Snake Venom In Rave Party: एल्विश यादव (Elvish Yadav) पर आरोप है कि वो साथियों के साथ नोएडा में रेव पार्टी करते थे. पार्टी में सांपों के जहर का इस्तेमाल नशे के तौर पर किया जाता है. एल्विश यादव पर आरोप है कि वे सांपों के साथ वीडियो शूट भी करते थे. यह आरोप पीपल फॉर एनिमल संस्था के गौरव गुप्ता ने लगाया है. मामले में पुलिस ने 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पुलिस को कोबरा समेत अलग-अलग प्रजाति के 9 सांप और उनका जहर मिला है.
एल्विश पर जो धाराएं लगाई गई हैं, वो गैर जमानती हैं. बता दें कि गिरफ्तार आरोपियों ने जो भी कुछ बताया है, अगर वो सही साबित हुआ तो एल्विश की गिरफ्तारी तय है. Elvish Yadav Case: सांप, जहर और रेव पार्टी... एल्विश यादव का पलटवार, कहा- 'मेनका गांधी माफी मांगने को तैयार रहें'
रेव पार्टी में सांप के जहर का क्या काम?
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन की रिपोर्ट के मुताबिक, ऐसे ड्रग्स का चलन बढ़ रहा है जो अल्कोहल की लत को बढ़ाते हैं. सांप का जहर भी इसी श्रेणी में आता है. इन्हें सायकोएक्टिव पदार्थ कहते हैं. इसके लिए सांपों की खास प्रजातियों का इस्तेमाल किया जाता है. इसमें नाजा-नाजा (कोबरा), ऑफियोड्रायस वर्नेलिस (ग्रीन स्नेक) और बंगेकरस केरिलियुस (क्राॅमन क्रैत) शामिल हैं.
एल्विश यादव मामले में पुलिस ने जिन आरोपियों को हिरासत में लिया है उसके पास से कुछ खास प्रजातियों वाले सांप मिले हैं. इनमें 5 कोबरा, एक अजगर, 2 दोगुही सांप, एक रैट स्नेक मिला है इसके अलावा 25 ml सांप का जहर भी बरामद किया गया है.
साइंस डायरेक्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, सांप के जहर में ऐसे केमिकल होते हैं जो खास तरह की आनंद महसूस कराते हैं. शरीर को एनर्जी से भर देते हैं, इसका असर सीधे दिमाग पर होता है. नशे के बाद कई घंटों तक इसका असर रहता है.
WHO की रिपोर्ट के अनुसार, इस तरह के ड्रग का इस्तेमाल मौत की वजह बनता है. 15 से 64 की दुनिया की 5.5 फीसदी (27 करोड़) आबादी ने पिछले साल ऐसे सायकोएक्टिव ड्रग का इस्तेमाल किया. इसमें सालाना 5 लाख लोगों की मौत हो गई. जिसमें 3,50,000 पुरुष और 1,50,000 महिलाएं थीं.