National Tourism Day 2025: आप जानते हैं कि भारत में भी एक सक्रिय ज्वालामुखी है? राष्ट्रीय पर्यटन दिवस पर जानें इसके महत्व, इतिहास एवं कुछ रोचक फैक्ट्स!
Representational Image | Wikimedia commons

National Tourism Day 2025: प्रत्येक वर्ष 25 जनवरी को राष्ट्रीय पर्यटन दिवस मनाया जाता है. पर्यटन के सभी स्वरूपों को देखते हुए, यह दिवस देश के विकास, अर्थव्यवस्था और सांस्कृतिक आदान-प्रदान में पर्यटन उद्योग के महत्व की याद दिलाता है. इसका मुख्य उद्देश्य भारत में पर्यटन के महत्व को बढ़ावा देना और पर्यटकों को भारतीय संस्कृति, धरोहर और विविधता से परिचित कराना है. इस दिवस के सेलिब्रेशन के तहत विभिन्न प्रकार के आयोजनों, कार्यक्रमों किये जाते हैं, जो देश के पर्यटन उद्योग को बढ़ावा देने के लिए होते हैं. पर्यटन दिवस के इस अवसर पर आइये जानते हैं इसके महत्व, इतिहास एवं पर्यटन दिवस संदर्भित में कुछ रोचक फैक्ट के बारे में..

Magh Purnima 2025: माघ पूर्णिमा को किस देवी-देवता की पूजा होती है? जानें माघी पूर्णिमा का महत्व, मुहूर्त, पूजा-विधि एवं धार्मिक तथा वैज्ञानिक महत्व!

राष्ट्रीय पर्यटन दिवस का महत्व

राष्ट्रीय पर्यटन दिवस के महत्व को निम्न बिंदुओं से समझा जा सकता है.

  • देश की सांस्कृतिक धरोहर को बढ़ावा देना: भारत की संस्कृति, परंपराएं, और ऐतिहासिक स्थल दुनिया भर में प्रसिद्ध हैं. यह दिवस दर्शाता है कि हमें अपनी धरोहर को संरक्षित रखने और उसे दुनिया में प्रस्तुत करना होगा.
  • आर्थिक योगदान: पर्यटन भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए एक महत्वपूर्ण स्रोत है. पर्यटन उद्योग से जुड़े विभिन्न क्षेत्रों, होटल, परिवहन, गाइड, और हस्तशिल्प, को लाभ दिलाता है.
  • पर्यटन को बढ़ावा देना: इस दिवस का उद्देश्य पर्यावरण के प्रति जागरूकता बढ़ाना है. इसके तहत सतत पर्यटन की आवश्यकता पर जोर दिया जाता है, जिससे प्राकृतिक संसाधनों की सुरक्षा हो. और नई पीढ़ियों के लिए संरक्षित किया जा सके.
  • एकता और विविधता का उत्सव: भारत में विभिन्न भाषाएं, जातियां, धर्म, और परंपराएं हैं. पर्यटन के माध्यम से लोग इन विभिन्नताओं को समझते हैं और एकता का अहसास होता है.

राष्ट्रीय पर्यटन दिवस की शुरुआत कब हुई थी?

भारत में हर वर्ष 25 जनवरी को राष्ट्रीय पर्यटन दिवस मनाया जाता है. साल 1948 में पहली बार राष्ट्रीय पर्यटन दिवस मनाया गया था. देश की आजादी के बाद सर्वप्रथम पर्यटन यातायात समिति का गठन किया गया. इसके तीन साल बाद साल 1951 में कोलकाता और चेन्नई में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए दोनों जगह कार्यालय शुरु किये गये, ताकि भारत के प्राकृतिक सौंदर्य का प्रचार-प्रसार के देश-विदेश के पर्यटकों का ध्यानाकर्षित किया जा सके, और विदेशों में भारत की बेहतर छवि प्रस्तुत की जा सके.

राष्ट्रीय पर्यटन दिवस के कुछ रोचक फैक्ट्स

  • स्टैटिस्टा के अनुसार, साल 2019 में लगभग एक करोड़ 80 लाख अंतर्राष्ट्रीय पर्यटक और अप्रवासी भारतीय भारत आये. इससे पूर्व 2018 में करीब एक करोड़ 70 लाख विदेशी पर्यटक भारत आये.
  • एक रिपोर्ट के अनुसार भारत में यात्रा और पर्यटन उद्योग ने 2018 में देश के सकल घरेलू उत्पाद में लगभग 247 बिलियन डॉलर का योगदान दिया.
  • भारत में 38 विश्व स्तरीय धरोहर स्थल हैं, जिनमें 30 सांस्कृतिक संपत्तियां, सात प्राकृतिक संपत्तियां और एक मिश्रित स्थल (खंगचेंदजोंगा राष्ट्रीय उद्यान) शामिल हैं.
  • दुनिया के सात अजूबों में से एक ताजमहल भारत में है. बादशाह शाहजहां द्वारा अपनी पत्नी मुमताज महल के लिए बनवाया गया यह स्मारक फारस, इस्लाम, तुर्की और भारत की स्थापत्य शैली का प्रतिनिधित्व करता है.
  • भारत का एकमात्र सक्रिय ज्वालामुखी बंगाल की खाड़ी के अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में स्थित है.
  • अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के सेंटिनली दुनिया की सबसे अलग-थलग जनजाति हैं. ये जनजाति बाहरी लोगों से संपर्क रखना पसंद नहीं करते, जो उनके पास जाने की कोशिश करता है, ये उस पर हमला कर देते हैं.