कुरीतियों का शिकार हो रही हैं. इन तमाम कुरीतियों पर लगाम लगाना बेहद जरूरी है.