आंवला सेहत और सौंदर्य की सुरक्षा से लेकर इम्यूनिटी बढ़ाने तक तमाम तरह से लाभकारी फल है. इसका इस्तेमाल अचार, जूस, चटनी और मुरब्बे बनाने से लेकर भगवान को अर्पित करने तक में किया जा सकता है.
भगवान शिव से लेकर विष्णु तक का सर्वाधिक प्रिय फल माने जानेवाले आंवले के संदर्भ में आयुर्वेद में अनगिनत फायदे बताये गए हैं. सर्दी के मौसम में तो यह संजीवनी सरीखा लाभ प्रदान करता है, क्योंकि सर्दियों में गुड़ के साथ इसके सेवन से शरीर में गर्माहट रहती है. आंवले में सेहत संबंधी महत्वपूर्ण विटामिन्स होने के साथ-साथ सौंदर्योपयोगी गुण भी खूब होते हैं, इसीलिए इसे पोषक तत्वों का राजा भी कहा जाता है. इस खट्टे एवं कैसैले फल में विटामिन C, आयरन, और कैल्सियम प्रचुर मात्रा में पाया जाता है. इसका इस्तेमाल अचार, जूस, चटनी और मुरब्बे बनाने से लेकर भगवान को अर्पित करने तक में किया जाता है. आज यहां हम इसके सेहत और सौंदर्य संबंधित विभिन्न गुणों एवं प्रयोग की बात करेंगे.
ह्रदय को स्वस्थ रखता है
आंवले में एंटीऑक्सिडेंट और पोटेशियम जैसे कई पोषक तत्व होते हैं जो हृदय को स्वस्थ रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, क्योंकि इसमें युक्त एंटीऑक्सिडेंट रक्त में एलडीएल (बैड) कोलेस्ट्रॉल के ऑक्सीकरण को रोककर हृदय स्वास्थ्य में सुधार करता है. इसलिए जो लोग बैड कोलेस्ट्रॉल की समस्या से ग्रस्त हैं, उनके लिए प्रतिदिन एक आंवले का सेवन बहुत जरूरी होता है.
इम्यूनिटी को मजबूत करता है.
एंटी ऑक्सीडेंट से भरपूर आंवले में विटामिन C प्रचुर मात्रा में होती है, जो बॉडी को डिटॉक्स करने में मदद करता है, जिसकी वजह से शरीर की इम्युनिटी पॉवर मजबूत बनी रहती है, और सर्दी तथा खांसी जैसी विषाणु संक्रमित बीमारियों से शरीर को सुरक्षा प्रदान करता है. इससे शरीर चुस्त और दुरुस्त बना रहता है. सर्दी और खांसी में छुटकारा पाने के लिए दो चम्मच आंवला जूस में दो चम्मच शहद मिलाकर रोज पीना चाहिए.
कोलेस्ट्रॉल के स्तर पर नियंत्रण रखता है
प्रतिदिन आंवले का जूस पीने से कोलेस्ट्रॉल का स्तर कंट्रोल में रहता है और शरीर सेहतमंद रहता है. इसमें युक्त एमिनो एसिड और एंटीऑक्सीडेंट की वजह से ह्रदय सुचारू रूप से कार्य करता है.
लीवर को स्वस्थ रखता है.
यकृति (Liver) की बीमारियों से ग्रस्त मरीज को प्रतिदिन एक आंवले का सेवन अवश्य करना चाहिए, क्योंकि आंवले में लीवर को सुरक्षित रखने के सारे तत्व पाये जाते हैं. इसके सेवन से शरीर से सारे विषाक्त पदार्थ बाहर निकल जाते हैं.
पाचन तंत्र सुचारु कार्य करता है
आंवला मेटाबोलिक एक्टिविटी को बढ़ाता है, जिससे शरीर स्वस्थ बना रहता है. आंवला भोजन को पचाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. प्रतिदिन आवले की चटनी, मुरब्बा ,अचार ,रस, चूर्ण या च्यवनप्रास आदि का सेवन करने से कब्ज की शिकायत दूर होती है, पेट हल्का रहता है जिससे भूख अच्छी लगती है, और रक्त विकार भी दूर होगा।
मुंह के छालों का इलाज
आंवले का रस खांसी और फ्लू के साथ-साथ मुंह के छालों के लिए भी बहुत लाभदायक बताया जाता है. मुंह के छालों से राहत पाने के लिए एक चम्मच आंवले के जूस को पानी में मिलाकर उसका गरारा करना चाहिए.
अस्थमा में राहत दिलाता है
प्रतिदिन आंवले का सेवन करने से सांस की बीमारियों मसलन अस्थमा से राहत मिलती है तथा डायबिटीज भी नियंत्रण में रहता है. आंवले से पाचनतंत्र भी सुचारु रूप से कार्य करता है.
त्वचा को स्वस्थ एवं खूबसूरत बनाए
स्किन को ग्लोइंग बनाता है
विटामिन C से युक्त आंवले का प्रतिदिन सेवन करने से त्वचा में कसाव बना रहता है, इसकी वजह से त्वचा में जल्दी झुर्रियां नहीं पड़ती, और त्वचा चमकदार बनती है. इसके लिए स्नान से एक घंटा पूर्व आंवले के पाउडर में दही मिलाकर चेहरे पर लगायें, फिर चेहरे को अच्छी तरह धो लें. इसके अलावा प्रतिदिन सुबह के समय आंवले के रस में शहद मिलाकर पीने से भी त्वचा चमकदार बनती है.
चेहरे के दाग-धब्बों को दूर करता है
आंवले के रस में रुई भिगोकर लगाने से चेहरे के दाग-धब्बे दूर होते हैं और चेहरे पर चमक आती है. बता दें कि सौंदर्य विशेषज्ञ आंवले के जूस से स्किन का इलाज करते हैं.
बालों को मजबूत और चमकदार बनाता है
बालों की चमक और मजबूती के लिए
सूखे आंवले के साथ सूखे रीठे को भिगोकर उसके पानी से बालों को नियमित रूप से धोने से बाल जड़ से तो मजबूत होते ही हैं, साथ ही बालों में चमक भी बनी रहती है.