हिंदू धार्मिक अनुष्ठानों में कपूर का बखूबी इस्तेमाल किया जाता है. कपूर जलाना ईश्वर के साथ एकाकार होना माना जाता है, यानि जिस तरह कपूर बिना अवशेष छोड़े स्वयं को जलाकर प्रकृति में समा जाता है, उसी तरह हम सच्चे ज्ञान की आग में अपने अहंकार को जलाकर ईश्वर में एकाकार हो जाते हैं. कपूर का उपयोग केवल पूजा-पाठ के लिए ही बल्कि सेहत और सौंदर्य के लिए भी किया जाता रहा है क्योंकि इसमें एंटीबैक्टीरियल एवं एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं. इसके अलावा कपूर टोटकों में भी कारगर साबित होता है. आइये जानें कपूर की उपयोगिता के बारे में.
चेहरे पर दाग-धब्बे हों तो!
कपूर का तेल चेहरे के दाग-धब्बों को कम कर उसे सॉफ्ट एवं मुलायम बनाता है. एक छोटे चम्मच में नारियल का तेल लेकर इसमें पीसा हुआ कपूर अच्छी तरह मिला दें. इसे रात को सोने से पूर्व चेहरे के प्रभावित हिस्से पर लगाये, और हलके हाथों मसाज करें. दो सप्ताह तक ऐसा करने से अपेक्षित सफलता मिलेगी.
बाल घने और मजबूत होते हैं!
अगर आपके बाल नियमित रूप से गिर रहे हैं तो कपूर का तेल आपके लिए फायदेमंद हो सकता है. आधी प्याली दही में कुछ बूंदे कपूर का तेल मिलायें. इस पेस्ट को नहाने से दो घंटे पूर्व बालों की जड़ों में लगायें. जब मिश्रण सूख जाये तो बालों को धोकर स्नान कर लें. बालों का गिरना कम हो जायेगा. यह भी पढ़ें : Sambhaji Maharaj Punyatithi 2022 Images: छत्रपति संभाजी महाराज की पुण्यतिथि, शेयर करें ये मराठी Messages, WhatsApp Stickers और Wallpapers
मच्छरों से सुरक्षा दिलाये!
चिकित्सा जगत में मच्छरों को तमाम बीमारियों का श्रोत माना जाता है. इसलिए मच्छरों से बचने की हर संभव कोशिश करनी चाहिए. इसके लिए कपूर भी बहुत उपयोगी साबित हो सकता है. कमरे के किसी एक या दो कोने में कपूर जलाकर सारे खिड़की-दरवाजे बंद कर दें. जलते कपूर की गंध से कोने-कतरे में छिपे मच्छर मर जाते हैं.
बंद नाक खोले
सर्दी, बरसात अथवा मौसम परिवर्तन के दरम्यान अकसर सर्दी-जुकाम के कारण नाक बंद हो जाता है, जिससे सांस लेने में तकलीफ होती है. ऐसे में एक भगौने में पानी उबालें, और इसमें दो दाने कपूर और 2 लौंग डाल दें. अब पात्र को सामने रखकर उसके ऊपर अपना चेहरा रखकर तौलिये से ढक लें ताकि पानी का भाप सीधा आपके नाक में पहुंचे. भाप को धीरे-धीरे नाक के रास्ते अंदर खींचिये. दो दिन में राहत मिल जायेगी.
बुरी एवं नकारात्मक शक्तियों को दूर करने के लिए
अगर आप महसूस करते हैं कि आपके घर अथवा व्यक्ति विशेष पर किसी की बुरी नजर लगी है, तो सुबह और शाम को दीये में रखकर कपूर जलाएं. दीया घर या कार्यालय में ऐसी जगह रखें कि उससे निकलने वाला सुगंध कोने-कोने तक पहुंचे. मान्यता है कि जिस पात्र में कपूर जलाते हैं, और उसके बाहर की तरफ जो कालिख जमती है, वह नकारात्मक ऊर्जा ही होती है, जो अब जल चुकी है. दीपक को घर से कहीं दूर रख दें.
आर्थिक आय बढ़ाने के लिए!
अगर आपकी आय में कोई गतिरोध आ रहा है, लिया हुआ कर्ज खत्म नहीं हो रहा है, पैसा बीमारियों में जा रहा है तो दक्षिण-पूर्व दिशा में प्रतिदिन कपूर जलायें. आपके रुके हुए पैसे अथवा आय के स्त्रोत में आ रही रुकावटें दूर होंगी, और माँ लक्ष्मी की विशेष कृपा बरसेगी.
नकारात्मक विचारों की शुद्धि के लिए!
अगर मन में किसी तरह का नकारात्मक विचार सक्रीय हो गया है तो एक पात्र में आग जलाकर रखें. अब दाईं हाथ में कपूर का टुकड़ा लेकर प्रभावित व्यक्ति के चेहरे और सिर पर घड़ी की दिशा अनुरूप तीन बार घुमाएं. इस बीच मन में सभी नकारात्मक विचारों एवं ऊर्जा को महसूस करें और फिर कपूर को जलती आग में डाल दें. जब तक आग में कपूर जल कर बुझ ना जायें, वहीं खड़े रहें.
दाम्पत्य जीवन में आये खटास को मिटाने के लिए
पति पत्नी के बीच मधुर रिश्तों में किसी तरह की खटास, विरोधाभास अथवा झगड़े हो रहे हैं तो सोने से पूर्व तकिये के नीचे छोटा सा कपूर रख दें. सुबह उठकर बिना किसी को बताये इसे घर के बाहर ले जाकर जला दें. दांपत्य जीवन पुनः पहले जैसी खुशहाली आ जायेगी.
अप्रत्याशित संकट से बचने के लिए!
दुर्घटना अथवा किसी भी प्रकार की अनहोनी कभी किसी के साथ भी हो सकती है. इससे बचने के लिए प्रतिदिन स्नान-ध्यान के पश्चात पूजा करते समय हनुमान चालीसा का पाठ करें और पूजा में कपूर अवश्य जलायें. ऐसा करने से घर और घर के सदस्यों पर हनुमान जी का आशीर्वाद रहता है.