अच्छी सेहत के लिए सूखे मेवे (Dry Fruihts) के सेवन का प्रचलन सदियों पुराना है, क्योंकि यह उच्च पोषक तत्वों एवं तमाम विटामिन्स से भरपूर होते हैं, जो हमारी पाचन-तंत्र से लेकर हड्डी एवं मसल्स आदि को मजबूत बनाते हैं और रक्त संचार को सुचारु रखते हैं. इनमें कोलेस्ट्रॉल, मधुमेह, उच्च रक्तचाप, तनाव, ह्रदय रोग, त्वचा रोग एवं पाचन क्रिया पर नियंत्रित रखने की क्षमता होती है. इनका इस्तेमाल बहुत सारे व्यंजनों को स्वादिष्ट बनाने के लिए भी किया जाता है, लेकिन चूंकि ये उच्च पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं, इसलिए इनका संतुलित मात्रा एवं सही समय पर सेवन करना ही लाभप्रद होता है. तो आइये जानते हैं कि हमें कब कितना और कौन से ड्रायफ्रूट्स का सेवन करना चाहिए.
सर्दी भगाने में भी सहायक
सूखे मेवों की तासीर गरम होती है, इसलिए सर्दी के दिनों में इनका सेवन ज्यादा लाभकारी होता है. क्योंकि इसमें निहित सूक्ष्म पोषक तत्व एवं एंटी ऑक्सीडेंट तत्वों के कारण ये सर्दी से बचाते हैं, तथा पित्त को बूस्ट कर शरीर को गर्मी पहुंचाते हैं. फाइबर, कैलरी और वसा से भरपूर होने के कारण इनके कम मात्रा में सेवन से ही पेट भरा-सा लगता है, इससे ज्यादा भोजन के सेवन से बचते हैं, और हम अपने वजन को नियंत्रित करने में सफल होते हैं.
सूखे मेवों में प्रोटीन, फाइबर, फॉलिक एसिड, विटामिन्स, मिनरल्स प्रचुर मात्रा में होने के कारण ये शरीर को ऊर्जायुक्त, इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाते हैं. यूं तो सभी मेवे पौष्टिक माने जाते हैं, लेकिन सर्दी के दिनों में बादाम, काजू, पिस्ता, अखरोट, खजूर, अंजीर एवं किशमिश सर्दी के दिनों में जरूर खाने चाहिए. ध्यान रहे कि सूखे मेवे जहां शरीर को स्वस्थ एवं चुस्त-दुरुस्त रखते हैं, वहीं इनके ज्यादा मात्रा में सेवन से हानिकारक भी साबित हो सकते हैं. इसलिए इनकी मात्रा पर जरूर ध्यान देनी चाहिए.
कब क्या और क्यों खाएं?
बादामः बादाम में मौजूद 65 प्रतिशत मोनोसेचुरेटेड फैट शरीर को गरम कर अंदर से मजबूत बनाता है. खून से बैड कोलेस्ट्रॉल हटाकर गुड कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाता है. रात में पानी में भीगे 4 से 5 बादाम का सेवन प्रतिदिन सुबह के समय करें. इसमें निहित विटामिन्स एवं मिनरल्स रोग-प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाते हैं और शरीर की संक्रमक तत्वों से रक्षा करते हैं.
काजू एवं पिस्ताः ये मैंगनीज एवं मिनरल्स से भरपूर होते हैं, जो शरीर से अतिरिक्त फैट्स को पचाने, ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखने में मदद करते हैं. पूरे दिन की थकान और तनाव को दूर करते हैं. हाई कैलरी वाले काजू शरीर को ऊर्जा प्रदान करने के साथ रोग प्रतिरोधक शक्ति को बढ़ाता है. इन्हें खाने का बेहतर समय लंच के बाद और डिनर से पहले है, यानी शाम के नाश्ते में लें सकते हैं. शाम के समय लेने से ये बैड फैट को पचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. ध्यान रहे कि इसमें हाई कैलरी होने के कारण रात में नहीं खाना चाहिए, वरना ये पाचन क्रिया को प्रभावित करते हैं. यह भी पढ़ें : Black Pepper 2022: काली मिर्च का चमत्कार! सेहत और स्वाद के साथ है इसमें दिव्य गुण भी!
अखरोट, किशमिश, खजूर एवं छुहारेः ये सभी ड्राय फ्रूट्स पाचन क्रिया को सुचारु रखते हैं. इनमे निहित मिनरल्स और विटामिन्स त्वचा के टिश्यूज की मरम्मत करते हैं, ऑक्सीजन के साथ मिलकर शरीर की कैलरी बर्न करते हैं और ऊर्जा प्रोडक्ट कर शरीर को गर्म रखते हैं, साथ ही संक्रामक रोगों से बचाता है. इसमें उपस्थित फाइबर्स कब्ज जैसी समस्याओं से बचाता है पाचन क्रिया को दुरुस्त रखता है, अखरोट विभिन्न पोषक और एंटी ऑक्सीडेंट तत्व बीमारियों से लड़ने की अद्भुत क्षमता रखता है, एवं इंसुलिन के स्तर को नियंत्रित रखता है. इसलिए इनका सेवन रात के खाने के बाद एवं सोने से पूर्व करना चाहिए. खजूर महिलाओं में मेनोपॉज के बाद होने वाली समस्याओं से राहत दिलाता है, तथा सर्दियों में ऑस्टियोपोरोसिस या जोड़ों के दर्द की शिकायत दूर करता है.