
Husbands Peepal Purnima: पत्नियों के अत्याचार के कारण कई पुरुषों ने मिलकर एक संघटन बनाया है. इस संघटन में ऐसे कई पुरुष है, जिनका तलाक हो गया है, या फिर ऐसे भी जिनको उनकी पत्नियों ने काफी परेशान किया है. ऐसे ही पुरुषों ने वट सावित्री पूर्णिमा से पहले पीपल पूर्णिमा मनाई.जहां महिलाएं वटसावित्री पर अपने पति की लंबी उम्र की कामना के लिए वटवृक्ष की पूजा करती हैं, वहीं महाराष्ट्र के करोडी में कुछ पुरुषों ने ‘पीपल पूर्णिमा’ मनाकर समाज का ध्यान अपनी ओर खींचा. इन पुरुषों का कहना है कि वे शादी के बाद मानसिक और शारीरिक रूप से अपनी पत्नियों और उनके परिवारों द्वारा प्रताड़ित किए गए हैं.
इनका एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है, जिसमें ये सभी मिलकर पेड़ के चारों तरफ फेरे लगा रहे है. इस वीडियो को सोशल मीडिया X पर @SaamanaOnline नाम के हैंडल से शेयर किया गया है. ये भी पढ़े:पत्नी के अत्याचारों से पीड़ित पुरुषों के लिए बना है यह अनोखा आश्रम, जहां बेचारे पतियों को मिलती है सहायता
पत्नी पीड़ित पतियों ने मनाई 'पीपल पूर्णिमा'
वटपौर्णिमेपूर्वी पत्नीपीडित पुरुषांचे पिंपळाला ‘उलटे फेरे’ pic.twitter.com/YTB37vtohV
— Saamana Online (@SaamanaOnline) June 10, 2025
'पत्नी पीड़ित पुरुष आश्रम' में हुआ आयोजन
सोमवार को करोडी स्थित 'पत्नी पीड़ित पुरुष आश्रम' में पीपल के वृक्ष की पूजा कर पुरुषों ने न्याय की प्रार्थना की. आयोजन के दौरान उन्होंने आरोप लगाया कि कई महिलाएं घरेलू हिंसा और पारिवारिक विवादों को लेकर झूठे मामले दर्ज करवाती हैं, जिससे निर्दोष पुरुषों को वर्षों तक कानूनी लड़ाई लड़नी पड़ती है.संगठन के एक सदस्य ने कहा, 'वटसावित्री पर महिलाएं हर जन्म में एक ही पति की कामना करती हैं, लेकिन विवाह के बाद वही महिलाएं पुरुषों को प्रताड़ित करती हैं. समाज, पुलिस और कानून केवल महिलाओं की बात सुनते हैं, जिससे पुरुष अकेले पड़ जाते हैं.
हर जिले में बने पुरुष शिकायत निवारण केंद्र
‘पत्नी पीड़ित संगठन’ के अध्यक्ष अधिवक्ता भारत फुलारे ने दावा किया कि अब तक लगभग 1.20 लाख विवाहित पुरुष आत्महत्या कर चुके हैं, जो विवाहित महिलाओं की आत्महत्याओं से तीन गुना अधिक हैं. उन्होंने कहा कि कानूनों का दुरुपयोग हो रहा है और पुरुषों को संपत्ति, आय और अन्य सुविधाएं छोड़ने के लिए मजबूर किया जा रहा है.संगठन की प्रमुख मांग है कि हर जिले में पुरुषों के लिए एक शिकायत निवारण केंद्र बनाया जाए और पारिवारिक मामलों का निपटारा एक वर्ष के भीतर किया जाए.इस आयोजन में उपाध्यक्ष सुरेश फुलारे, सचिव चरनसिंह गुसिंगे, सोमनाथ मनाल, एकनाथ राठोड, भाऊसाहेब सालुंके, प्रवीण कांबळे, श्रीराम टांगडे, संजय भांड, वैभव घोलवे सहित कई सदस्य उपस्थित रहे.