Basant Panchami 2023: माघ मास शुक्ल पक्ष की पंचमी के दिन विद्या एवं कला की देवी सरस्वती की विशेष पूजा-अर्चना का विधान है. मान्यता है कि इसी दिन देवी सरस्वती का जन्म हुआ था, इन्हें मां शारदा के नाम से भी जाना जाता है. मां सरस्वती की पूजा छात्रों के लिए विशेष महत्व रखता है. इस वर्ष 26 जनवरी 2023 को बसंत पंचमी का पर्व मनाया जायेगा. ज्योतिषाचार्य श्री रवींद्र पाण्डे के अनुसार जो छात्र इस समय परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं, अथवा ऐसे बच्चे जो अपनी पढाई के प्रति एकाग्र नहीं हो पा रहे हैं, उन्हें बसंत पंचमी के दिन मां सरस्वती की पूजा-अर्चना अथवा स्टडी रूम में निम्न बातों का ध्यान रखना चाहिए. मां सरस्वती की उन पर विशेष कृपा बरस सकती है.
ऐसी हो मां सरस्वती की प्रतिमा
हिंदू धर्म के अनुसार विद्यार्जन करने वाले प्रत्येक बच्चों को अपने कमरे अथवा पढाई की टेबल पर देवी सरस्वती की प्रतिमा रखनी चाहिए, एवं प्रतिमा का रंग श्वेत होना चाहिए. बसंत पंचमी के दिन सूर्योदय से पूर्व स्नान-ध्यान करने के पश्चात पीले वस्त्र पहनकर पीला फूल, पुस्तक आदि के साथ मां सरस्वती की पूजा निम्न श्लोक का जाप करते हुए करनी चाहिए. या कुन्देन्दुतुषारहारधवला या शुभ्रवस्त्रावृता. या वीणावरदण्डमण्डितकरा या श्वेतपद्मासना या ब्रह्माच्युतशंकरप्रभृतिभिर्देवै: सदा वन्दिता, सा मां पातु सरस्वती भगवती नि:शेषजाड्यापहा यह भी पढ़ें: Basant Panchami 2023 Wishes: शुभ बसंत पंचमी! शेयर करें ये हिंदी WhatsApp Messages, Facebook Greetings और Quotes
ऐसी स्थिति में हो आपका टेबल कुर्सी
अपने स्टडी रूम में अपना टेबल और कुर्सी रखते समय इस बात का अवश्य ध्यान रखें कि ये दोनों चीजें दीवार से दूरी बनाकर रखें. इस बात का ध्यान बसंत पंचमी के दिन अवश्य रखें. अगर आपकी टेबल पर माँ सरस्वती की प्रतिमा है, तो इस बात का ध्यान रखें कि आपके टेबल पर अनावश्यक वस्तुएं ना हों. केवल शिक्षा से सबंधित पेन-पेपर्स, लैपटॉप आदि हों.
पढ़ाई में ऐसे करें ध्यान केंद्रित
अगर तमाम कोशिशों के बावजूद आपका ध्यान पढ़ाई में नहीं लग रहा है तो आपका अध्ययन कक्ष पश्चिम अथवा उत्तर दिशा की ओर सेट करें. इससे आपके कमरे में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है, जो आपको पढ़ाई के प्रति एकाग्र होने में मदद करता है. ये कार्य बसंत पंचमी के दिन से अवश्य शुरू करें.
छात्र ऐसे करें परीक्षा की तैयारी
परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्र इस बात का ध्यान रखें कि उनके कमरे का मुख्य दरवाजा पूर्व अथवा उत्तर की ओर हो, साथी ही शिक्षा का टेबल भी इसी दिशा में होनी चाहिए. अगर अभी तक ऐसी स्थिति नहीं है तो बसंत पंचमी के दिन इस दशा-दिशा में उपरोक्त सुधार अवश्य कर लें. साथ ही पढ़ाई शुरू करने से पूर्व पहले देवी सरस्वती के सामने एक धूप जलाकर देवी का ध्यान अवश्य कर लें. पढ़ाई में अच्छे नंबर्स आयेंगे. यह भी पढ़ें: Saraswati Puja 2023 Wishes: शुभ सरस्वती पूजा! शेयर करें ये हिंदी WhatsApp Messages, Quotes, GIF Greetings और Photo SMS
कमरे में हरे या नीले रंग को प्रधानता दें
परीक्षा की तैयारियां कर रहे छात्र के अध्ययन कक्ष का रंग हलका नीला या हरे रंग का होना चाहिए. ये ठंडा कलर कहलाते हैं, और आपको पढ़ाई के प्रति एकाग्र होने में मदद करते हैं. अगर यह तत्काल संभव नहीं हो पा रहा है तो अपने टेबल पर हरे रंग का टेबल क्लाथ बिछा सकते हैं.