एक अति प्राचीन देश होने के कारण भारत में असीमित और अनमोल धरोहरें, प्राचीन सभ्यताएं, संस्कृति और ऐतिहासिक स्थल हैं. जिसे देखने की लालसा में देश-विदेश के पर्यटक यहां आते-जाते रहते हैं, लेकिन हमारे देश में आज भी बहुत-सी अनछुई जगहें हैं, जिसकी जानकारी हम बहुत से भारतीयों को नहीं है. हर वर्ष 25 जनवरी को भारत में राष्ट्रीय पर्यटन दिवस मनाने की मुख्य वजह यही है. पर्यटन एक ऐसा फलता-फूलता व्यवसाय है, जो करोड़ों भारतीयों को रोजगार दिलाता है. यहां हम बात करेंगे कि विश्व पर्यटन दिवस से अलग राष्ट्रीय पर्यटन दिवस मनाने की शुरुआत कब और क्यों हुई. तथा इस दिवस के बारे में कुछ रोचक और प्रेरक जानकारियां...
राष्ट्रीय पर्यटन दिवस का इतिहास
1948 में भारत सरकार ने पर्यटन क्षेत्र के मामलों और इसके विकास के लिए पर्यटन और संचार मंत्रालय की स्थापना की गई. पर्यटन और संचार मंत्रालय की स्थापना के साथ राष्ट्रीय पर्यटन दिवस मनाने की गतिविधियां चलती रही. इसका मकसद यही था कि इस दिवस के माध्यम से हम दुनिया को बता सकें कि पर्यटन के मामले में भारत किसी स्विट्जरलैंड, पेरिस अथवा लंदन से कम नहीं है. 1948 में पर्यटन दिवस मनाने की घोषणा की गई, और भारत में पर्यटन यातायात समिति का गठन किया गया. साल 1951 में कलकत्ता (अब कोलकाता) और मद्रास (अब चेन्नई) में पर्यटन दिवस के क्षेत्रीय कार्यालय शुरू कर दिये गये, जिसके ब्रांच देश भर में भी शुरू किये गये.
राष्ट्रीय पर्यटन दिवस का महत्व
भारत के अनगिनत दर्शनीय स्थलों एवं अनमोल धरोहरों के बारे में दुनिया भर के देशों को परिचित कराने के उद्देश्य से प्रत्येक वर्ष 25 जनवरी को राष्ट्रीय पर्यटन दिवस मनाया जाता है. यह दिवस विशेष पर्यटन उद्योग में कार्य करने वाले हजारों लोगों के योगदान को पहचानने का भी कार्य करता है. भारत में राष्ट्रीय पर्यटन दिवस का मुख्य उद्देश्य राष्ट्रीय विरासत की रक्षा करना और पूरे देश में भारत को लोकप्रिय पर्यटन स्थल बनाना था.
जानें विश्व के टॉप ट्रैवल डेस्टिनेशन की सूची में भारत का कौन सा शहर नंबर वन है
दुनिया की सबसे बड़ी ट्रैवल वेबसाइट ट्रिप एडवाइजर ने विश्व भर के टॉप ट्रेंडिंग ट्रैवल डेस्टिनेशन की जो सूची जारी की है, जिसके अनुसार भारत के एक शहर को रैंकिंग में पहले स्थान पर रखा गया है, और ये शहर है केरल का कोच्चि शहर. कोच्चि दुनिया भर के पर्यटकों के बीच आकर्षण का केंद्र है, जहां टूरिस्ट जाना पसंद करते हैं. कोच्चि केरल की ना केवल आर्थिक राजधानी है बल्कि राज्य भर के पर्यटन स्थलों का प्रवेश द्वार भी है. यहां समुद्र के खूबसूरत किनारों के अलावा कई ऐतिहासिक इमारतें भी हैं. इसके अलावा भारत के प्रमुख दर्शनीय स्थलों में आगरा (उत्तर प्रदेश) स्थित विश्व का सातवां अजूबा ताजमहल है. इसके बाद जयपुर सिटी (राजस्थान) अजन्ता की गुफाएँ (महाराष्ट्र), साँची के बौद्ध स्तूप, (मध्य प्रदेश), चंपानेर-पावागढ़ पुरातत्व उद्यान (गुजरात) छत्रपति शिवाजी टर्मिनस, मुम्बई, (महाराष्ट्र) गोवा के पुराने चर्च, एलिफेंटा की गुफाएं (महाराष्ट्र) का नाम आता है. इसके अलावा हिल स्टेशनों में कश्मीर, लद्दाख, नैनीताल, काशी, प्रयागराज, अयोध्या, दिल्ली, मनाली, ऊटी, कोर्णाक मंदिर, खजुराहो जैसे सैकड़ों स्थल हैं, जो देश दुनिया के किसी भी पर्यटन प्रेमी को लुभा सकते हैं.