Yes Bank ने जुलाई-सितंबर तिमाही में 129 करोड़ रुपये का लाभ कमाया
येस बैंक (Photo Credits: File Photo)

मुंबई: यस बैंक (Yes Bank) ने जुलाई-सितंबर तिमाही के लिए 129 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया. पिछले वित्त वर्ष (2019-20) की इसी तिमाही के दौरान, बैंक ने 600 करोड़ रुपये के नुकसान की सूचना दी थी. पुनर्गठित बैंक की शुद्ध ब्याज आय तिमाही आधार पर 3.4 प्रतिशत बढ़कर 1,973 करोड़ रुपये रही.

सितंबर के अंत तक, बैंक की सकल गैर-निष्पादित परिसंपत्ति 16.9 प्रतिशत थी, जो पिछली तिमाही में 17.3 प्रतिशत थी. पिछली तिमाही में इसका शुद्ध एनपीए 4.71 प्रतिशत था. केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने 9 अक्टूबर को यस बैंक में कथित ऋण धोखाधड़ी मामले में एचडीआईएल के प्रवर्तकों के निवासों समेत मुंबई में 10 स्थानों पर छापेमारी की. एजेंसी ने इस 200 करोड़ रुपये के ऋण धोखाधड़ी मामले में एचडीआईएल के प्रवर्तकों सारंग वधावन और राकेश वधावन के खिलाफ मामला दर्ज किया है.

सीबीआई अधिकारियों के अनुसार, एजेंसी ने चार कार्यालय परिसर और छह आवासीय परिसरों में तलाशी ली. एक अधिकारी ने कहा कि एजेंसी ने दो आधिकारिक परिसरों एचडीआईएल और अशोक एंड जयेश एसोसिएट्स, जो कि एक चार्टर्ड अकाउंटेंट फर्म है, पर छापा की.

अधिकारी ने कहा कि एजेंसी ने एचडीआईएल के प्रमोटरों राकेश और सारंग वधावन, एचडीआईएल समूह के अधिकारियों वरियाम सिंह, अमरप्रीत सिंह, बेदकाता वर्धन, लखविंदर दयाल सिंह के साथ ही सीए फर्म के जयेश संघानी और अशोक कुमार गुप्ता के घर पर तलाशी ली.

सीबीआई ने आरोप लगाया कि यस बैंक ने मैक स्टार को ऋण दिया था. मौक स्टार में एचडीआईएल का अल्पसंख्यक शेयरधारक (माइनॉरिटी स्टेक) है और इसी आधार पर 200 करोड़ की धोखाधड़ी को अंजाम दिया गया. सीबीआई ने अपनी जांच में कहा है कि एचडीआईएल ने यस बैंक से ऋण लिया और उसका रीपेमेंट करने के लिए यस बैंक ने मैक स्टार को ऋण दिया, जो एचडीआईएल ग्रुप कंपनीज के अकाउंट में हस्तांतरित कर दिया गया.