
WhatsApp का पिंक वर्जन इन दिनों चर्चा में है. अब मुंबई पुलिस ने केंद्र सरकार की एडवाइजरी के आधार पर व्हाट्सएप पिंक नाम के एक नए स्कैम के बारे में नागरिकों को अलर्ट किया है. एडवाइजरी के मुताबिक, 'न्यू पिंक लुक वॉट्सऐप विद एक्स्ट्रा फीचर्स' से किसी के भी मोबाइल को हैक किया जा सकता है. धोखाधड़ी करने वाले कई तरह की नई तरकीबें और उपयोगकर्ताओं को अपने जाल में फंसाने के नए-नए तरीके अपना रहे हैं. WhatsApp यूजर्स को इसके लिए अलर्ट रहना होगा. एडवाइजरी में कहा गया है, इस प्रकार की धोखाधड़ी के प्रति जागरूक, सतर्क और चौकस रहें और डिजिटल दुनिया में सुरक्षित रहें." मोदी सरकार ने मैलवेयर अटैक रोकने के लिए उठाया बड़ा कदम, नई साइबर सुरक्षा नीति तैयार.
इस स्कैम में यूजर्स को WhatsApp पर एक लिंक सेंड किया जाता है. इस लिंक से यूजर्स को WhatsApp पिंक वर्जन डाउनलोड करने के लिए कहा जाता है. इसमें दावा किया जाता है कि WhatsApp Pink में कई नए और शानदार फीचर्स दिए गए हैं. जैसे ही कोई शख्स इसे इंस्टॉल करता है तो यह ऐप यूजर्स के फोन से पर्सनल डेटा चुरा लेता है.
WhatsApp Alert
*... WHATSAPP PINK -A Red Alert For Android Users ...*'
*... व्हॉट्सॲप पिंक Android वापरकर्त्यांसाठी रेड अलर्ट ...*
*...व्हाट्सएप गुलाबी (पिंक) Android उपयोगकर्ताओं के लिए एक रेड अलर्ट...*#CyberSafeMumbai
REGARDS,
NORTH REGION CYBER POLICE STATION,
CRIME BRANCH, CID, MUMBAI pic.twitter.com/viTbVrcWrn
— NORTH REGION CYBER POLICE CRIME WING (@north_mum) June 16, 2023
WhatsApp Pink को इंस्टॉल करने के बाद यह आपके फोन पर विज्ञापनों की बौछार कर देगा. इस ऐप को इंस्टॉल करने वाले उपयोगकर्ता अपने मोबाइल पर नियंत्रण खो सकते हैं या उनके मोबाइल को हैक किया जा सकता है और जालसाजों को आपके कैमरा, स्टोरेज, कॉन्टैक्ट के ऐक्सेस की परमिशन भी मिल जाती है. वे इन डिटेल्स का मिसयूज कर सकते हैं.
फेक और मैलवेयर ऐप्स से बचने के लिए यूजर्स को WhatsApp पर मिले किसी अंजान लिंक को ओपन नहीं करना चाहिए. किसी भी लिंक को डबल चेक करना ना भूलें. अपनी सेफ्टी के लिए हमेशा नए ऐप्स को गूगल प्ले स्टोर या App Store से ही डाउनलोड करें. अपने सेफ्टी स्कैन टूल को जरूर ऑन रखें. WhatsApp का मॉडिफाइड वर्जन का इस्तेमाल करने से बचें.