Chaitra Navratri 2019: मां दुर्गा के इन 32 नामों का जरूर करें जप, दूर हो जाएंगे जीवन के सारे कष्ट
मां दुर्गा (Photo Credits:Facebook)

Chaitra Navratri 2019: मां दुर्गा (Maa Durga) की भक्ति और आराधना के पर्व नवरात्रि (Navratri) के दौरान भक्त न सिर्फ नौ दिनों को व्रत रखते हैं, बल्कि दुर्गा सप्तशती (Durga SaptaShati) का पाठ भी करते हैं. नवरात्रि में असुरों का संहार करके देवताओं की रक्षा करने वाली मां दुर्गा का गुणगान किया जाता है. इसके आलावा नौ दिनों तक मां भगवती के नौ स्वरुपों की आराधना की जाती है. मां दुर्गा को प्रसन्न करने और उनकी कृपा प्राप्त करने के लिए भक्त उनके विभिन्न मंत्रों का जप करते हैं. मां दुर्गा के विभिन्न मंत्रों में उनके 32 नामों (32 Names) की माला का जप करना अत्यंत प्रभावशाली माना जाता है.

मान्यता है कि जो भक्त नवरात्रि में मां दुर्गा के 32 नामों की माला का जप करते हैं उनके जीवन से सारे संकट दूर हो जाते हैं और मां की कृपा से उनका जीवन सुख-समृद्धि से भर जाता है. चलिए जानते हैं उनके 32 नाम.

मंत्र जप की विधि-

मां दुर्गा की 32 नामों की माला का जप करने के लिए अपने शरीर की शुद्धि कर लें. फिर कुश या कंबल के आसन पर बैठकर पूर्व या उत्तर की दिशा में मुंह करके बैठें. मां की प्रतिमा के सामने घी का दीपक जलाएं, फिर इन 32 नामों की 5, 11 या 21 माला का जप करें. यह भी पढ़ें: Chaitra Navratri 2019: माता सती के 4 अज्ञात शक्तिपीठ, जिनको लेकर आज भी रहस्य है बरकरार

मां दुर्गा के 32 नाम

1- ओम दुर्गा

2- दुर्गतिशमनी

3- दुर्गाद्विनिवारिणी

4- दुर्गमच्छेदनी

5- दुर्गसाधिनी

6- दुर्गनाशिनी

7- दुर्गतोद्धारिणी

8- दुर्गनिहन्त्री

9- दुर्गमापहा

10- दुर्गमज्ञानदा

11- दुर्गदैत्यलोकदवानला

12- दुर्गमा

13- दुर्गमालोका

14- दुर्गमात्मस्वरुपिणी

15- दुर्गमार्गप्रदा

16- दुर्गम विद्या

17- दुर्गमाश्रिता

18- दुर्गमज्ञान संस्थाना

19- दुर्गमध्यान भासिनी

20- दुर्गमोहा

21- दुर्गमगा

22- दुर्गमार्थस्वरुपिणी

23- दुर्गमासुर संहंत्रि

24- दुर्गमायुध धारिणी

25- दुर्गमांगी

26- दुर्गमता

27- दुर्गम्या

28- दुर्गमेश्वरी

29- दुर्गभीमा

30- दुर्गभामा

31- दुर्गमो

32- दुर्गोद्धारिणी. यह भी पढ़ें: Chaitra Navratri 2019: मां दुर्गा के नौ स्वरुपों की आराधना का पर्व है नवरात्रि, जानिए उन औषधियों के बारे में जिनमें बसती हैं ये 9 शक्तियां

दरअसल, दुर्गा सप्तशती में बताए गए वर्णन के अनुसार, जब मां दुर्गा ने महिषासुर का वध किया तो त्रिदेवों समेत समस्त देवताओं ने मां भगवती से ऐसे किसी उपाय को बताने की याचना की जो सरल हो और कठिन से कठिन संकटों से मुक्ति दिलाने वाला हो. देवताओं की यह बात सुनकर मां दुर्गा ने कहा कि उनके 32 नामों की माला एक अद्भुत गोपनीय रहस्यमय लेकिन चमत्कारी है. इसके जप मात्र से व्यक्ति घोर से घोर विपत्तियों से मुक्त हो जाता है. इसके जप से संकटों से घिरा व्यक्ति भी भयमुक्त और सुखी हो जाता है.

नोट- इस लेख में दी गई तमाम जानकारियों को सूचनात्मक उद्देश्य से लिखा गया है और यह लेखक की अपनी निजी राय है. इसकी वास्तविकता, सटीकता और विशिष्ट परिणाम की हम कोई गारंटी नहीं देते हैं. इसके बारे में हर व्यक्ति की सोच और राय अलग-अलग हो सकती है.